प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला के शरीर में कई प्रकार के बदलाव नज़र आते हैं। हर महिला का अनुभव दूसरी महिला के अनुभवों से अलग होता है। दरअसल, जब हम अलग-अलग प्रकार की जीवनशैलियों से होकर गुज़रते हैं, तो हमारी बॉडी में होने वाले चेंजिज़ एक दूसरे से नहीं मिलते हैं। इसके अलावा मौसम में होने वाले बदलाव भी हमारी सेहत को कई प्रकार से प्रभावित करते है। अगर आप खुद को स्वस्थ रखना चाहती हैं, तो खान पान के अलावा सही लाइफस्टाइल और एक्सरसाइज़ (pregnancy exercises at home) को अपने रूटीन में शामिल करना बहुत ज़रूरी है।
अधिकतर महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान अपनी फिटनेस को लेकर बेहद सतर्क रहती हैं। हांलाकि हर योग और एक्सरसाइज़ प्रेगनेंट महिलाओं के लिए उचित नहीं है। ऐसे में डॉक्टर के सुझाए उपायों के मुताबिक ही मां और बच्चे दोनों की देखभाल की जानी चाहिए। जानते हैं फिटर, फिटनेस एक्सपर्ट एंव एडवांस प्लस कोच प्रियंका झुनझुनवाला से कि वो प्रेगनेंसी से गुज़र रही महिलाओं को किन चीजों को अपनाने की सलाह देती है।
एक्सपर्ट के मुताबिक प्रेगनेंसी में स्विमिंग करना खुद को फिट रखने का आसान और बेहतरीन विकल्प है। इसे करने से बच्चे या मां पर किसी प्रकार का दबाव नहीं आता है। इसके अलावा जोड़ों या पीठ पर किसी प्रकार का प्रेशर नहीं महसूस होता है। तैरने के दौरान ब्रेस्टस्ट्रोक को चुने। ये एक ऐसा स्विमिंग स्टाइल में जिसमें सारा बोझ तैराक के सीने पर रहता है और वो एक मेंढ़क की भांति अपने पैर हिलाता है। इसे करने के दौरान आपका शरीर सीधा रहता है। प्रेगनेंट महिलाओं को इसे करते वक्त सावधन रहने की ज़रूरत हैं।
गर्भावस्था में चलना बेहद ज़रूरी है। इससे हमारे शरीर को कई प्रकर के फायदे मिलते हैं। फिटनेस एक्सपर्ट प्रियंका झुनझुनवाला का कहना है कि चलना अपने आप में एक लो इंपैक्ट एक्सरसाइज़ है, जो एक्सपेंक्टिंग मदर्स कभी भी कहीं भी कर सकती है। फिर चाहे पार्क हो, लॉन हो या बालकोनी। तेज चलने से प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली असुविधाएं कम हो जाती है। इसे करने के लिए सुर्योंदय से पहले सुर्यास्त का समय सबसे बेहतर रहता है। दिन में दो समसय वॉक करने से शरीर हर वक्त एक्टिव महसूस करता है और थकान होने की समस्या कम होती है।
गर्भवती महिलाओं के लिए योगाभ्यास उन्हें कई प्रकार के लाभ पहुंचाता है। भद्रासन यानि बटरफ्लाई पोज़, त्रिकोणासन यानि ट्रायंगल पोज़ मार्जारियासन जिसे कैट पोज़ कहा जाता है। जैसे चुनिंदा आसन प्रीनेटल योग का हिस्सा है। एक्सपर्ट का कहना है कि ये योग प्रेगनेंट महिलाओं के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं। साथ ही इनके बहुत से शारीरिक लाभ भी हैं।
फिटनेस एक्सपर्ट प्रियंका झुनझुनवाला का कहना है कि ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ मां और बच्चे दोनों के लिए ही फायदेमंद है। इससे शरीर में लचीलापन बढ़ता है, जो पेल्विक एरिया के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है। गर्भावस्था में महिलाओं को बताएं गए योगासनों का अभयास करना फायदेमंद हो सकता है।
4. वेट ट्रेनिंग
वेट ट्रेनिंग के दौरान डम्बल और मशीनों समेत कई प्रकार के ऑबजेक्टस की आवश्यकता होती है। गर्भावस्था के दौरान इसे शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेनी बेहद ज़रूरी है। हांलाकि पहली तिमाही की तुलना में कई बार दूसरी और तीसरी तिमाही में इसे करना शरीर के लिए उनका कंर्फटेबल नहीं रहता है।
स्टेशनरी बाइकिंग यानि स्थिर साइकलिंग करना। ऐसा करने से गर्भवती महिलाएं आसानी से व्यायाम कर सकती है। इसमें बैलेंस खाने का कोई खतरा नहीं रहता है। एक्सपर्ट प्रियंका झुनझुनवाला का कहना है कि इसे करने से गर्भावस्था में महिलाओं को काफी फयदा मिलता है और वो दिनभर एक्टिव बनी रह सकती हैं।
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