बचपन में मम्मी कहतीं थीं कि खाने को कम से कम 32 बार चबाओ, लेकिन सभी बच्चों की तरह मैंने भी मम्मी की बात को अनसुना कर दिया। लेकिन अब मैंने जाना कि क्यों चबा-चबा कर खाना फायदेमंद है और वेट लॉस में सहायक है। मैंने सिर्फ़ धीरे-धीरे चबाकर खाने से एक महीने में 5 किलो वजन कम किया, वो भी बिना किसी एक्सरसाइज के।
मैंने जब इस एक्सपेरिमेंट की शुरुआत की तो मैंने तय कर लिया था कि हर बाइट को 32 बार चबाउंगी। इसके कारण शुरू के कुछ दिन मुझे अपने जबड़े में दर्द भी महसूस हुआ। मैं चबाते-चबाते थक जाती थी, और इस कारण से अक्सर मैं दो की जगह एक रोटी ही खाती थी। कम खाना भी मेरे वेट लॉस का एक कारण है।
पर असल में इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण यह है कि देर तक चबाने से भूख कम लगती है और पेट लंबे समय तक भरा रहता है। जब आप ज्यादा वक्त लेकर खाते हैं, तो हॉर्मोन्स दिमाग को यह सिग्नल पहुंचाते हैं कि हमारा पेट भर गया है, जिसके कारण हम ओवर ईटिंग से बच जाते हैं।
जब हम अच्छे से चबा कर खाते हैं, तो खाने का पाचन आसान हो जाता है। ऐसे में पेट खाना पचाने वाले जूस की मात्रा कम कर देता है, जिसके कारण ब्लोटिंग भी कम हो जाती है।
सच कहूं तो चबा-चबा कर खाना किसी टास्क से कम नहीं। लेकिन मेरे सारे धैर्य और मेहनत का फल मुझे महीने के अंत मे मिल गया, जब मेरा वज़न 5 किलो कम निकला। मैंने इतने कारगर परिणाम की उम्मीद भी नहीं की थी। इसलिए मेरी खुशी का तो ठिकाना ही नहीं था।
मैं तो इस आदत को आजीवन फ़ॉलो करने वाली हूं। अगर आप भी वेट लॉस के लिए मेहनत कर रहे हैं तो धीरे-धीरे चबाकर खाने की आदत को भी शामिल कर लें। चबा-चबा कर खाना न सिर्फ़ आपका वज़न घटाने में मददगार है, बल्कि पांचनतंत्र को दुरुस्त रखने में भी सहायक है।