टू डू लिस्ट भी भूलने लगी हैं? तो इन मेमोरी बूस्टिंग योगासनों का करें अभ्यास
अगर बच्चों को अच्छे नंबर लाने के लिए मेमोरी की आवश्यकता होती है, तो बड़ो को जीवन की परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के लिए इसकी जरूरत होती है। रातों रात आप आइंस्टाइन या एलेक्स मुलेन की तरह याददाश्त नहीं बढ़ा सकते हैं। यह किसी दवा की मदद से भी प्राप्त नहीं हो सकता है। पर योग इसमें मददगार हो सकता है। जी हां, आज हेल्थशाॅट्स के इस लेख में हम बताने जा रहे हैं उन योगासनों के बारे में, जो आपकी मेमोरी बूस्ट (Memory boosting yoga) करने में मददगार हैं।
अच्छी मेमोरी की तैयारी करते समय सबसे आम समस्या होता है ध्यान केंद्रित करना और याद करने में असमर्थ होना। यह आज के दौर में नींद की कमी, कम ऊर्जा और सामान्य थकान सहित कई कारणों से होता है। लेकिन अपने दिमाग को शांत और केंद्रित रखने के कुछ तरीके हैं। योग करने से न केवल आप शांत रहेंगे, बल्कि आपकी याददाश्त और एकाग्रता में भी सुधार होगा।
एक्सपर्ट बता रहें हैं योग और मानसिक क्षमता के बीच का संबंध
यूएस योग एलायंस सर्टिफाइड, प्रमाणित मास्टर रेकी हीलर और यूके योग एलायंस सर्टिफाइड, प्री नेटल और पोस्ट नेटल योग टीचर, साक्षी भगत कहती हैं, “योग एक समग्र प्राचीन शरीर और मन का अभ्यास है। शरीर और दिमाग का हस्तक्षेप मस्तिष्क की संरचना, ब्रेन के ब्लड सर्कुलेशन और मस्तिष्क की रचना को प्रभावित करता है।”
वे आगे कहती हैं, “मेडिटेशन और ब्रीदिंग एक्सरसाइज न केवल मस्तिष्क के स्वास्थ्य में सुधार करती हैं, बल्कि बेहतर मेंटल स्टैमिना बनाने में भी मददगार हैं। आगे और पीछे झुकने वाले आसन नर्वस सिस्टम को सक्रिय करते हैं जो स्मृति और एकाग्रता को बढ़ाता है। रीढ़ की हड्डी को लंबा करने वाले व्यायाम और ध्यान से मन की शक्ति में सुधार होता है।”
याद्दाश्त मजबूत करने के लिए इन योगासन का अभ्यास करें
1. मत्स्यासन (Fish Pose)
आसन करने के लिए:
- सीधा लेटें। आपके पैर एक साथ होने चाहिए और हाथ शरीर के बगल में आराम से रखें।
- हाथों को कूल्हों के नीचे रखें। कोहनियों को करीब लाएं।
- सांस अंदर लेते हुए सिर और छाती को ऊपर उठाएं।
- छाती को ऊंचा रखते हुए सिर को पीछे की ओर नीचे करें और सिर के ऊपरी हिस्से को फर्श से छुएं।
- कोहनियों को जमीन में मजबूती से दबाएं। अपने वजन कोहनी पर रखें न कि सिर पर।
- अपनी छाती को ऊपर उठाएं। जांघों और पैरों को फर्श पर दबाएं।
- जितनी देर तक आप आराम से कर सकते हैं, इस मुद्रा में रहें।
- अब धीरे-धीरे लंबी सांसें अंदर और बाहर लें। प्रत्येक सांस छोड़ने के साथ मुद्रा में आराम करें।
- अब सिर को ऊपर उठाएं और छाती एवं सिर को फर्श से नीचे करें।
- हाथों को शरीर के किनारों पर वापस लाएं और आराम करें।
2. वज्रासन (Diamond Pose)
आसन करने के लिए:
- फर्श पर घुटने टेककर इसकी शुरुआत करें।
- अब आप अपनी एड़ियों के बल वापस बैठ जाएं।
- सुनिश्चित करें कि आपकी पीठ, गर्दन और सिर सीधा हों।
- इस पोजीशन में करीब 10 मिनट तक रहें।
- इस आसन को करते हुए आप अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
3. सूर्यनमस्कार (Sun Salutation)
आसन करने के लिए:
- अपने पैरों को एक साथ और अपने हाथों को प्रार्थना की स्थिति में रखकर सीधे खड़े हो जाएं।
- अपने शरीर को स्ट्रेच करें और अपने हाथों को अपने सिर के ऊपर उठाएं।
- आगे की ओर झुकें और अपने हाथों को अपने पैरों पर ले आएं। अपने पैर की उंगलियों को छूने की कोशिश करें।
- अपनी हथेलियों को फर्श पर मजबूती से रखें और अपने बाएं पैर को पीछे धकेलें।
- अपने बाएं पैर तक पहुंचने के लिए अपने दाहिने पैर को पीछे ले जाएं। आपका पूरा शरीर एक सीध में होना चाहिए।
- अब घुटनों को फर्श पर लाएं। आपके पैर, घुटने, हाथ, ठुड्डी और छाती फर्श पर होंगे।
- इसके बाद नीचे की ओर श्वानासन में आएं।
- अपने दाहिने पैर को अपने हाथों के पास ले आएं। इसके बाद बायें पैर में भी लाओ।
- फिर शरीर को ऊपर लाएं और इसे अपने हाथों से अपने सिर के ऊपर फैलाएं।
- अपने हाथ को पहले चरण की तरह ही नमस्कार मुद्रा में लाएं।
- प्रतिदिन सुबह सूर्यनमस्कार के कम से कम तीन चक्र करें।
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