अगर हम कुछ जानते हैं, तो वह यह है कि बच्चे के बाद स्वस्थ वजन मेंटेन करना एक संघर्ष हो सकता है। नवजात शिशु की देखभाल करना, नई दिनचर्या के साथ तालमेल बिठाना और बच्चे के जन्म से उबरना तनावपूर्ण हो सकता है। यह एक साथ बहुत सारी जिम्मेदारियों को लाता है।
हालांकि, प्रसव के बाद स्वस्थ वजन पर लौटना महत्वपूर्ण है। खासकर यदि आप भविष्य में फिर से गर्भवती होने की योजना बना रही हैं।
हम आपको स्वस्थ पोस्टपार्टम वेट लॉस करने में मदद करने के लिए कुछ प्रभावी तरीके लाए हैं।
आपके लिए यह जानना जरूरी है कि “बेबी वेट” क्या है, गर्भावस्था के दौरान ऐसा क्यों होता है, और बच्चे के दुनिया में आने के बाद इसकी आवश्यकता क्यों नहीं होगी।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के अनुसार स्वस्थ वजन सीमा के भीतर वाली प्रेगनेंट महिलाएं गर्भावस्था के दौरान 25 से 35 पाउंड (11.5 से 16 kg) तक वेट गेन कर लेती हैं।
कम वजन वाले, अधिक वजन वाले या कई बच्चों को जन्म देने वाली गर्भवती महिलाओं के लिए अलग तरीके से वजन बढ़ता है। अपने व्यक्तिगत अनुशंसित वजन को निर्धारित करने के लिए चिकित्सा संस्थान या राष्ट्रीय अकादमियों में इंटरैक्टिव कैलकुलेटर देखना चाहिए।
आपकी स्वयं की आवश्यकताओं के आधार पर आपके हेल्थकेयर प्रोफेशनल आपके लिए अलग वजन की सिफारिश कर सकते हैं।
अमेरिकन जर्नल ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी में प्रकाशित शोध के अनुसार, गर्भावस्था में वजन बढ़ने के लिए निम्न कारक जिम्मेदार हैं :
यह फैट जन्म और स्तनपान के लिए ऊर्जा आरक्षित के रूप में कार्य करता है। हालांकि, अधिक वजन बढ़ने से बहुत अधिक वसा हो सकती है। इसे लोग आम तौर पर “बेबी वेट” के रूप में संदर्भित करते हैं और यह बहुत आम है।
सीडीसी (CDC) के अनुसार, सभी गर्भवती महिलाओं में से लगभग आधी गर्भावस्था के दौरान अनुशंसित मात्रा से अधिक वजन प्राप्त करती हैं।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंमैक्स हॉस्पिटल, गुरुग्राम की हेड क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट उपासना शर्मा कहती हैं, ” गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का वजन काफी बढ़ जाता है, जो बच्चे के जन्म के बाद और अधिक हो सकता है। इसका एक प्रमुख कारण है पोषण। गर्भावस्था के बाद वजन और पेट कम करने के लिए जल्दबाजी न करें और ऐसी किसी भी दवा का उपयोग न करें, जो आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर गलत प्रभाव डाले।”
1. संतुलित आहार या हेल्दी डाईट लें: फाइबर विटामिन मिनरल और प्रोटीन से भरपूर चीजें खाएं। इससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलेंगे और यह लंबे समय तक भरा रहेगा।
2. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं: अपने शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। दिन में 8 से 10 गिलास पानी पीना इसका एक अहम हिस्सा है। इससे शरीर से टॉक्सिन दूर होंगे और वजन कम करना आसान बनता है।
3. डाइटिंग न करे: बच्चे के जन्म के बाद शरीर कमजोर हो जाता है। डाइटिंग का असर मिल्क प्रोडक्शन पर पड़ सकता है, जो आपके और बच्चे के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। इसे अतिरिक्त देखभाल और पोषण की आवश्यकता होती है। ऐसे में खान-पान का ध्यान रखना सेहत के लिए काफी जरूरी है।
4. कैफीन और एल्कोहल से दूर रहें: डिलीवरी के बाद मोटापे को कम करने के लिए जरूरी है कि कैफीन और एल्कोहल से दूर रहें। इन पदार्थो का सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है।
5. स्तनपान आवश्यक है: इससे प्रति दिन काफी कैलोरी बर्न होती है, जो वजन कम करने में मदद कर सकती है. साथ ही, स्तनपान बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
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