एक्सरसाइज आपके रूटीन का अनिवार्य हिस्सा होना ही चाहिए। एक्सपर्ट्स का मानना है कि एक वयस्क को हफ्ते में 150 मिनट एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। अगर आप एक कारगर कार्डियो एक्सरसाइज की तलाश में हैं, तो स्विमिंग आपके लिए परफेक्ट है। एक घण्टे स्विमिंग से एक घण्टे रनिंग जितनी ही कैलोरी बर्न होती हैं। मगर उसका जोड़ों पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।
वजन कम करने और फिटनेस के लिए स्विमिंग चौथा सबसे लोकप्रिय स्पोर्ट है। सेन्टर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार स्विमिंग सबसे बेहतरीन फुल बॉडी वर्कआउट है। यह शरीर की सभी मांसपेशियों को बराबर ट्रेन करता है, जो स्विमिंग को आपके लिए परफेक्ट एक्सरसाइज बनाता है।
आप पूछ सकती हैं, ‘लेकिन फुल बॉडी वर्कआउट तो बहुत हैं, ऐसे में स्विमिंग अपनाने की क्यों आवश्यकता है?’ आइये हम आपको बताते हैं क्यों स्विमिंग सभी एक्सरसाइज से बेहतर है।
आप पानी के अंदर मूव करने के लिए अपनी सर्वाधिक मांसपेशियों का इस्तेमाल करती हैं, क्योंकि पानी आपके मूवमेंट में थोड़ा सा प्रतिरोध पैदा करता है। इस प्रतिरोध से आगे बढ़ने के लिए आपके शरीर को ज्यादा मेहनत करनी होती है, जिसके कारण यह एक बेहतरीन कार्डियो होता है। यही नहीं तैरते वक्त आपके पैर लगातार चलते रहते हैं। हाथों और कंधो का मूवमेंट होता है, मांसपेशियां टोन होती हैं और स्टेमिना भी बढ़ता है।
ये सभी फायदे आपको एक ही साथ और कहीं नहीं मिलेंगे।
जी हां, आपके अंगों को भी एक्सरसाइज की आवश्यकता होती ही है। जब आपकी मांसपेशियां काम करती हैं, तो आपका कार्डियो वैस्क्युलर तंत्र भी एक्सरसाइज में शामिल हो जाता है। स्विमिंग आपके दिल और श्वास तंत्र को मजबूत बनाता है। यही नहीं, बॉयोमेड ऑनलाइन नामक ई-जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार तैरने से ब्लड प्रेशर कम होता है और ब्लड शुगर भी नियंत्रित रहती है। यह खराब लाइफ स्टाइल से होने वाली सभी बीमारियों का रिस्क कम करता है।
रनिंग, साइकिलिंग या जिम के अन्य वर्कआउट में जो सबसे बड़ा खतरा है, वह है हड्डियों या जोड़ों में इंजरी का। स्विमिंग के साथ ऐसा नहीं है। अर्थराइटिस के मरीजों को भी डॉक्टर स्विमिंग की सलाह देते हैं।
इंडियन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी ‘कम्पेरेटिव स्टडी ऑफ लंग फंक्शन इन स्विमर्स एंड रनर्स’ में पाया गया कि स्विमिंग फेफड़ों को मजबूत करती है और उनमें मौजूद ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में असरदार है। इससे आपको अपनी सांस पर नियंत्रण मिलता है और अस्थमा के मरीजों के लिए स्विमिंग फायदेमंद है। हालांकि क्लोरीन वाले स्विमिंग पूल से आपको बचना चाहिए।
पबमेड सेंट्रल की एक स्टडी के अनुसार मल्टीपल स्क्लेरोसिस के मरीजों के लिए स्विमिंग बहुत कारगर एक्सरसाइज है। यह आपके हाथ पैरों को सही तरह से प्रेशर देता है। इस स्टडी में पाया गया कि 20 हफ्ते स्विमिंग करने से MS के दर्द में काफी कमी आती है।
स्विमिंग ना केवल आपको शारीरिक श्रम करवाती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। यही कारण है कि स्विमिंग से अनिद्रा जैसी समस्या खत्म होती हैं और अच्छी नींद आती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार बुजुर्गों में अनिद्रा का सबसे अच्छा उपाय है स्विमिंग।
तो अपने आसपास एक सुरक्षित पूल खोजें और खुद को इस एक्सरसाइज से जोड़ लें। न सिर्फ स्विमिंग आपको एक्सरसाइज के सभी फायदे देगी, साथ ही साथ आप जीवन के लिए जरूरी एक स्किल भी सीख जाएंगी। और एक बार स्विमिंग आ गयी तो आप पानी से जुड़े किसी भी स्पोर्ट का आनंद उठा सकती हैं।
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