क्या हैं फैट सेल्स जो हमारे शरीर में फैट स्टोर करते हैं, जानिए क्या इन्हें खत्म किया जा सकता है?
अंदर क्या है
- क्या हैं फैट सेल्स?
- फैट सेल्स के फायदे
- फैट सेल्स के नुकसान
- कैसे करें शरीर में फैट को कंट्रोल
आपका वजन क्यों बढ़ता है? इसका कारण आप बताएंगे कि जब हमारे शरीर में फैट की मात्रा बढ़ने लगती है। ठीक बात है बिल्कुल ऐसा ही है। लेकिन क्या आपको पता है कि जैसे हमारे शरीर का एक सेल होता है, वैसे ही इन फैट्स के भी सेल्स (Fat cells) होते हैं जो शरीर में फैट को स्टोर कर के रखते हैं। इसी वजह से शरीर के कुछ खास जगहों पर फैट ज्यादा दिखाई देने लगता है। ये फैट सेल्स (Fat cells) कई बार फायदेमंद हो सकते हैं लेकिन इनके खतरे ज्यादा हैं। क्या हैं वे खतरे और क्या शरीर से फैट सेल्स को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है? अगर हाँ तो कैसे, आज यही समझेंगे एक्सपर्ट की मदद से।
फैट सेल्स क्या हैं? (What is fat cell)
फैट सेल्स, शरीर के वो सेल्स (Fat cells) होते हैं जो हमारे शरीर में फैट (चर्बी) जमा करते हैं। ये सेल्स हमारे शरीर के अलग-अलग हिस्सों जैसे पेट, कमर, जांघें, और हाथों में पाए ज़्यादतर पाए जाते हैं।
दरअसल, जब हम ज्यादा खाना खाते हैं और शरीर को तुरंत एनर्जी की जरूरत नहीं होती तो ये फैट सेल्स उस एक्स्ट्रा एनर्जी को जमा कर लेते हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर शरीर इसका इस्तेमाल कर सके।कभी-कभी, जब हम ज्यादा कैलोरी खाते हैं या बहुत कम एक्टिव रहते हैं, तो ये फैट सेल्स बढ़ने लगते हैं और शरीर में ज्यादा फैट (Fat cells) जमा हो जाता है। इसी वजह से मोटापे और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं दिखाई देती हैं।
फैट सेल्स के फायदे (Fat cell Benefits)
फैट को अमूमन नुकसान से ही जोड़ दिया गया है। लेकिन ऐसा है नहीं। यह ठीक बात है कि हमारे शरीर में बनने वाली फैट सेल्स (Fat cells) के नुकसान ज्यादा हैं और कई बार गंभीर भी लेकिन इसके कुछ फायदे भी हैं। जैसे –
1. एनर्जी स्टोरेज (Energy Storage)
फैट सेल्स (Fat cells) का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये शरीर में अतिरिक्त एनर्जी को स्टोर करते हैं। एक्सरसाइज या किसी मेहनत के काम के वक्त जब शरीर को ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है तो ये फैट सेल्स उस एनर्जी को रिलीज कर देते हैं।
2. तापमान नियंत्रण (Temperature Regulation)
फैट सेल्स (Fat cells) शरीर को गर्म रखने में मदद करते हैं। जब शरीर के तापमान को बाहरी तापमान के मुकाबले गरम बनाए रखना होता है तो फैट एक इंसुलेटर का काम करता है जिससे ठंडे मौसम में शरीर गरम रहता है।
3. हार्मोनल बैलेंस (Hormonal Balance)
फैट सेल्स (Fat cells) कुछ हॉर्मोन रिलीज करते हैं जो शरीर के कई कामों में मदद करते हैं। ये हॉर्मोन इंसुलिन के स्तर को कंट्रोल करते हैं और हमारे मेटाबॉलिज्म को भी बैलेंस रखते हैं।
4. विटामिन्स का स्टोर (Storage of Vitamins)
