योग और प्राणायाम शरीर और मन को शांत करता है। यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन को एक साथ लाता है। यह तनाव और चिंता को प्रबंधित करने में मदद करता है। यह व्यक्ति को तनावमुक्त रखता है। यह पूरे शरीर में लचीलापन लाता है और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। यह शरीर को टोन करने में भी मदद करता है। इसलिए बहुत व्यस्त रहने के बावजूद योग करना चाहिए। यहां एक योग एक्सपर्ट बता रही हैं कि पर्याप्त समय नहीं मिलने पर सिर्फ 10 मिनट योग और प्राणायाम के लिए निकालने पर शरीर और मन दोनों स्वस्थ (yogasana and pranayama in busy schedules) रह सकता है।
जो लोग प्रतिदिन थोड़ा-सा समय भी योग और प्राणायाम पर देते हैं, वे लाइफ और करियर दोनों को बेहतर तरीके से मैनेज कर पाते हैं। जीवन अस्त-व्यस्त होने के बावजूद वे चीजों को बेहतर ढंग से संभालने में सक्षम होते हैं। योग अभ्यास करने से शांत रहने, ध्यान केंद्रित करने, संतुलन बनाने और खुद को आराम देने की क्षमता विकसित होती है।
योग टीचर और सोशल साइट इन्फ्लुएंसर डॉ. स्मृति बताती हैं कि नियमित रूप से 10 मिनट योग करने से मन तनावमुक्त होता है। शरीर के सभी सिस्टम मजबूत होते हैं।
पादोत्तनासन स्वस्थ पाचन, स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए बढ़िया है। यह पीरियड्स को नियमित करने तथा फर्टिलिटी बढ़ाने में भी मददगार है।
कैसे करें पादोत्तनासन
योग मैट पर लेट जाएं।
अपने दोनों पैरों को सीधा रखें। दोनों पैरों को एक साथ ऊपर उठायें।
उठाये हुए ही दोनों पैरों की उंगलियों को खोलें और मोड़ें।
सांस सामान्य रूप से लें और छोड़ें। इस अवस्था में 1 मिनट तक रहें।
लगातार एक अवस्था में बैठे रहने पर पीठ के ऊपरी हिस्से और कंधों में जकड़न होती है। इस आसन से कंधे से तनाव दूर होता है। यह मन को शांत करता है। यह अनिद्रा दूर करती है। रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार करता है।
कैसे करें उत्तान शिशुआसन
वज्रासन में बैठ जाएं। पैरों को पीछे की ओर खींचते हुए हिप को ऊपर उठायें।
इसी अवस्था में हाथ को सीधे खींचते हुए आगे की और स्ट्रेच करें।
सिर को ऊपर रखें। सांस सामान्य रखें।
इस अवस्था में 1 मिनट तक रहें।
इस आसन से मन से नकारात्मकता दूर होती है। लंबे समय तक बैठने से होने वाली जकड़न को दूर करने में यह आसन अच्छा काम करता है। यह आसन यौन स्वास्थ्य, प्रजनन स्वास्थ्य, पीसीओएस या पीसीओडी के लिए भी फायदेमंद है।
कैसे करें सुप्त उपविष्टकोणासन
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंयोग मैट पर लेट जाएं। शरीर को ढीला छोड़ दें।
दोनों पैरों को जितना हो सके फैला लें। इसमें हाथों की भी मदद ली जा सकती है।
यह मन को शांत करता है। तनाव दूर करता है। पीनियल और पिट्यूटरी ग्रंथियों को उत्तेजित करता है। तंत्रिकाओं को शांत करता है। क्रोध को दूर कर रक्तचाप कम करता है।
कैसे करें भ्रामरी प्राणायाम
बैठते समय रीढ़ की हड्डी को सीधा रख कर कंधों को फैलाएं।
आंखें बंद करें और नाक से गहरी सांस लें।
सांस पर नियंत्रण रखते हुए मधुमक्खी की भिनभिनाहट जैसी गहरी और स्थिर ध्वनि निकालते हुए धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इसे 2 मिनट तक करें।
अधम प्राणायाम एक योगिक सांस तकनीक है, जिसमें पेट से सांस लिया जाता है। इसके माध्यम से सांस पर नियंत्रण साधा जाता है।
कैसे करें अधम प्राणायाम करें
रीढ़ की हड्डी सीधी रखती हुई बैठ जाएं।
दोनों हाथ घुटनों पर रखें।
पेट से सांस लें और छोड़ें।
ऐसा 5 मिनट तक करें।
यह भी पढ़ें :- सोहा अली खान से सीखिए बिना जिम जाए घर पर ही वेट लॉस के लिए कैसे बनाएं एक्सरसाइज को मज़ेदार