ऑफिस में ही बस 5 मिनट निकाल कर करें ये 5 योगाभ्यास, बिना जिम जाए फिटनेस रहेगी बरकरार

काम की व्यस्तता के बीच क्या आपको भी अपने आप को फिट रखने का समय नहीं मिलता है तो चलिए जानते है ऐसे योगासन को आपको व्यस्त जीवन के बाद भी फिट रखने में मदद करेंगे।
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तितली मुद्रा लोकप्रिय आसनों में से एक है, जिससे शरीर को आराम मिलता है। चित्र- अडोबी स्टॉक
Published On: 10 Aug 2023, 08:00 am IST
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क्या आपने कभी सोचा है ऑफिस में योगा करने के बारे में, दिन भर डेस्क पर बैठे रहने से आपको वेतन मिलता है और पीठ में दर्द, गर्दन और कंधों में अकड़न, कूल्हों में जकड़न और तनाव भी होता हैं। यदि व्यस्त कार्यसूची के कारण आप योग या एक्सरसाइज के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं, तो हमारा सुझाव है कि आप कार्यस्थल (yoga at office) पर अपने समय का प्रबंधन करें और योग के लिए समय निकालें।

क्यों जरूरी है ऑफिस में योग (yoga at office benefits)

एसोचैम के एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि 53 प्रतिशत से अधिक कॉर्पोरेट कंपनियां उत्पादकता बढ़ाने और नौकरी छोड़ने की दर को कम करने के लिए कार्यस्थल पर योग के लिए समय निकाल रही हैं। चाहे आपका कार्यस्थल उनमें से एक हो या नहीं, आप सहकर्मियों के साथ मिल सकते हैं या तनाव मुक्त होने और खुद को आराम देने के लिए ये सरल योग मुद्राएं और स्ट्रेच कर सकते हैं।

अच्छी फिटनेस के लिए बस 5-5 मिनट के लिए ऑफिस में करें ये 5 योगासन

1 सीटेड फॉरवर्ड फोल्ड (पश्चिमोत्तानासन)

सीटेड फॉरवर्ड फोल्ड, जिसे पश्चिमोत्तानासन के नाम से भी जाना जाता है, एक योग मुद्रा है जो हैमस्ट्रिंग, पीठ के निचले हिस्से और रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेच देता है। यह तनाव दूर करने और लचीलेपन को बढ़ाने में मदद करता है।

यह पोजीशन आपकी किडनी को मज़बूत बनाने में मदद करती है, चित्र: शटरस्टॉक

ऐसे करें सीटेड फॉरवर्ड फोल्ड

अपने पैरों को फर्श पर सपाट करके अपनी कुर्सी के किनारे पर बैठें।

सांस लें और अपनी रीढ़ को लंबा करें, फिर अपने कूल्हों पर टिकाते हुए सांस छोड़ें, अपने धड़ को अपने पैरों के ऊपर मोड़ें।

अपने लचीलेपन के आधार पर अपने हाथों को अपनी पिंडलियों, टखनों या फर्श पर रहने दें।

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कई सांसों तक खिंचाव को रोककर रखें, अपनी हैमस्ट्रिंग और पीठ के निचले हिस्से में हल्का खिंचाव महसूस करें।

2 सीटेड स्पाइनल ट्विस्ट

सीटेड स्पाइनल ट्विस्ट, एक योग मुद्रा है जो रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन में सुधार करने, पीठ में तनाव से राहत देने और पाचन में सहायता करने में मदद करती है। कार्यस्थल पर योगाभ्यास के लिए यह एक बढ़िया विकल्प है क्योंकि इसे कुर्सी पर बैठकर भी किया जा सकता है।

ऐसे करें सीटेड स्पाइनल ट्विस्ट

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अपने पैरों को फर्श पर सपाट रखते हुए अपनी कुर्सी पर सीधे बैठें।

सांस लें और अपनी रीढ़ को लंबा करें, फिर सांस छोड़ते हुए दाईं ओर मुड़ें, अपने बाएं हाथ को अपने दाहिने घुटने पर और अपने दाहिने हाथ को कुर्सी के पीछे रखें।

कुछ सांसों के लिए मोड़ को रोके रखें, फिर दूसरी तरफ बदल लें।

यह आसन रीढ़ की हड्डी में तनाव को दूर करने और पाचन में सुधार करने में मदद करता है।

3 डेस्क प्लैंक

डेस्क प्लैंक नॉर्मल प्लैंक व्यायाम का एक अलग तरीका है जिसे आप अपने डेस्क या अपने कार्यस्थल में किसी मजबूत सतह का उपयोग करके कर सकते हैं। यह व्यायाम आपके कोर, बांहों, कंधों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए बहुत अच्छा है।

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डेस्क प्लैंक नॉर्मल प्लैंक व्यायाम का एक अलग तरीका है। चित्र : शटरस्टॉक

ऐसे करें डेस्क प्लैंक

अपनी डेस्क की ओर मुंह करके खड़े हो जाएं और अपने हाथों को कंधे की चौड़ाई पर किनारे पर रखें।

अपने पैरों को पीछे ले जाएं ताकि आपका शरीर एक डॉइगनल पर हो, जिससे सिर से एड़ी तक एक सीधी रेखा बन जाए।

अपने कोर को व्यस्त करें और 20-30 सेकंड के लिए इस प्लैंक स्थिति मे रहें।

4 रिस्ट और फिंगर स्ट्रेच

कलाई और उंगलियों को फैलाना सरल व्यायाम हैं जो तनाव को कम करने, सर्कुलेशन में सुधार करने और आपके हाथों और कलाइयों में लचीलेपन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, जो विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है यदि आप टाइपिंग या कंप्यूटर का उपयोग करने में बहुत समय बिताते हैं।

ऐसे करें वरिस्ट और फिंगर स्ट्रेच

अपनी बाहों को कंधे की ऊंचाई पर अपने सामने फैलाएं।

अपनी कलाइयों को धीरे से मोड़ें और फैलाएं, फिर अपनी उंगलियों को फैलाएं और पंपिंग मोसन बनाते हुए उन्हें एक साथ लाएं।

कलाइयों और हाथों में तनाव दूर करने के लिए प्रत्येक स्ट्रेच को कुछ सेकंड के लिए रोककर रखें।

5 गहरी सांस और नेक स्ट्रेच

अपनी कुर्सी पर आराम से बैठ जाएं और अपनी आंखें बंद कर लें।

अपनी नाक से गहरी सांस लें, अपने फेफड़ों को पूरी तरह भरें और फिर अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें।

जैसे ही आप सांस लें, धीरे से अपने सिर को दाईं ओर झुकाएं, जिससे आपका दाहिना कान आपके दाहिने कंधे के पास आ सके। अपने सिर को वापस केंद्र में लाते हुए सांस छोड़ें।

बाईं ओर इसी मुद्रा को दोहराएं।

यह व्यायाम आपकी गर्दन की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है और विश्राम करने में मदद करता है।

लेखक के बारे में
संध्या सिंह
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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