महिलाएं अक्सर अपने काम और जिम्मेदारियों को पूरा करने में इतना उलझ जाती है कि उनके लिए सेल्फ केयर का कोई महत्व ही नहीं होता है। कई महिलाएं घरके कामों में व्यस्त रहती है कई महिलाएं ऑफिस के कामों। कुछ महिलाएं ऑफिस खत्म करने के बाद घऱ संभालती है। जिसके कारण वे अपने लिए कोई समय नही निकाल पाती है। एक महिला पूरे दिन में बहुत सारी भूमिकाएं निभाती है ऐसे खुद को प्राथमिकता दे पाना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन अगर आप खुद को प्राथमिकता नहीं देंगी तो और कौन देगा।
अपने लिए कुछ करने के लिए दिन में एक घंटा या हफ़्ते में कुछ घंटे निकालना आपके स्वास्थ्य, तंदुरुस्ती और जीवन की समग्र गुणवत्ता के लिए चमत्कारी होगा। कई महिलाएं एक्सरसाइज के महत्व को नहीं समझती है। वे योगा या किसी भी तरह के व्यायाम को अपने जीवन में जगह तक नहीं देती है। लेकिन महिलाओं के स्व्स्थ्य रहने के लिए योगा करने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है।
21 जून को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2024) मनाया जाता है। तन और मन को स्वस्थ रखने वाला एक ऐसा प्राचीन भारतीय अभ्यास जिसका महत्व अब पूरी दुनिया समझ रही है।
योग आपको अपने जीवन के हर पहलू को सफलतापूर्वक संतुलित करने में मदद करता है। योग आपको धैर्य और दृढ़ता विकसित करते हुए शांति की भावना प्राप्त करने में मदद करता है, ताकि आप अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को सहन कर सकें। सबसे बढ़कर, योग आपके शारीरिक और मनोवैज्ञानिक मन और शरीर को लाभ पहुंचाता है, स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को प्राकृतिक, पूरे तरीके से रोकता और प्रबंधित करता है।
बद्ध कोणासन (butterfly pose) महिलाओं को आंतरिक जांघों, कूल्हों और कमर में लचीलापन बढ़ाकर लाभ पहुंचाता है। यह रक्त संचार को बेहतर बनाता है, पीरियड संबंधी असुविधा को कम करता है और प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। ये आपके पॉश्चर को भी बेहतर करने में मदद करता है।
सूर्य नमस्कार महिलाओं को कई लाभ प्रदान करता है। यह शरीर में लचीलापन बढ़ाता है, मांसपेशियों को मजबूत करता है, हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है, और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है। यह योगा आपके वजन को कम करने, हार्मोनल संतुलन और तनाव से राहत दिलाने में भी आपकी मदद कर सकता है। इससे आपका पीरियड चक्र भी सही रहता है, पाचन में सहायता करता है, और पूरे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को मदद मिलती है।
हीलिंग वॉक में हाथों को सिर के ऊपर उठाकर चलना और हथेलियों को बाहर की ओर रखना शामिल है। यह हल्का व्यायाम शरीर के भीतर आंतरिक संचार को बढ़ाने, मांसपेशियों के तनाव को कम करने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। हीलिंग वॉक महिलाओं के तनाव कम करने, मानसिक स्पष्टता में सुधार लाने और मूड को बेहतर बनाने में मददगार है।
हनुमानासन कूल्हों, हैमस्ट्रिंग और कमर में लचीलापन बढ़ाकर महिलाओं को लाभ पहुंचाता है। यह पैरों और कोर को मजबूत करता है, संतुलन में सुधार करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है। यह मुद्रा पैल्विक स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है और मानसिक एकाग्रता को प्रोत्साहित करती है, जिससे शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।
वज्रासन पाचन में सुधार और सूजन को कम करके महिलाओं को लाभ पहुंचाता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, पैल्विक की मांसपेशियों को मजबूत करता है और शरीर के पॉश्चर में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, वज्रासन शरीक ते आराम को बढ़ाता है, तनाव को कम करता है और माइंडफुलनेस और ध्यान अभ्यास में सहायता करता है।
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