फैट सेल्स (Fat cells) शरीर में फैट-सोल्युबल विटामिन्स जैसे A, D, E और K को स्टोर करते हैं। ये विटामिन्स शरीर के लिए जरूरी होते हैं, और फैट सेल्स इनको इकट्ठा कर के रखते हैं ताकि शरीर इन्हें जरूरत के समय इस्तेमाल कर सके।
फैट सेल्स के नुकसान (Harmful effects of fat cells)
1. वजन बढ़ना (Weight Gain)
जब फैट सेल्स ज्यादा बढ़ जाते हैं, तो शरीर में फैट भी जमने लगता है और वजन बढ़ता है। यह ना सिर्फ शरीर की शेप बदलता है, बल्कि कई बीमारियों को जन्म भी देता है।
2. दिल की बीमारी का खतरा (Heart Disease Risk)
अगर शरीर में ज्यादा फैट (Fat cells) जमा हो जाता है खासकर पेट के आस-पास, तो ये दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।
फैट से खून में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा बढ़ जाती है जो दिल की सेहत के लिए बुरा होता है। कई बार ये खतरा हार्ट अटैक के तौर पर भी सामने आता है।
3. डायबिटीज का खतरा (Risk of Diabetes)
जब फैट सेल्स (Fat cells) ज्यादा हो जाते हैं, तो शरीर इंसुलिन को सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाता, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।
4. हॉर्मोनल इम्बैलेंस (Hormonal Imbalance)
फैट सेल्स (Fat cells) शरीर में हॉर्मोन रिलीज करते हैं। अगर फैट ज्यादा बढ़ जाता है, तो ये हॉर्मोनल बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं, जिससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे पीसीओएस (PCOS), डिप्रेशन। महिलाओं में कई बार अनियमित पीरियड्स जैसी समस्याएं भी देखी जाती हैं।
5. जोड़ों और हड्डियों पर दबाव (Pressure on Joints and Bones)
ज्यादा फैट होने से शरीर का वजन बढ़ता है जिससे जॉइंट्स पर दबाव पड़ने लगता है। इससे जोड़ों में दर्द और हड्डियों की समस्या हो सकती है खासकर घुटनों और कूल्हों में ये दर्द और बढ़ जाता है।
क्या फैट सेल्स को पूरी तरह से किया जा सकता है खत्म? (Can fat cells end from body)
नहीं, जब एक बार जब फैट सेल्स शरीर में बन जाती हैं तो ये पूरी तरह से खत्म नहीं होतीं लेकिन अपना वजन घटाकर इनके साइज को जरूर छोटा किया जा सकता है। जब आप वजन घटाते हैं तो फैट सेल्स (Fat cells) का आकार कम हो जाता है यानी उनमें जमा फैट कम हो जाता है लेकिन फैट सेल्स खुद खत्म नहीं होतीं। यानी अगर आप लंबे समय तक हेल्दी लाइफस्टाइल जैसे सही डाइट, एक्सरसाइज, और पर्याप्त नींद अपनाते हैं तो ये फैट सेल्स छोटे हो जाते हैं और शरीर में फैट की मात्रा कम हो जाती है।
अगर वजन फिर से बढ़ता है तो ये फैट सेल्स (Fat cells) फिर से बढ़ सकती हैं और उनका साइज भी बढ़ सकता है। इस वजह से यह जरूरी है कि हम फैट सेल्स को कम करने के बजाय उन्हें कंट्रोल करने पर ध्यान दिया जाए। यही तरीका आपको हेल्दी भी रखेगा।
इसके अलावा, कुछ सर्जिकल प्रोसेस से जैसे लिपोसक्शन (liposuction) के जरिए भी फैट सेल्स को हटा दिया जा सकता है लेकिन यह टेम्प्रेरी ही होता और वेट बढ़ने पर फैट सेल्स फिर से जन्म ले लेती हैं।
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