आमतौर पर रसोईघर में ऊंचाई से कोई सामान उठाने के लिए अक्सर एड़ियों को ऊंचा उठाना पड़ता है। उसके बाद पैर नॉर्मल पोज़िशन में आ जाते हैं। इस सामान्य गतिविधि को दिन में कई बार दोहराया जाता है, जो शरीर के लिए फायदेमंद है। वास्तव में एड़ी को ऊंचा उठाना एक प्रकार की एक्सरसाइज़ है, जिससे शरीर में लचीलापन बढ़ने के अलावा काफ मसल्स (Calf muscles) को भी कई फायदे मिलते हैं। जानते हैं काफ रेज़ एक्सरसाइज़ (Calf raising exercise) क्या है और इससे शरीर को क्या फायदे मिलते हैं।
इस बारे में स्टेडफ़ास्ट न्यूट्रिशन के संस्थापक अमन पुरी बताते हैं कि काफ रेज़ एक्सरसाइज़ (Benefits of calf raise exercise) से गैस्ट्रोकनेमियस (Gastrocnemius) और सोलियस मांसपेशियों (Soleus muscles) की मज़बूती बढ़ने लगती है। दरअसल, ये मांसपेशियां खड़े होने और चलने के लिए आवश्यक होती हैं। इसके अलावा घुटने को मोड़ने और पैर को आगे की ओर बढ़ाने में मदद करती हैं।
दौड़ते समय, बैठकर उठते वक्त और लेटते वक्त इन मसल्स का प्रयोग किया जाता है। कमज़ोर काफ मसल्स (Calf muscles) के चलते चलने की गति धीमी और पैरों में भारीपन महसूस होने लगता हैं। इससे चलने फिरने के दौरान मुश्किल का सामना करना पड़ता है।
घंटों लगातार बैठने से शरीर के पोश्चर में बदलाव महसूस होने लगता है और बॉडी इंबैलेंस लगने लगती है। ऐसे में दिनभर में कुछ देर काफ रेज़ एक्सरसाइज़ करने से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ जाता है और पोश्चर में सुधार आने लगता है। इन आसान एक्सरसाइज़ को बिना किसी टूल्स के कहीं भी कुछ देर के लिए किया जा सकता है।
ऑस्टिन और जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रिसर्च के अनुसार एड़ी को उचां उठाने से काफ मसल्स की मज़बूती में सुधार आने लगता है। इससे पैरों में नसों में ब्लड का फ्लो (Blood flow in nerves) उचित बना रहता है। दरअसल, काफ मसल्स को शरीर का दूसरा हृदय माना जाता है। नियमित व्यायाम से ब्लड को डीऑक्सीजनेट करके चेस्ट तक पहुंचाने में मदद मिलती है।
शरीर के बैलेंस को मेंटेन रखने के लिए एड़ी को ऊंचा उठाने वाली एक्सरसाइज़ फायदेमंद साबित होती है। इससे दौड़ने के दौरान पैरों का संतुलन बना रहता है और टांगों में मसल्स ग्रुप को ताकत मिलती है। रनिंग के दौरान लगने वाली चोट से बचने के लिए इसका नियमित अभ्यास फायदेमंद साबित होता है।
अक्सर देर तक जूते पहनने या चलने से एड़ी में दर्द की समस्या (Heel pain problem) का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए सिंगल काफ रेज़ और डबल काफ रेज़ एक्सरसाइज़ कारगर साबित होती है। इससे शरीर एक्टिव रहता है और एनर्जी का स्तर बना रहता है।
इसे करने के लिए अपनी हाईट के अनुसार अपने दोनों हाथों को किसी कम उंचाई वाली कुर्सी, टेबल या हैंडल पर टिका लें। अब दोनों पैरों की एड़ियों को एक साथ उपर उठाएं और फिर नीचे की ओर लेकर आएं। इससे पैरों का दर्द कम होने गलता है।
इसे करने के लिए एक टांग की एड़ी को उपर उठाएं और दूसरी टांग को घुटने से मोड़ते हुए पीछे की ओर लेकर जाएं। बारी बारी से दोनों टांगों से इस एक्सरसाइज़ का अभ्यास करें। इससे टांगों में दर्द और स्टिफनेस को दूर किया जा सकता है।
इसे करने के लिए दाएं हाथ में वेट लेकर उसी टांग की एड़ी को उपर उठाए। फिर बाई टांग को घुटने से मोड़ लें। अब एड़ी को उपर उठाएं और फिर वापिस जमीन पर ले आएं। इसी तरह बाई तरफ वेट पकड़कर उस टांग की एड़ी को उठाएं और नीचे लेकर आएं।
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