अगर आपको वेट लिफ्टिंग करना बहुत पसंद है, तो यकीनन आपकी लिस्ट में डेड लिफ्ट ज़रूर शामिल होगी। बात ये है कि डेडलिफ्ट एक बार में ही सारी मांसपेशियों को काम पर लगा देती है। इसलिए, काफी लोग डेडलिफ्ट को ‘मिरेकल लिफ्ट’ का नाम भी देते हैं क्योंकि ये आपकी मांसपेशियों को दृढ़ रख सकती है।
हालांकि, एक समस्या है : यदि आपको सही तरह से डेडलिफ्ट करना नहीं आता है, तो आप खुद को चोटिल कर सकती हैं। इसलिए, हमने सोचा कि आपकी मदद करने के लिए डेडलिफ्ट करने के सही तरीके पर कुछ प्रकाश डालना चाहिए!
सबसे पहले यह जानते हैं कि वो कौन सी मांसपेशियां हैं जिन पर डेडलिफ्ट का असर होता हैं:
हैमस्ट्रिंग
ग्लूट्स
ग्रीवा
कूल्हों
कोर
ट्रापीजियम
रॉमबॉइड्स
लाट्स
एब्स
स्पाइनल इरेक्टर
जैसा कि अब आप समझ ही गई होंगी कि डेडलिफ्ट क्यों वेट लिफ्ट करने वाले लोगों को पसंद होती है, क्योंकि ये एक बार में इतनी सारी मसल्स को टोन अप करती है।
आपको अपनी दैनिक दिनचर्या में डेडलिफ्ट को ज़रूर शामिल करना चाहिए:
अक्सर डेडलिफ्ट ‘वेटलिफ्टिंग अभ्यासों के राजा’ के रूप में जाना जाता है, यह सबसे अच्छी तरह से मांसपेशियों का निर्माण करती है।
यदि आप अपना वजन कम करना चाहती हैं, तो डेडलिफ्ट उपयोगी साबित हो सकता है। क्योंकि यह एक गहन पूर्ण शरीर व्यायाम है जो आपको कैलोरी बर्न करने में मदद करेगा।
अगर आप परफेक्ट बट चाहती हैं तो डेडलिफ्ट इसमें आपकी मदद कर सकता है, क्योंकि ये ग्लूटस को लक्ष्य करता है।
यह आपकी पीठ, कंधे, कोर, गर्दन और घुटने को मजबूत करता है।
आप अपनी पकड़ में सुधार कर सकती हैं।
तो, लेडीज, डेडलिफ्ट निश्चित रूप से प्रभावी हैं, लेकिन केवल तभी जब आप उसे सही तरीके से करती हैं!