लंबे वक्त तक गलत पोश्चर में बैठने से शरीर में कैलोरीज़ जमा होने लगती हैं, जो ब्रैस्ट फैट का कारण साबित होती है। गर्दन से लेकर कंधों के आसपास जमा होने वाले फैट्स का असर ब्रेस्ट साइज़ पर नज़र आने लगता है। ब्रेस्ट फैट बढ़ने से कपड़ों के साइज़ में अंतर महसूस होने लगता है, जो महिलाओं की चिंता का कारण बन जाता है। इससे शरीर में बैक फैट की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। जानते हैं ब्रेस्ट साइज़ को कम करने के लिए कुछ आसान एक्सरसाइज़।
इस बारे में चीफ मेडिकल एडवाइज़र, न्यूटराबूटी डॉ वरूण गुप्ता के अनुसार महिलाओं को अक्सर पीठ पर जमा होने वाले अतिरिक्त फैट्स का सामना करना पड़ता है। इससे ब्रेस्ट फैट की समस्या बढ़ जाती है दिनों दिन बढ़ने वाला तनाव, वर्कआउट की कमी, नींद की घटती गुणवत्ता और अनियमित खानपान इस समस्या को बढ़ा देता है। इसे अलावा वे लोग जो मील स्किप करते हैं, उन्हें भी अतिरिक्त फैट्स की समस्या का सामना करना पड़ता है। नियमित वर्कआउट करने से ब्रेस्ट फैट की समस्या से बचा जा सकता है। \
ब्रेस्ट फैट को कम करने के लिए नियमित रूप से चेस्ट फ्लाई ग्लूट ब्रिज का अभ्यास कारगर साबित होता है। इसे करने से ग्लूट्स, छाती और कोर मसल्स को मज़बूती मिलती है। साथ ही रीढ़ की हड्डी, पीठ की मांसपेशियों और हिप फ्लेक्सर्स को मज़बूती मिलती है। इसे नियमित तौर पर करने से अतिरिक्त कैलोरीज़ बर्न हो जाती है।
इसे करने के लिए पीठ के बल मैट पर लेट जाएं। अपनी क्षमता के अनुसार दोनों हाथों में डंबबैल पकड़ लें।
अब दोनों टांगों के मध्य दूरी बना लें और उन्हें घुटने मोड़ लें। इसके बाद शरीर को कमर से उपर की ओर उठाएं।
दोनों हाथों में डंबबैल लें और हाथों को फैलाएं और नज़दीक लेकर आएं। इस दौरान सांस पर नियंत्रण बनाए रखें।
इस दौरान सिर के नीचे तकिया भी रख सकते है, जिससे बैलेंस मेंटेन करने में मदद मिलती है।
इस एक्सरसाइज़ को करने से शरीर की मांसपेशियों को मज़बूती मिलती है। इससे शरीर स्वस्थ और एक्टिव बना रहता है। शरीर के उपर हिस्से में जमा फैट्स को बर्न करने के लिए दिन में दो बार इस एक्सरसाइज़ का प्रयास करे। इससे टांगों में बढ़ने वाली ऐंठन और शारीरिक अंगों में होने वाली स्टिफनेस कम होने लगती है। इसके अलावा कंधों के आसपास की चर्बी तेज़ी से कम होगी।
इसे करने के लिए मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। अब अपनी पीठ को एकदम से सीधा कर लें।
इसके बाद दोनों टांगों को घुटनों से मोड़ ले और उसमें गैप बनाकर रखें। इसके बाद हाथों में वज़न उठाएं।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंकमर को उपर उठाएं और दोनों हाथों से वज़न को पकड़कर अपने चेहरे के पास लेकर आएं और फिर टांगों के पास ले जाएं।
इस एक्सरसाइज़ को 2 से 3 बार 20 सेट्स में करे। इससे शरीर में तेज़ी से वेटलॉस में मदद मिलती है।
ब्रेस्ट को शेप में लाने के लिए इस एक्सरसाइज़ को करने का प्रयास करें। इसे करने से
करने से ब्रेस्ट की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। कंधों और गर्दन पर जमा अतिरिक्त फैट्स को कम करने में मदद मिलती है। इसे वर्कआउट रूटीन में शामिल करने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं।
इसे एक्सरसाइज़ को करने के लिए मैट पर या बेंच के एक कोने में पीठ के बल लेट जाएं।
दोनों पैरों को जमीन पर मज़बूती से टिका लें और हाथों में वज़न को पकड़ लें। शरीर के स्टेमिना के अनुसार वज़न उठाएं।
अब वेट को उपर की ओर लेकर जाएं और फिर वापिस नीचे लेकर आएं। इसे 20 बार 2 से 3 रांउडस में करे।
एक्सरसाइज़ को करने के दौरान अपनी सांस पर नियंत्रण बनाए रखें। नियमित रूप से इसका अभ्यास करें।
शरीर में जमा अरिक्त चर्बी को दूर करने और ब्रेस्ट को अपलिफ्ट करने के लिए इस एक्सरसाइज़ का अभ्यास करें। इसे करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन नियमित होने लगता है, जिससे शरीर एक्टिव बना रहता है। नियमित रूप से इसका अभ्यास शरीर को फायदा पहुंचाता है।
इसे करने के लिए मैट पर लेट जाएं और दोनों हाथों में डंबबैल पकड़ लें। अपने स्टेमिना के अनुसार वज़न चुनें।
अब दोनों हाथों से वज़न को पकड़कर उपर लेकर जाएं और फिर नीचे की ओर लेकर आएं।
1 से 2 मिनट तक इसका अभ्यास शरीर को फायदा पहुंचाता है। इससे शरीर एक्टिव और हेल्दी रहता है।
एक्सरसाइज़ को नियमित रूप से करने से चेस्ट मसल्स को मज़बूती मिलती है।
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