अब तक आपको एहसास हो गया होग कि जीवन में जितनी भी समस्याएं हैं, उनमें से अधिकांश का हल योग से निकल सकता है। योग सिर्फ आपके शरीर पर ही काम नहीं करता है, बल्कि यह आपके दिमाग को भी प्रशिक्षित करता है और आपकी आत्मा को ज्यादा शुद्ध बनाता है। यही कारण है कि आज हम आप के लिए योग का यह खास आसन वीरभद्रासन लेकर आए हैं। यह न सिर्फ आपको शारीरिक मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त बनाएगा।
तो आइए अब आपको बताते हैं कि घर पर आप इस मुद्रा का अभ्यास कैसे करें :-
अपने पैरों को एक साथ जोड़ें। अपनी पीठ को सीधा रखें, और आपकी ठोड़ी थोड़ा ऊपर उठा लें। अब, अपनी ऊर्जा के केंद्र को महसूस करते हुए संतुलन बनाएं और अपने दोनों हाथों को अपने साइड्स पर रखें। अब अपने शरीर के वजन को महसूस करने के लिए धीरे-धीरे श्वास लें और छोड़ें। आपका वजन आपके दोनों पैरों पर बराबर होना चाहिए।
अपने दाहिने पैर को लगभग 4 फीट की दूरी पर आगे लाएं। यह ध्यान रखें कि आपका दाहिना पैर मैट के एकदम किनारे पर आ गया है। अब, धीरे-धीरे अपने दाहिने घुटने को मोड़ें और एक लंज में आएं।
अब एक लंज की मुद्रा में अपने दाहिने घुटने के साथ, अपने बाएं पैर को अपने पीछे ले जाएं। अब धीरे-धीरे, अपनी बाएं एड़ी को लगभग 45 डिग्री पर अंदर घुमाएं। यह सुनिश्चित करें कि आपकी दायीं जांघ बिल्कुल फार्श के समानांतर हो। अपनी मुद्रा को चैक करने के लिए आप शीशे में खुद को देख सकती हैं।
अब श्वास लेते हुए अपने दोनों हाथों को ठीक सिर से ऊपर उठाएं, और दोनों हथेलियों को जोड़ लें।
टिप्स
अपना ध्यान बनाए रखने के लिए, बस अपनी ठोड़ी उठाएं और नजर हथेलियों पर रखें। कुछ देर इसी मुद्रा में होल्ड करें और फिर बाएं तरफ के पैर के साथ यही आसन दोहराएं।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंविशेषज्ञों के मुताबिक आप एक साइड पर 10 से 15 सेकंड के लिए इस मुद्रा में रह सकती हैं। कृपया सुनिश्चित करें कि आपकी योगा मैट किसी फिसलन वाले फर्श पर न हो। अन्यथा आपके लिए इस मुद्रा में बने रहना कठिन होगा।
तो, घर पर इस मुद्रा को आजमाएं और हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में परिणाम बताएं।