जब तेज सर्द हवाएं चलती हैं, तो बहुत से लोग अपने कंबल में रहना पसंद करते हैं। लेकिन फिटनेस फ्रीक इस मौके को भी अवसर के रूप में देखते हैं। उनके लिए ठंड में बाहर निकलने का एक कारण है। ठंड का मौसम आपके शरीर में फैट की कंपोजिशन को बदलने के लिए खास माना गया है। पर कभी-कभी यह आपके लिए जोखिम भरा भी हो सकता है। अगर ज्यादा ठंड में बाहर वर्कआउट करने से आपकी मसल्स या बोन्स में अकड़न या दर्द है, तो हमारे पास हैं आपके लिए कुछ रिकवरी टिप्स।
ठंडे तापमान में प्रशिक्षण अधिक धीरज के साथ जुड़ा हुआ रहता है। दूसरे शब्दों में, सर्दियों में आप अपने फिटनेस गोल्स को पा सकते हैं। लेकिन प्रगति सिर्फ कठिन ट्रेनिंग से नहीं आती है। यह साल के हर समय होशियार होने के बारे में भी है। एक्सरसाइज करते समय अपनी मांसपेशियों और हड्डियों का ख्याल रखना बहुत आवश्यक है।
किसी खेल में बेहतर होने के लिए या अपनी व्यक्तिगत फिटनेस को बढ़ाने के लिए, आपको अपने शरीर पर जोर देने की आवश्यकता है। विभिन्न तनावों के साथ ट्रेनिंग और व्यायाम करना जरूरी है। लेकिन इनके पूरा होने पर मानव शरीर को उन तनावों के अनुकूल होने की आवश्यकता होती है। यहीं आपको एक प्रभावी रिकवरी रूटीन की जरूरत पड़ती है।
इस रूटीन को नजरंदाज करने से आपको चोट लग सकती है। कई फिटनेस सेशन के बीच ब्रेक या इंटरवल होता है। लेकिन यदि आप अपना स्वयं का कार्यक्रम बना रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि इसमें रिकवरी रूटीन जरूर शामिल हो। अपने शरीर को सुनना और आप कैसा महसूस कर रहे हैं, इसका आकलन करना आवश्यक है। यदि आप शारीरिक रूप से थके हुए हैं, तो आराम करें।
व्यायाम में रिकवरी का पूरा उद्देश्य आपकी मांसपेशियों को स्वयं की मरम्मत करने और कसरत से थकी हुई मांसपेशियों को रिकवरी के लिए समय देता है। आप अलग-अलग तरीकों से खुद को रिकवर कर सकते हैं।
यहां हम वास्तविक आराम यानी सोने की बात कर रहें हैं। कठिन ट्रेनिंग की शारीरिक और मानसिक मांगों से आपके शरीर को जल्दी से ठीक करने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण तरीकों में से एक है।
ट्रेनिंग और रिकवरी दोनों के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है खुद को हाइड्रेटेड रखना। आपका पोषण ठीक आपके हाइड्रेशन के अनुरूप होता है। भोजन शरीर की ऊर्जा आपूर्ति को बहाल करने में मदद करता है। इसलिए अपनी ताकत और रिकवरी को बढ़ाने के लिए सही समय पर अच्छे, स्वस्थ विकल्प खाने का प्रयास करें।
मालिश करने से मांसपेशियों को ढीला करने और ऑक्सीजन तथा रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद मिलती है। यह लैक्टिक एसिड बिल्डअप को दूर करता है और आपके शरीर से आपकी मांसपेशियों तक पोषक तत्व पहुंचाता है।
यदि आप एथलीट हैं या थे तो यह आपके लिए परिचित हो सकता है। लेकिन जिनके पास यह सुविधा नहीं है, वे इसे अक्सर उपयोग नहीं कर पाते हैं। इसे आप बर्फ के स्नान और गर्म स्नान के साथ कर सकते हैं। आप निश्चित रूप से ठंड के साथ शुरू और समाप्त करना चाहते हैं। लगभग 45 सेकंड के लिए आप ठंडा स्नान करें और फिर 3 से 4 मिनट के लिए गर्म स्नान में कूदें। इसे तीन बार दोहराएं। कंट्रास्ट थेरेपी के लाभ मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाना और लैक्टिक एसिड को हटाने में तेजी लाना है।
हमने आखिरी बिंदु के लिए सबसे अच्छा रिकवरी टिप सहेजा है। कसरत करके पसीना बहाने के बाद गरम पानी का सेंक आपको राहत दे सकता है। लेकिन इसके साथ सेंध नमक मिलने से, न केवल मांसपेशियों के दर्द से राहत मिलेगी बल्कि तनाव को कम करने में भी मदद करता है। शोध से यह भी पता चलता है कि आपके शरीर के तापमान को गर्म करने से “मांसपेशियों को व्यवस्थित रूप से आराम मिलता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंयह भी पढ़ें: शादी के बाद भी फिट और हेल्दी रहना है, तो फॉलो करें ये 10 टिप्स