नींबू का खट्टा स्वाद और महक शरीर को तरोताज़ा बनाए रखने में मदद करते हैं। टेस्ट एनहांसर के रूप में इस्तेमाल होने वाला लेमन जूस जहां शरीर में विटामिन और मिनरल की कमी को पूरा करता है। वहीं इससे शरीर में मौजूद फैट्स को बर्न करने में भी मदद मिलती है। अधिकतर लोग दिन की शुरूआत नींबू पानी पीकर करते हैं। ये नेचुरल डिटाक्सीफायर शरीर को स्वस्थ और हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है। जानते हैं एक्सपर्ट से किस प्रकार नींबू का सेवन करके वजन कम करने में मिलती है मदद (lemon for weight loss) ।
आहार में नींबू का रस या फिर अचार के रूप में शामिल करने से शरीर को विटामिन सी, फाइबर और मिनरल्स की प्राप्ति होती है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंटस की मात्रा शरीर में हृदय रोगों, कैंसर और किडनी स्टोन के इलाज कोकम कर देती है। यूएसडीए के अनुसार 1 नींबू में 20 कैलोरीज़ पाई जाती है। इसके अलावा कम मात्रा में फैट्स और प्रोटीन पाया जाता है। साथ ही 10 फीसदी कार्ब्स और 89 फीसदी पानी की मात्रा होती है।
इस बारे में डायटीशियन डॉ अर्चना बत्रा बताती हैं कि नींबू वजन कम करने के लिए एक नेचुरल इंग्रीडिएंट के रूप में कार्य करता है। फैट्स को बर्न करने के अलावा मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने और ओवरऑल हेल्थ को मज़बूती प्रदान करने में मदद करता है। इससे हेल्दी वेट मैनेजमेंट में मदद मिलती है।
विटामिन सी से भरपूर नींबू में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फैट्स के ऑक्सीकरण समेत चयापचय के लिए आवश्यक है। विटामिन सी शरीर की वसा को तोड़ने की क्षमता को बढ़ाकर ऊर्जा के लिए ज़रूरी फैट्स के ब्रेकडाउन को उत्तेजित करता है। एक्सपर्ट के अुनसार पर्याप्त विटामिन सी का सेवन व्यायाम के दौरान बेहतर तरीके से फैट बर्निंगमें फायदेमंद साबित होता है।
नींबू एक लो कैलेरी फूड है। इसमें मौजूद विटामिन सी से जहां शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, तो वहीं आयरन का एबजॉर्बशन भी बढ़ने लगता है। इससे शरीर में वसा के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे मोटापे की समस्या को हल किया जा सकता है। इसमें मौजूद सिट्रिक एसिड गट हेल्थ को मज़बूत बनाता है, जो वेटलॉस में मददगार साबित होती है।
नींबू में पेक्टिन नाम का सॉल्यूबल फाइबर पाया जाता है। इसकी मदद से शुगर और स्टार्च के डाइजेशन को स्लो करके पाचन में मदद मिलती है। साथ ही इसके रस को पानी में मिलाकर पीने से भूख कम लगती है और शरीर में कैलोरी स्टोरेज से बचा जा सकता है।
नींबू का सेवन करने से शरीर में मौज्ूद विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। इससे शरीर में वॉटर रिटेंशन और सूजन को कम करने में मदद मिलती हैं। एक्सपर्ट के अनुसार नींबू अकेले शरीर में जमा वसा की मात्रा को खत्म नहीं कर सकता है। मगर नियमित व्यायाम के साथ साथ नींबू को आहार में शामिल करके इस समस्या को हल किया जा सकता है।
शरीर में हाइड्रेशन को बढ़ाकर कैलोरीज़ की मात्रा को कम किया जा सकता है। लेमन इंफ्यूडज वॉटर प्यास बुझाने के अलावा शरीर को डिटॉक्सिफाइ करने में मदद करता है। इससे शरीर में पानी का उचित स्तर बना रहता है। साथ ही ओवरइटिंग से भी राहत मिल जाती है। इसकी मदद से शुगरी पेय पदार्थों में मौजूद अतिरिक्त कैलोरी का इनटेक किए बगैर हाइड्रेटेड रहने का एक आसान तरीका है।
मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने के लिए शरीर का हाइड्रेट रहना आवश्यक है। ऐसे में नींबू की मदद से शरीर में पोषक का उचित स्तर बना रहता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार हाइड्रेशन माइटोकॉन्ड्रिया के कार्य को बढ़ाता है। इससे शरीर में ऊर्जा का उचित स्तर बना रहता है। इससे चयापचय में वृद्धि होती है और वजन को कम किया जा सकता है।
एक गिलास गुनगुने पानी में 2 चम्मच नींबू का रस मिलाएं और स्वाद को बढ़ाने के लिए 1 चम्मच शहद एड कर लें। सुबह खाली पेट या फिर शाम में इसका सेवन करें। इससे शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद मिलती है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंपानी में जीरा, अजवाइन और दालचीनी डालकर उबाल लें। अब उसे छालकर अलग कर लें और उसमें टी बैग डालकर रख दें। चाय तैयार होने के बाद उसमें नींबू का रस मिलाकर पी लें। इससे शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है।
दाल , सलाद या चाट तैयार होने के बाद उसमें फलेवर एनहांसर के तौर पर नींबू का रस शामिल कर लें। इससे शरीर को उच्च पोषण की प्राप्ति होती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जिससे वेटलरॅस में मदद मिलती है।
नींबू को बीच मे से काटकर उसमें अजवाइन, नमक और चीनी डालकर अचार तैयार कर लें। 10 से 15 दिन में तैयार होने वाले अचार को रोज़ाना खा सकते हैं। इससे गट हेल्थ को भी मज़बूती मिलती है और वज़न को नियंत्रित किया जा सकता है।