वेट लॉस को लेकर लोगों के मन में कई सवाल होते हैं। ज्यादातर लोग वेट लॉस के लिए दो विकल्प चुनते हैं, “डाइटिंग और एक्सरसाइज” वहीं कुछ लोग केवल डाइटिंग तो कुछ लोग केवल वर्कआउट के साथ अपनी वेट लॉस जर्नी की शुरुआत करते हैं। अब सवाल यह उठता है कि इन दोनों में से कौन अधिक प्रभावी रूप से वजन कम करने में आपकी मदद करता है! बहुत से लोगों ने यह सवाल किया है।
तो आज आपके इस सवाल का जवाब जानने के लिए हेल्थ शॉट्स ने डायटीशियन वंशिका भारद्वाज, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल गुरुग्राम की सीनियर डायटीशियन से बात की। एक्सपर्ट ने एक्सरसाइज और डाइटिंग के बारे में अधिक प्रभावी रूप से समझाया है (Diet vs workout for weight loss)। तो फिर बिना देर किए उनसे जानते हैं, एक्सरसाइज और वर्कआउट में से कौन है अधिक प्रभावी (Diet vs workout which is more better for weight loss)।
एक्सपर्ट कहती हैं “संपूर्ण स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए डाइटिंग और एक्सरसाइज दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, और इनके लाभ अक्सर साथ-साथ होते हैं। डाइटिंग और साइजिंग दोनों ही सेहत संबंधी गंभीर समस्याओं के खतरे को कम कर देते हैं। लेकिन कौन सा बेहतर है, यह तय करना व्यक्तिगत उद्देश्यों और चिकित्सा परिस्थितियों पर निर्भर करता है।”
डाइटिशियन वंशिका भारद्वाज के अनुसार “आप क्या और कितना खाती हैं, इसे नियंत्रित करना डाइट का मुख्य लक्ष्य है, और वेट मैनेजमेंट पर इसका टेंपरेरी प्रभाव पड़ता है। जितने दिन आप खाने पर परहेज रखती हैं, हो सकता है उतने दिन आपकी बॉडी शेप में रहे और जैसे ही आप वापस से नियमित खान पान शुरू कर देती हैं, बॉडी वापस से वेट गेन कर सकती है।
डाइटिंग में हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को खाने की सलाह दी जाती है। पोषक तत्वों से भरपूर, संतुलित आहार मोटापे, डायबिटीज और हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों के विकास की संभावना को कम कर देता है, साथ ही सामान्य शारीरिक प्रक्रियाओं का समर्थन भी करता है। सही खाद्य पदार्थ खाने से आपको रोज़मर्रा के कामों और सामान्य सेहत के लिए ज़रूरी ऊर्जा मिलती है।
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दूसरी ओर, शारीरिक गतिविधि मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से सेहतमंद बनाती है। नियमित रूप से व्यायाम करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, मांसपेशियां बनती हैं और वजन कम होता है। यह हृदय संबंधी स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। एक्सरसाइज के दौरान एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो मूड को बेहतर बनाता है, और तनाव के स्तर को कम करता है। नियमित शारीरिक गतिविधियों का प्रभाव काफी लंबा होता है। परंतु आपके लिए ध्यान रखना जरूरी है, कि आप उसे नियमित रूप से दोहरा रही हैं।
अक्सर, दोनों का कॉम्बिनेशन वजन घटाने के लिए सबसे अच्छा काम करता है। वर्कआउट कैलोरी बर्न करने की कैपेसिटी को बढ़ाता है, जबकि डाइटिंग कैलोरी सेवन को सीमित करती है।
व्यायाम से समग्र स्वास्थ्य रखरखाव के मामले में थोड़ा फ़ायदा हो सकता है, क्योंकि इसके कई फ़ायदे हैं, जिनमें मानसिक स्पष्टता, सहनशक्ति में वृद्धि और मांसपेशियों की मजबूती शामिल हैं।
वेट लॉस में इन दोनों का संयोजन सबसे अच्छा काम करता है। नियमित रूप से व्यायाम करने से संतुलित और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा मिलता है, जो यह सुनिश्चित करता है, कि शरीर पौष्टिक आहार से पोषक तत्वों का उपयोग करता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंअगर आप अपनी कैलोरी कम करना चाहती हैं तो वजन घटाने के लिए एक स्वस्थ भोजन योजना एक महत्वपूर्ण पहलू है। हालांकि, अकेले आहार के माध्यम से कैलोरी की कमी को पूरा करना एक मुश्किल काम हो सकता है क्योंकि इसमें बहुत सारे खाद्य प्रतिबंध शामिल होते हैं। एक हेल्दी वेट लॉस रूटीन में एक्सरसाइज जरूर शामिल होना चाहिए, ताकि आप एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न कर सकें। दोनों परस्पर अनन्य नहीं हैं।
व्यायाम आपको वजन कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन इसे हमेशा एक स्वस्थ आहार के साथ करना चाहिए, अन्यथा, आप कमजोर महसूस कर सकती हैं। आपकी मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होती रहेगी और यहां तक कि आपकी प्रतिरक्षा भी कम हो सकती है। इसलिए आपको सावधानीपूर्वक एक ऐसी योजना बनाने की ज़रूरत है, जिसमें एक्सरसाइज और डाइट दोनों शामिल हों।
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