नींद समग्र सेहत के लिए बहुत जरूरी है। वहीं नींद की कमी कई स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को बढ़ा देती है। आज के समय में ओबेसिटी की समस्या बहुत कॉमन हो गई है। खानपान और एक्सरसाइज के साथ नींद भी ओबेसिटी को प्रभावित कर सकती है। नींद की कमी आपके बढ़ते वजन में योगदान करती है। रात को देर तक जगने का ट्रेंड बेहद घातक है, इसलिए इसके प्रति जितना हो सके सचेत रहने की कोशिश करें। आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानेंगे नींद की कमी से आखिर किस तरह वजन बढ़ सकता है (sleep and obesity connection)।
JAMA इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार जो लोग 6.5 घंटे से कम नींद लेते थे, उन लोगों का वजन असामान्य रूप से बढ़ता हुआ नजर आया। इन लोगों की बीएमआई 25.0 और 29.9 के बीच थे, जिसे ओवरवेट के अंदर गिना जाता है। जब पार्टिसिपेंट्स न 8 से 8.5 घंटे की नींद लेना शुरू किया तो उनके ओवरऑल हेल्थ में सुधार आया। साथ ही डाइट और फिजिकल एक्टिविटीज में भी बदलाव देखने को मिला। लोगों का कैलरी इंटक काफी कम हो गया था और वे अधिक सक्रिय रह रहे थे, जिससे उनकी कैलरी बर्निंग कैपेसिटी भी बढ़ गई थी।
नींद की कमी से बॉडी में घ्रेलिन हार्मोन (hunger hormone) का स्तर बढ़ जाता है, जिसकी वजह से बार-बार भूख लगती है। वहीं लेप्टिन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है, जिसकी वजह से आपको खाने के बाद संतुष्टि महसूस नहीं होती और बार-बार फूड क्रेविंग होती रहती है। ऐसे में लोग ज्यादा खाना खाते हैं और असामान्य रूप से कैलरी इंटक करते हैं, जो वेट गेन का कारण बन सकता है। ऐसे में पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी जाती है, क्योंकि एक बैलेंस स्लीप साइकिल आपके हार्मोंस को बैलेंस रखने में मदद करती है।
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हार्वर्ड मेडिकल स्कूल द्वारा प्रकाशित स्टडी के अनुसार उचित नींद लेने वाले लोगों की तुलना में कम देर तक सोने वाले लोग अधिक मात्रा में कैलरी इंटक करते हैं। वहीं ऐसे लोगों का डाइट पैटर्न भी काफी अनहेल्दी होता है। जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं उनमें हाई ब्लड प्रेशर हार्ट डिजीज डायबिटीज और ओबेसिटी जैसी क्रॉनिक समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। रिसर्च के अनुसार स्लीप यानी की नींद सिक्स पिलर लाइफस्टाइल मेडिसिंस में से एक है। अन्य 5 पिलर भी बेहद महत्वपूर्ण हैं, जैसे की एक्सरसाइज, हेल्दी ईटिंग, स्ट्रेस रिडक्शन, सोशल कनेक्शन और रिस्की सब्सटेंस को अवॉइड करना।
आज के जेनरेशन में देर रात जगने की आदत बहुत कॉमन हो चुकी है। अगर रात को बॉडी एक्टिव रहती है तो जाहिर सी बात है आपको भूख लगेगी, इससे लेट नाइट स्नैकिंग का खतरा बढ़ जाता है। जब आप रात को कैलरी लेते हैं, तो इसे बर्न किए बिना ही सो जाते हैं। इस स्थिति में ये फैट के रूप में बॉडी में स्टोर हो जाती है, और वेट गेन को बढ़ावा देती है।
अपना बेड टाइम फिक्स करें, साथ ही सुबह उठने का समय भी निर्धारित होना चाहिए। इससे आपको बेहतर और पर्याप्त नींद प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
स्लीप हाइजीन बहुत जरूरी है, रात को सोने से पहले अपने बिस्तर को अच्छी तरह साफ करें, और आज पास किसी तरह की गंदगी न छोड़ें। इससे स्लीप क्वालिटी इंप्रूव होती है।
सोने से पहले अपने रूप का टेंपरेचर सही करें, साथ ही रूप को डार्क, क्वाइट और रिलैक्सिंग बनाएं, इससे बेहतर नींद प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
सोने से लगभग 1 घंटे पहले सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जैसे की टीवी कंप्यूटर लैपटॉप स्मार्टफोन को खुद से दूर कर दे।
सोने से तुरंत पहले कैफीन, हैवी मिल्स और शराब का सेवन न करें।
पूरे दिन खुदको एक्टिव रखने की कोशिश करें ताकि आपको अच्छी नींद आ सके।
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