बॉडी को हेल्दी रखने के लिए हर फिटनेस कोच सुबह जल्दी उठने के साथ एक्सरसाइज करने की भी सलाह देता है। शरीर को फिट रखने के लिए यह जरूरी भी है। पर देर रात तक सोशल मीडिया और ओटीटी को स्क्रॉल करने वाली पीढ़ी के लिए यह मुश्किल हो सकता है। तो अगर आप भी सुबह जल्दी उठकर मॉर्निंग वॉक या योगा के लिए समय नहीं निकाल पाते, तो ट्रेडमिल पर दौड़ना आपके लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज हो सकता है। आइए जानते हैं ट्रेडमिल के फायदे और इसे करने के दौरान ध्यान रखने वाली जरूरी बातें।
कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में 15 सालों से खिलाड़ियों को फिटनेस ट्रेनिंग दे रहे फिटनेस कोच रवि कुमार बताते हैं कि मॉर्निंग वॉक के लिए सुबह जल्दी नहीं उठने वालों के लिए ट्रेडमिल एक बेहतर ऑप्शन है।
रवि बताते हैं, “ट्रेडमिल पर दौड़ने के एक नहीं कई सारे फायदे हैं। सुबह जो लोग जल्दी नहीं उठ पाते या घर से बाहर वर्कआउट करने नहीं जा पाते, वे घर पर ही ट्रेडमिल लाकर एक्सरसाइज कर सकते हैं। ट्रेडमिल पर वर्कआउट करने से ठोकर लगने, पैर में मोच आने या घुटनाें में चोट लगने का जोखिम नहीं रहता। ट्रेडमिल पर दौड़ना न केवल आपका वजन कम करता है, बल्कि यह हार्ट हेल्थ, इंसुलिन कंट्रोल करने, जोड़ों में दर्द कम करने और एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न करने में भी मददगार है।
वहीं यह मसल्स हेल्थ को बढ़ाकर आपकी स्ट्रेंथ भी बढ़ाता है। अलग-अलग शोधों में यह भी साबित हुआ है कि जब आप ट्रेडमिल पर दौड़ते हैं, तो ये आपके शरीर और ब्रेन को डिटॉक्स करता है। आप कुछ बेहतर सोचते हैं, जिससे रात को अच्छी नींद ले पाते हैं।
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घर पर अगर आपके पास ट्रेडमिल है, तो आप कई तरह के वर्कआउट कर सकते हैं। इस पर दौड़ते हुए आप स्पीड को कम या ज्यादा, अपनी गति के अनुसार कंट्रोल कर सकते हैं। वॉक करना चाहते हैं तो स्पीड स्लो कर के वॉक कर सकते हैं। कुछ लोग ट्रेडमिल पर जॉगिंग करना पसंद करते हैं, ऐसे में स्पीड मीडियम सेट कर के धीरे-धीरे दौड़ सकते हैं।
फिटनेस कोच रवि कहते हैं ट्रेडमिल में वर्कआउट करते वक्त नीचे नहीं देखना चाहिए, अगर आप नीचे देखते हुए वर्कआउट करते हैं तो पैर स्लीप हो सकता है और आपको चोट लग सकती है। जितनी स्पीड में आप खुद को आरामदायक महसूस करें, उतना सेट कर दें, क्योंकि ट्रेडमिल में आप मशीन की मदद से वर्कआउट करते हैं। खुद पर कंट्रोल नहीं रह पाता है, तो स्पीड सेट कर के, साइड में लगे हैंडल पकड़ कर वर्कआउट करें।
फिटनेस कोच रवि के अनुसार ट्रेडमिल पर कोई भी वर्कआउट करने से पहले वार्मअप करें। इसके लिए स्पीड को सेट कर सकते हैं। दो से तीन मिनट वार्मअप करने के बाद स्पीड को धीरे-धीरे अपने अनुसार बढ़ाएं। ऐसी स्पीड सेट करें, जिसमें शरीर मशीन के अनुरूप चले, नहीं तो आप ट्रेडमिल से स्लिप हो सकते हैं। ट्रेडमिल पर 20 मिनट चलने से आपका नर्वस सिस्टम एक्टिव हो जाता है और शरीर को एनर्जी मिलने लगती है। अगर आप शुरुआत कर रहे हैं, तो ट्रेडमिल पर 30 दौड़ना या चलना आपके लिए अच्छी शुरूआत हो सकती है। यह ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करने और फैट बर्न करने में मददगार है।
फिटनेस कोच रवि कुमार के अनुसार एक व्यक्ति जो 20 मिनट नार्मल स्पीउ में वॉक करता है, वह 45 से 50 कैलोरी बर्न कर सकता है। तेज स्पीड में दौड़ने से 80 से 90 कैलोरी बर्न हो सकती हैं। रोज़ाना 20 से 30 मिनट ट्रेडमिल पर वर्कआउट करने किसी के लिए भी पर्याप्त हो सकता है।
जानिए किन लोगों के लिए नुकसानदेह हो सकता है ट्रेडमिल पर दौड़ना
रवि कहते हैं ट्रेडमिल पर मात्र 20 मिनट दौड़ने से भी आप फिट रह सकते हैं। इससे ज्यादा देर तक हर रोज़ दौड़ने से घुटनों पर दबाव पड़ता है। जिससे पैरे के जोड़ों में दर्द शुरू हो सकता है। मांसपेशियों में खिचाव होता है, जिससे एक्सरसाइज के दौरान आपको दर्द महसूस हो सकता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंवहीं अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है, तो आपको ट्रेडमिल पर वर्कआउट करने की बजाए कुछ हल्के व्यायाम से शुरुआत करनी चाहिए। ऐसा देखा गया है कि ज्यादा वजनी लोगों को ट्रेडमिल पर दौड़ने से पैरों और जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है। इसलिए इससे बचा जाना चाहिए।
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