गलत पोश्चर, सही ब्रा न पहननाए ब्रेस्ट फीडिंग और मेनोपॉज के बाद अक्सर महिलाओं को सैगी ब्रेस्ट की समस्या का सामना करना पड़ता है। हार्मोन में आने वाले बदलाव ब्रेस्ट की मांसपेशियों को प्रभावित करने लगते है। इसके चलते महिलाओं को सैगी ब्रेस्ट की समस्या का सामना करना पड़ता है। ब्रेस्ट मसल्स में कसावट लाने के लिए आहार में बदलाव के अलावा कुछ वक्त एक्सरसाइज़ करना बेहद आवश्यक है। जानते हैं ब्रेस्ट को अपलिफ्ट करने में मददगार 4 एक्सरसाइज़।
इस बारे में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सुरभि सिद्धार्थ बताती हैं कि उचित पोश्चर में न बैठने से मसल्स और लिगामेंटस पर उसका असर नज़र आने लगता है। इससे मसल्स की कसावट कम होने लगती है। इसका असर ब्रेस्ट की शेप पर पड़ने लगता है। इससे ब्रेस्ट धीरे धीरे लटकने लगती है। ब्रेस्ट के नीचे पाए जाने वाले पेक्टोरलिस मेजर और पेक्टोरेलिस माइनर मसल्स मौजूद होते हैं। इनकी मज़बूती को बनाए रखने के लिए दिनभर में कुछ वक्त मॉफडरेट एक्सरसाइज़ के लिए निकालने से फायदा मिलता है।
मसल्स को मज़बूत बनाने के लिए पुशअप्स का अभ्यास करना चाहिए। इसके करने से शरीर का वज़न कंधों पर आने लगता है, जिससे अपर बॉडी मसल्स में कसावट आने लगती है और सैगी ब्रेस्ट की समस्या से मुक्ति मिल जाती है।
इसे करने के लिए जमीनपर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने दोनों हाथों को कंधो के पास लेकर आएं। बाजूओं को कंधों से ज्यादा चौड़ाई पर खोलें। अब शरीर के उपर हिस्से को उपर की ओर उठाएं। इससे शरीर का वज़न कंधों पर आने लगता है। इसके बाद पैरों की उंगलियों को जमीन पर टिकाएं। शरीर को उपर की ओर लेकर जाएं और फिर नीचे लेकर आएं। 10 से 15 बार इस एक्सरसाइज़ को 2 से 3 सेट्स में करें।
अपर बॉडी को हेल्दी और टोन बनाए रखने के लिए डंबबेल चेस्ट प्रैस बेहद फायदेमंद है। इसे करने ये चेस्ट पर जमा चर्बी को बर्न करने के अलावा ब्रेस्ट अपलिफ्ट करने में भी मदद मिलती है। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन नियमित बना रहता है।
इसे करने के लिए किसी बेंच के एक कोने पर शरीर के उपर हिस्से को टिका लें। अब अपनी क्षमता के अनुसार डंबबेल को हाथों में पकड लें। इस दौरान घुटनों को मोड़कर रखें और पैरों को मज़बूती से जमीन पर टिका लें। अब डंबबेल को नीचे लाएं और फिर उपर की ओर लेकर जाएं। इससे चेस्ट मसल्स को मज़बूती मिलती है।
चेस्ट मसल्स को हेल्दी बनाए रखने के लिए केबल क्रासओवर एक्सरसाइज़ का अभ्यास करना आवश्यक है। इसे नियमित रूप से करने से शरीर के पोश्चर में सुधार आने लगता है और शरीर में एनर्जी का लेवल भी बढ़ने लगता है।
इस एक्सरसाइज़ को करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और दोनों हाथों से रस्सी को अपनी ओर खीचें। इससे मसल्स स्ट्रेच होते हैं और ब्रेस्ट की मांसपेशियों में कसावट आने लगती है। इसके अलावा शरीर में जमा अतिरिक्त कैलोरीज़ को बर्न करने में भी मदद मिलती है।
पेक्टोरल मसल्स की मज़बूती के लिए डंबबैल फ्लाई एक आसान एक्सरसाइज़ है। इसे करने से शरीर में स्टेमिना बिल्ड होने लगता है और ब्रेस्ट में कसावट आने लगती है। रोज़ाना इस एक्सरसाइज़ का अभ्यास करने से शरीर में बढ़ने वाली स्टिफनेस को दूर करने में मदद मिलती है।
इसे करने के लिए सीधे बैंच लेट जाएं और टांगों को जमीन पर टिकाकर रखें। अब दोनों हाथों में वज़न को उठाएं और उपर ले जाने की जगह दोनों हाथों को फैलाएं और फिर एक स्थान पर ले आएं। इस एक्सरसाइज़ को 8 से 10 बार दोहराएं।
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