यदि लंजेस और स्क्वॉट्स जैसे व्यायाम आपके घुटनों के दर्द को बढ़ाते हैं, तो आप स्वयं अपने घुटनों को दोष देकर एक्सरसाइज में ढिलाई कर देते हैं। यह आपके वेट लॉस प्लान पर भारी पड़ सकता है। लेकिन सिर्फ इसलिए कि आपके घुटनों का दर्द आपके फिटनेस रूटीन में बाधा डाल रहा है, आप वर्कआउट करना नहीं छोड़ सकते हैं।
हम जानते हैं कि गठिया या घुटनों का दर्द आपके फिटनेस सेशन को मुश्किल बना देता है। ऐसे में सक्रिय रहना और कैलोरी बर्न करना कठिन हो सकता है। अध्ययन मानते हैं कि घुटनों के दर्द के साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से जोड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है जो आपके व्यायाम सत्र को बाधित कर सकता है। तो ऐसे में आप अपने घुटनों को परेशान किए बिना वजन कम करने के लिए कौन से व्यायाम कर सकते हैं? आइए हम आपको इस सवाल का जवाब देते हैं।
अगर घुटनों के दर्द के साथ वजन घटाने की बात आती है, तो कुछ हटकर व्यायाम की आवश्यकता है। घुटनों पर दबाव डाले बिना वेट लॉस के साथ मांसपेशियों को मजबूत करना है, तो वाटर एरोबिक्स धूम मचा सकता है। फिटनेस विशेषज्ञों का कहना है कि पानी आपके जोड़ों के वजन को कम करने में मदद करता है।
इससे आप जमीन के सतहों के प्रभाव को महसूस किए बिना अधिक स्वतंत्र रूप से एक्सरसाइज कर सकते हैं। इसके लिए आप वाटर वेट और इक्विपमेंट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। पानी में हवा के मुकाबले अधिक प्रतिरोध होता है, जिसका अर्थ है कि इन वजन को उठाने में ज्यादा कैलोरी बर्न होती है।
योग न केवल कैलोरी बर्न करता है, बल्कि इसके अन्य लाभ भी है जो आपको वजन कम करने और आपके जोड़ों के सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। फिटनेस विशेषज्ञ कहते हैं कि यह स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल को कम करता है जो बढ़ते वजन का महत्वपूर्ण कारण है। विशेष योग मुद्रा आपके घुटनों पर दबाव डाले बिना मांसपेशियों की ताकत और लचीलेपन को बढ़ावा देते हैं।
NCBI द्वारा किए अध्ययन के अनुसार योग का अभ्यास करने वाली महिलाओं ने अपने रक्त में इंटरल्यूकिन-6 के निम्न स्तर को दिखाया है। यह प्रोटीन जोड़ों और घुटनों में दर्द का कारण बनता है। इसलिए योग न केवल आपके बढ़ते वजन को रोकेगा बल्कि घुटनों की परेशानियों से भी आराम देगा।
कैलोरी बर्न करने वाले लो इंटेंसिटी वर्कआउट की तलाश कर रहें हैं? तो जॉगिंग या रनिंग की तुलना में चलना आमतौर पर आपके जोड़ों पर कम दबाव डालता है। इसके लिए कुशन वाले सपोर्टिव स्नीकर्स पहनना सुनिश्चित करें। इसके अलावा, अपने पैर की उंगलियों को बाहर की ओर करके चलने से बचें।
यह आपके घुटने के जोड़ों के अंदरूनी हिस्से पर अधिक दबाव डालता है। घास वाली सतहों पर चलने से आपके घुटनों पर पड़ने वाला झटका भी नरम हो जाएगा। विशेषज्ञ फैट बर्निंग के लिए सप्ताह में 5 दिन 30 मिनट मध्यम गति से वॉक करने का सुझाव देते हैं।
यह भी पढ़ें: वर्कआउट के बाद चिपचिपे हो जाते हैं बाल, तो ये हेयर केयर रुटीन फॉलो करनाा है जरूरी
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करें