दौड़ना एरोबिक व्यायाम का सबसे अच्छा तरीका है। यह सेहत को बेहतर रखने के साथ ही बीमारियों से कोसों दूर रखता है। नियमित दौड़ने से पुरानी बीमारियों (Chronic disease) का जोखिम भी कम हो सकता है। बात वर्कआउट की हो, तो खाली पेट दौड़ना अधिक फायदेमंद रहता है। ऐसा कई लोग करते भी हैं कि रात के सात से आठ घंटे उपवास के बाद सुबह उठ कर रनिंग के लिए जाएं। इसे फास्ट ट्रेनिंग या तेज रनिंग भी कहा जाता है। यह वेट लॉस और फैट बर्न (Running on an empty stomach benefits) के अलावा और भी कई फायदे दे सकता है।
जब आप सुबह रनिंग करने से पहले कुछ नहीं खाते हैं, तो आपकी बॉडी में ग्लाइकोजन कार्बोहाइड्रेट का भंडार रहता है। जिससे शरीर इसको एनर्जी का प्रमुख स्रोत बना कर बेहतर उपयोग करता है। ऐसा करने वालों के अनुसार कम ग्लाइकोजन होने से सामान्य लाभ होते हैं। आज इस लेख में फिटनेस एक्सपर्ट अनुराज जैन बता रहे हैं इसके फायदे।
एक्सपर्ट कहते हैं सुबह खाली पेट दौड़ना फास्टेड रनिंग फैट बर्न के प्रभाव के लिए जाना जाता है। बॉडी ऊर्जा के रूप में अधिक फैट का उपयोग करती है क्योंकि फैट अधिक होने से कार्बोहाइड्रेट का भंडार शरीर में नहीं है। जिससे शरीर का फैट बर्न या ऑक्सीकरण होता हैं। इस पर शोध कहता है 2015 में दस पुरूषों पर अध्ययन किया गया, जिसमें ऑक्सीकरण का स्तर बढ़ा था, जब वर्कआउट नाश्ता से पहले किया गया था।
अनुराज बता रहे हैं यदि आप सुबह खाली पेट दौड़ते हैं तो आपकी एनर्जी वेस्ट नहीं होगी। जिससे आप दिन भर खुद को एनर्जेटिक फील कर सकेंगे। 2019 में 12 धावकों पर रिसर्च किया गया। जिसमें रिजल्ट आया कि खाली पेट दौड़ने से एनर्जी वेस्ट नहीं होती है। 24 घंटे आपको एनर्जी प्रर्याप्त मिलती रहेगी। जब खून और मांसपेशी ग्लाइकोजन का लेवल कम हो जाता है, तो बॉडी में लिवर ग्लाइकोजन टैप करता है।
एक्सपर्ट बताते हैं सुबह खाली पेट दौड़ने से पाचन समस्या में आराम मिलता है। जिसके पेट में ऐंठन हो, उल्टी आ रही हो, जी मिचला रहा हो, दस्त की समस्या हो तो आराम मिलेगा। यह बॉडी में सहनशक्ति को बढ़ावा देता है।
अनुराज कहते हैं एनर्जी का स्तर अगर आपमें कम है तो खाली पेट दौड़ना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। वर्कआउट करते वक्त आपको अधिक थकान महसूस हो सकती है, जिससे चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। दिमाग को सही तरीके से काम करने के लिए ग्लूकोज की ज़रूरत होती है। बॉडी मांसपेशियों को फ्यूल देने का काम ग्लूकोज के माध्यम से करती है। ऐसे में जब आप दौड़ें तो ग्लूकोज पी कर दौड़ें।
कोर्टिसोल एक हार्मोन है जो शरीर में एडरनल ग्लैंड का उत्तपादन करता है। ब्लड शुगर और स्ट्रेस को कंट्रोल करने में मदद करता है। उच्च स्तर पर यह बॉडी में प्रोटीन के टूटने में मदद करता है। जिससे मसल लॉस और कमजोरी आती है। यह सुबह के समय सबसे अधिक होता है। रात भर उपवास के बाद सुबह इसका लेवल बढ़ जाता है। ऐसे में अधिकतर खाली पेट दौड़ना सेहत को नुकसान दे सकता है।
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