सोशल मीडिया पर आए दिन योग और फिटनेस का मैसेज देते हुए कोई न कोई वीडियो वायरल होती रहती है। वही शिल्पा शेट्टी से लेकर रकुल प्रित तक कई सेलिब्रेटी ने भी योगा को अपनी फिटनेस का सिक्रेट बताया हैं। अगर आप योगा जर्नल और अध्ययनों पर गौर करेंगे, तो आप देखेंगे योग को कई समस्याओं का रामबाण इलाज माना गया है। यह सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य ही बल्कि मानसिक स्वास्थ्यय के लिए भी असरदार साबित हुआ है। अगर दूसरे शब्दो में कहा जाए तो स्ट्रेसफुल लाइफ से शांति पाकर मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए योगा एक सर्वश्रेठ माध्यम है। आज इसी विषय को गहनता से समझते हुए हम ऐसे तीन योग पर बात करेंगे। जिन्हें अध्ययनों में मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना गया है।
इस प्राणायाम टेक्नीक का नाम मधुमक्खी के नाम पर रखा गया है। भ्रामरी प्राणायाम मन को शांत करने में प्रभावी योग है। मन की उत्तेजना और चिंता से मुक्ति पाने के साथ क्रोध से छुटकारा पाने के लिए यह बेहतर व्यायाम है। यह योग नसों को शांत करके मस्तिष्क और माथे के आसपास की जगह को शांत करता है। इसके द्वारा ध्वनि कंपन का मस्तिष्क का साकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
सलम्ब सर्वांगासन में आपका शरीर उल्टा रहता है। यह आपकी रीढ़ पर दबाव डालने में मदद करता है। रिसर्चगेट की एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि इस आसान का अभ्यास करने से पीठ दर्द कम होता है। यह पीठ के निचले हिस्से में फ्लेक्सीबिलिटी लाने में मदद करता है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ की रिसर्च के मुताबिक वह पोस्चर जिसमें एड़ी को उप्पर रखना होता है। आपके पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम को शांत करने में मदद करता है।
यह योगासन शरीर और दिमाग को ज्यादा आराम महसूस कराने में मदद करता है। इस अध्ययन में यह भी सामने आया कि जिन लोगों ने इस योग को लगातार 2 घंटों तक अभ्यास किया। उनमें अवसाद और चिंता के लक्षणों में कमी आती देखी गई।
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यह आसन सुबह खाली पेट किया जाए तो ज्यादा असरदार माना जाता है। इस आसन को आप भोजन करने के कुछ घंटे बाद भी ट्राई कर सकती हैं। इस आसान और मेमोरी और ब्रेन पॉवर बढ़ाने के लिए फायदेमंद माना गया है।
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