आसानी से उपलब्ध अरबी, आम भारतीय घरों का भोजन है, जिसे ज़्यादातर लोग पसंद करते हैं। इसके तरह – तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं और लोग इसके पत्तों के पकौड़े भी बड़े चाव से खाते हैं। कुछ लोग व्रत में कूट्टू के आटे के संग इसकी सब्जी खाते हैं। जो लोग वजन बढ़ने के डर से आलू को अपने आहार से हटा देते हैं, वे भी अरबी को इसके विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। पर क्या वाकई अरबी आलू का विकल्प बन सकती है? या इसे खाने से भी वजन बढ़ता है? आपके मन में उठने वाले ऐसे ही सवालों के जवाब यहां हैं।
कैलोरी: 187
प्रोटीन: 1 ग्राम
वसा: 0.1 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट: 39 ग्राम
फाइबर: 7 ग्राम
चीनी: 1 ग्राम
अरबी फाइबर से भरपूर होती है और इसे खाने से आपका पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है। यह कैलोरी में भी कम होती है, जिससे समय के साथ चर्बी कम करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, अरबी जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ पेट से गंदगी को खत्म करने में मदद करते हैं, जो पाचन प्रक्रिया को और बढ़ावा देते हैं और अतिरिक्त कैलोरीज घटाने में मदद करते हैं।
वसा और सोडियम में कम, अरबी उच्च रक्तचाप और उच्च रक्तचाप को रोकती है। अरबी में सोडियम की कम मात्रा फ्लूइड रिटेंशन और किडनी संबंधित समस्याओं को ठीक करती है,। अरबी में मौजूद 17 अमीनो एसिड कैंसर, हृदय और अन्य बीमारियों को रोकते हैं। इसके अलावा, ओमेगा 3 और 6 समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी यह फायदेमंद है।
अगर आप मुर्झाती त्वचा और सफेद बालों से परेशान हैं, तो अरबी आपके लिए परफेक्ट हैं! अरबी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन A, B और C में त्वचा के पिगमेंटेशन और बालों के झड़ने से छुटकारा पाने में मदद कर सकते हैं।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंभारत में अक्सर अरबी की सब्जी बनाने के लिए, इसे मसाले में मिलाने से पहले तला जाता है। मगर, तली हुई अरबी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें फैट की मात्रा बढ़ जाती है और यह गैस या कब्ज़ का कारण बनती है।
अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए अरबी को उबालकर खाने की सलाह दी जाती है। आप चाहें तो इसमें प्याज, टमाटर और नींबू का रस भी मिला सकती हैं और धनिया पत्ते के साथ गार्निश कर सकती हैं।
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