वजन दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है, तो सबसे पहले डाइट में बदलाव लाएं, साथ ही नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में भाग लें। रोजाना की छोटी मोटी चीजों पर ध्यान दिया जाए तो बढ़ते वजन को रोका जा सकता है। जैसे की मेरी मां डिनर के बाद रोजाना वॉक करती हैं, और फिर वे अपना पसंदीदा पोस्ट मील ड्रिंक (post meal drink) लेती हैं। आज भी उनका वजन बिलकुल संतुलित है, साथ ही उनका पाचन स्वास्थ्य भी पूरी तरह तंदुरुस्त रहता है। कुछ ऐसे खास पोस्ट डिनर वेट लॉस ड्रिंक हैं, जो वेट लॉस में आपकी मदद कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं मां के नुस्खे के पिटारे से निकली कुछ खास पोस्ट डिनर वेट लॉस ड्रिंक्स (post dinner weight loss drinks) के बारे में।
अदरक में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो ब्लोटिंग और मतली को कम करके पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। वहीं इसका सेवन मेटाबॉलिक रेट को बूस्ट करता है और थर्मोजेनिक प्रभाव फैट बर्निंग कैपेसिटी को बढ़ा देता है, जो वेट लॉस में आपकी मदद कर सकते हैं। बस कद्दूकस किए हुए अदरक को गर्म पानी में उबालें, फिर इसे छान लें और नींबू के रस और शहद के साथ मिक्स करके इसका आनंद लें।
सौंफ का इस्तेमाल पारंपरिक रूप से पाचन में सहायता करने और ब्लोटिंग को कम करने के लिए किया जाता है। वहीं बहुत से लोग खाने के बाद एक चम्मच सौंफ जरूर लेते हैं। इन बीजों में मौजूद एंजाइम पाचन की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करते हैं। बस एक चम्मच सौंफ के बीज को पीसकर गर्म पानी के साथ उबालें। पीने से पहले इसे छान लें और इस स्वादिष्ट ड्रिंक का आनंद लें!
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जीरा पानी शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने, मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने और फैट ब्रेकडाउन को बढ़ाने में मदद करता है। रात के खाने के बाद एक गिलास जीरा पानी पीने से आपका मेटाबॉलिज्म सक्रिय रहता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। एक गिलास पानी में एक चम्मच जीरा भिगोकर रख दें और रात के खाने के बाद इसे उबालकर पिएं। यह पाचन में सहायता करने के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक है। जीरे में मौजूद थाइमोल जैसे सक्रिय कंपाउंड पाचन एंजाइमों के स्राव को उत्तेजित करते हैं, पाचन में सुधार करते हैं और सूजन को कम करते हैं।
हल्दी लीवर में पित्त उत्पादन को उत्तेजित करके फैट के पाचन में सहायता करती है। यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करती है, जो इंसुलिन प्रतिरोध को रोक सकती है। इस प्रकार इसका सेवन एक संतुलित वजन बनाए रखने में आपकी मदद करता है। रात के खाने के बाद हल्दी वाला दूध पीने से न केवल पाचन में सहायता मिलती है, बल्कि फैट के संचय को कम करने में भी मदद मिलती है।
हल्दी अपने एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जानी जाती है, आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक प्रमुख तत्व है। हल्दी वाला दूध, या “गोल्डन मिल्क” तैयार करने के लिए एक कप गर्म दूध में ½ चम्मच हल्दी पाउडर डालें और इन्हे आपस में मिलाएं। इसके वजन घटाने के गुणों को बढ़ाने के लिए, आप इसमें एक चुटकी काली मिर्च मिला सकती हैं।
त्रिफला एक पारंपरिक आयुर्वेदिक हर्बल मिश्रण है जिसमें तीन फल होते हैं, आंवला (भारतीय करौदा), बिभीतकी और हरीतकी। गर्म पानी में एक चम्मच त्रिफला पाउडर डालकर आसानी से तैयार किया जा सकता है। त्रिफला पाचन को बढ़ावा देती है और टॉक्सिक पदार्थों और वेस्ट मटेरियल को हटाकर शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करती है।
यह बॉडी में मेटाबॉलिज्म को बढ़ा देती है और पाचन तंत्र को संतुलित रखती है। आंत के स्वास्थ्य में सुधार और सूजन को कम करके, त्रिफला टी वेट लॉस और आगे वजन बढ़ने से रोकने में मदद कर सकती है।
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