क्या दौड़ने से कम हो सकता है बैली फैट? जानिए पेट पर जमी चर्बी के बारे में क्या बता रहे हैं एक्सपर्ट

रनिंग एक बेहतरीन एक्सरसाइज है। यह पूरी बॉडी के लिए काम करती है, साथ ही कैलोरी बर्न करने का सबसे इफेक्टिव तरीका है। पर क्या यह बैली फैट कम करने में भी मददगार है?
रनिंग एक जबरदस्त फैट बर्निंग वर्कआउट है। यह बहुत अधिक कैलोरी जलाता है। चित्र : शटर स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 17 Jan 2023, 08:00 am IST
  • 126

फिट रहने के लिए पहली शर्त होती है बढ़े हुए वजन को कम करना। वजन मुख्य रूप से फैट डिपोजिशन के कारण होता है। फैट जब पेट पर जमा हो जाता है, तो इसे बैली फैट भी कहते हैं। यदि इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है, तो इसे घटाना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए कई तरह की एक्सरसाइज की जाती है। बैली फैट को घटाने का व्यायाम रनिंग को भी माना जाता है। पर क्या वास्तव में दौड़ने से बैली फैट घटते हैं? मुझे लगता है कि दौड़ना बैली फैट के लिए (running effect on belly fat) बहुत फायदेमंद नहीं होता है। आइये जानते हैं एक्सपर्ट से।

इसके लिए हमने बात की पारस अस्पताल, गुरुग्राम में लेप्रोस्कोपिक, बेरियाट्रिक और जनरल सर्जरी विभाग में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नवीन सतीजा से।

कैसे जमा होता है फैट डिपोजिशन (Fat Deposition) 

फैट डिपोजिशन दो प्रकार की होती है। 1 सबक्यूबिकटेनियस फैट 2 विसेरल फैट। सबक्यूबिकटेनियस फैट स्किन के ठीक नीचे होता है। यह चर्बी पूरे शरीर में जमा हो जाती है। इसमें पेट भी शामिल है। वहीं यदि पेट और आसपास के क्षेत्र में चर्बी जमती है, तो उसे विसेरल फैट कहा जाता है। यह वसा शरीर में अधिक गहराई में स्थित होती है। शोध बताते हैं कि जब इस फैट की अधिक मात्रा हो जाती है, तो इससे टाइप 2 डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्लम होने की संभावना बढ़ जाती है।

बैली फैट को घटाना नहीं है मुश्किल

डॉ. नवीन सतीजा कहते हैं, ‘पेट की चर्बी से छुटकारा पाना बेहद मुश्किल होता है। नियमित व्यायाम शरीर के अन्य क्षेत्रों को ट्रिम और टोन करने में मदद कर सकता है।

running hai faydemand.
पेट की चर्बी कम करने के लिए दौड़ना सबसे बेहतरीन व्यायामों में से एक है। चित्र : शटरस्टॉक

कई व्यक्तियों के लिए पेट पर बढ़ी चर्बी को घटाना मुश्किल हो सकता है। पेट की चर्बी कम करने के लिए दौड़ना सबसे बेहतरीन व्यायामों में से एक है। सामान्य दौड़ने की दिनचर्या में कुछ मामूली बदलाव करने से लगातार वसा जलने को बढ़ावा मिल सकता है।’

क्या दौड़ने से पेट की चर्बी (Running for Belly Fat) हो सकती है कम

डॉ. नवीन सतीजा बताते हैं, ‘रनिंग एक जबरदस्त फैट बर्निंग वर्कआउट है। यह बहुत अधिक कैलोरी जलाता है। वास्तव में, जब वजन कम करने की बात आती है, तो इससे बेहतर विकल्प ढूंढना मुश्किल है। यदि कोई 180 पाउंड वजन वाला रनर 10 मिनट के लिए एकसमान गति से दौड़ता है, तो उसकी 170 कैलोरी बर्न होती है।

यदि व्यक्ति 30 मिनट तक दौड़ता है, तो वह 500 से अधिक कैलोरी जला सकता है। दौड़ने से आप भूख को दबाने में भी सक्षम हो सकती हैं। दूसरी ओर, यदि आप लंबे समय से सिर्फ दौड़ रही हैं, तो दौड़ने से पेट की चर्बी कम करने में मदद नहीं मिलेगी। इस समस्या पर काम करने के लिए न्यूट्रिशन और बिहेवियर चेंज को भी फॉलो करना होगा।‘

 आहार (Diet) पर भी ध्यान देना जरूरी

डॉ. नवीन के अनुसार, वजन कम करने के लिए दौड़ना एक बेहतरीन व्यायाम है। लेकिन खान पान पर भी कड़ी नजर रखनी पड़ेगी। यदि आप एक फ्रीक्वेंट रनर हैं, तो इसके बहुत फायदे हैं । नियमित रूप से दौड़ने पर मांसपेशियां मजबूत होती हैं। मेटाबोलिज्म सक्रिय होता है। साथ ही आपका वजन भी मेंटेन होता है। लेकिन आप क्या खाती हैं, उस पर भी जिद्दी बैली फैट होना या नहीं होना निर्भर करता है।

नियमित रूप से दौड़ने पर मांसपेशियां मजबूत होती हैं। चित्र : शटर स्टॉक

यह अक्सर खराब आहार के कारण होता है। अनुभवी धावक होने के बावजूद यदि आपका खानपान खराब है, तो दौड़ने के बावजूद फैट नहीं घटेगा। इसे आप इस उदाहरण से समझ सकती हैं।

दौड़ने के साथ-साथ आहार से हटायें एक्स्ट्रा शुगर (Added Sugar)

यदि कोई व्यक्ति अक्सर व्यायाम करता है, लेकिन हाई प्रोटीन के लिए अधिक प्रोटीन बार और स्पोर्ट्स ड्रिंक का सेवन भी करता रहता है, तो इससे बैली फैट नहीं घट पायेगा। प्रोटीन बार और स्पोर्ट्स ड्रिंक, दोनों चीनी से भरपूर होते हैं। चीनी आपके शरीर में चिपकना पसंद करती है, खासकर पेट के आसपास। इसलिए दौड़ने के साथ एक्स्ट्रा शुगर को भी कम करें।

BMI

वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए

बीएमआई चेक करें

यह भी पढ़ें :-आपके शरीर एवं मांसपेशियों को एक्सरसाइज के लिए तैयार करता है वार्मअप, जाने इसके कुछ महत्वपूर्ण फायदे

  • 126
लेखक के बारे में

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।...और पढ़ें

पीरियड ट्रैकर

अपनी माहवारी को ट्रैक करें हेल्थशॉट्स, पीरियड ट्रैकर
के साथ।

ट्रैक करें
अगला लेख