योग हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है। मस्तिष्क से लेकर पैरों की उंगलियों तक। शरीर का हर हिस्सा योग के माध्यम से चार्ज और स्वस्थ रह सकता है। आए दिन हम कई तरह की बीमारियों से घिरे रहते हैं। खासतौर से एसिडिटी, गैस और ब्लॉटिंग एक ऐसी समस्या है, जिससे देर तक बैठकर काम करने वाले लो ज्यादा परेशान रहते हैं। मगर परेशान न हों, क्योंकि योग में कुछ ऐसे आसन भी हैं जो आपकाे इस समस्या (yoga poses to relieve gas) से तुरंत राहत दे सकते हैं।
शरीर से गैस रिलीज न होने के कारण कई बार सीने में जलन, पेट या पीठ में अचानक होने वाला असहनीय दर्द और खट्टे डकार आने लगते हैं। इससे बचने के लिए हम जल्दबाजी में एसिडिटी की दवाई ले लेते हैं। जो उस समस्या को वहीं रोक देती है और हम स्वस्थ महसूस करने लगते हैं। अगर आप इस समस्या को पूर्ण रूप से जउ़ से खत्म करना चाहते हैं, तो इन योगासनों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। इससे आप स्वस्थ और फिट फील करेंगी। इस बात में वाह लाइफ की फाउंडर सुमिता गुप्ता हमें आप उन योगासनों का परिचय दे रही है, जो इंस्टेंट गैस रिलीज में मददगार साबित हो साकते हैं।
वेलनेस कोच सुमिता गुप्ता के अनुसार पीठ के बल किए जाने वाले इस आसन को पवनमुक्तासन कहा जाता है। इसे करने से शरीर में मौजूद वायु की समस्या दूर होती है। इसके अलावा पीठ दर्द, कमर दर्द, हाई ब्लड प्रैशर और अनियमित मासिक धर्म से राहत मिलती है। इससे हमारी पाचन क्रिया दुरूस्त रहती है और मांसपेशियों को भी मज़बूती मिलती है।
इसके लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। फिर हाथों और पैरों को पूरी तरह से सीधा कर लें।
अब आंखों को बंद कर लें और रिलेक्स फील करें।
गहरी सांस भरते हुए अपने सिर को उपर की उठाएं और बैठने की मुद्रा में आ जाएं।
धीरे धीरे अपनी चिन को घुटने पर रखें। अब सांस छोड़ते हुए दोबारा ज़मीन पर लेट जाएं।
सुमिता गुप्ता बताती हैं कि मकरासन का अर्थ है मगरमच्छ जैसी आकृति। इसे पेट के बल लेटकर किया जाता है। जो गैस और एसिडिटी की समस्या से मिनटों में राहत पहुंचा सकता है। इस योगासन के ज़रिए आप खुद को हल्का और तनाव मुक्त महसूस करते हैं। इसके अलावा ये आसन अनिद्रा की समस्या को भी दूर करने में एक कारगर उपाय है।
इसे करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं।
अब दोनों हाथों से एलबो का एक स्टैंण्ड बना लें। अपनी चिन को उसके मध्य टिका दें।
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बीएमआई चेक करेंआंखों को बंद कर लें और पैरों के बीच में थोड़ी सी दूरी रखें।
अब एक एक कर पैरों की एड़ी को मोड़े और घुटने के पास ले जाएं।
इस प्रक्रिया को आप आठ से दस बार कर सकते हैं। आप चाहें, तो कुछ देर के लिए पैरों को बिना हिलाएं भी
विश्राम की मुद्रा में लेट सकते हैं।
इससे एसिडिटी की समस्या का निवारण आसानी से हो जाता है।
अगर आप एसिडिटी से पोशान है, तो शलभासन को ज़रूर अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। ये देखने और सुनने में जितना आसानी लगता है, उतना सिंपल नहीं है। टिड्डी आसन के नाम से प्रचलित इस योग को सावधानीपूर्वक करें। इस आसन से पेट में गैस की समस्या का समाधान होता है। साथ ही पैल्विक एरिया के मसल्स भी मज़बूत बनते है। इसके अलावा ये आसान आपको मोटापे से भी छुटकारा दिलाता है।
इसमें पेट के बल लेट जाएं। हाथ की मुट्ठी बनाकर उसे थाइज़ के नीचे की ओर रखें
अब आप अपनी चिन को जमीन पर लगाएं ताकि आपके नाक पर कोई दबाव न बन पाए।
पैर सीधे रखें और एक के बाद एक पैर उठाएं और नीचे रखें।
इसके बाद कुछ देर के लिए पैरों को जमीन से उपर उठा लें।
इस तरह से शलभासन का एक चक्र पूरा हो जाता है। इसे आप 5 से 6 बार दोहराएं।
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