Stick Yoga : कोर मसल्स के लिए मलाइका अरोड़ा को पसंद है दंड योग, जानिए इसके फायदे

एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा अपनी परफेक्ट फिगर के चलते अक्सर सुर्खियों में रहती है। उन्होंने इंस्टाग्राम अकाउंट पर दंड योग की वीडियो साझा कर इसे पसंदीदा योगा फॉर्म बताया है। जानते हैं कि क्या है दंड योग और इसके फायदे
Jaanein dand yog ke fayde
दंड योग की मदद से बाजूओं, टांगों और स्पाइन को स्ट्रेच किया जा सकता है। इससे मांसपेशियों की कसावट बढ़ने लगती है ।
Updated On: 19 Jun 2024, 02:51 pm IST
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अगर फिटनेस की बात करें, तो एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा अपनी परफेक्ट फिगर से अक्सर सुर्खियों में रहती है। उनकी टोन्ड बॉडी और जिम वर्कआउट वाले विडियोज़ लोगों को मोटिवेट करने में खूब कारगर साबित होते है। हाल ही में उन्होंने एक अलग तरह का वर्कआउट यानि दंड योग की विडियो शेयर कर लोगों को चौंकाया और उन्हें अपनी फिटनेस के नए आयाम से भी परिचित करवाया। मलाईका ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर दंड योग की वीडियो साझा कर इसे अपना पसंदीदा योगा फॉर्म बताया है। सबसे पहले जानते हैं कि क्या है दंड योग और इसके फायदे।

कोर मसल्स के लिए मलाइका कर रही हैं दंड योग

एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा की उम्र 49 वर्ष है और उन्होंने योग के जरिए आने शरीर को बेहतर तरीके से मेंटेन किया है। उन्होंने मंडे वर्कआउट की विडियो शेयर करने के दौरान दंड योग यानि स्टिक योगा को अपना पसंदीदा योग बताया है। विडियो के कैप्शन में उन्होंने लोगों को दंड योग की जानकारी देते हुए बताया कि इसकी मदद से बैली फैट कम करने के अलावा वेस्ट के आसपास जमा चर्बी को भी कम किया जा सकता है।

इसके अलावा दंड योग की मदद से बाजूओं, टांगों और स्पाइन को स्ट्रेच किया जा सकता है। इससे मांसपेशियों की कसावट बढ़ने लगती है और मसल्स बिल्ड होने लगते हैं। अपने विडियो में मलाईका बताती हैं कि योग को नयारूप देने के लिए डंडे के स्थान प्रॉप के लिए पानी की बोतल और तौलिए का भी प्रयोग किया जा सकता है।

Dand yog ke fayde jaanein
डंडे की मदद से सीटिंग, स्टैंडिंग और बैलेंसिंग योग मुद्राएं की जाती हैं। इससे ब्रीदिंग में मदद मिलती है और शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है।

क्या है दंड योग या स्टिक योगा (What is Dand yoga or stick yoga)

योग मुद्राओं के दौरान डंडे का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। लकड़ी की टी शेप स्टिक की मदद से सिद्धासन, सुखासन और पद्मासन करने में मदद मिलती है। इसके अलावा स्ट्रेचिंग योग मुद्राओं के लिए भी ये बेहद कारगर है। डंडे की मदद से सीटिंग, स्टैंडिंग और बैलेंसिंग योग मुद्राएं की जाती हैं। इससे ब्रीदिंग में मदद मिलती है और शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है।

जानिए आपकी फिटनेस के लिए क्यों खास है दंड योग (Benefits of dand yoga)

1. पोश्चर में सुधार करता है

दिनभर बैठकर काम करने से शरीर आगे की ओर झुकने लगता है, जिससे बॉडी के पोश्चर पर उसका प्रभाव पड़ने लगता है। अक्सर लोग बेंड स्पाइन और नेक हंप से परेशान रहते हैं। ऐसे में अपने शरीर के पोश्चर को बेहतर बनाने के लिए डंडे की मदद से योग करें। इससे शरीर का अनाइनमेंट मेंटेन रहता है। साथ ही पीठ, टांगों, बाजूओं और पोश्चरल मसल्स में सुधार आने लगता है।

2. बैली फैट कम करता है

लॉन्ग वर्किंग आवर्स के दौरान बैली फैट बढ़ने लगता है। इसे कम करने के लिए पेट के बल की जाने वाली योग मुद्राएं कारगर साबित होती है। ऐसे में डंडे का प्रयोग करने से मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ने लगता है, जिससे अतिरिक्त कैलोरीज़ को बर्न किया जा सकता है। साथ ही कमर के आसपास जमा चर्बी को भी दूर कर सकते हैं।

Yogasan hai belly fat burn karne mei faydemand
दंड योग की मदद से बैली फैट कम करने के अलावा वेस्ट के आसपास जमा चर्बी को भी कम किया जा सकता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

3. मसल्स पेन दूर करता है

दिनभर की थकान शरीर के विभिन्न अंगों में पेन की समस्या को बढ़ा देता है। दर्द को दूर करने के लिए डंडे की मदद से योग मुद्राएं करें। इससे बाजूओं, पेट औ टांगों की मसल्स में आने वाले खिंचाव से शरीर में बढ़ने वाला दर्द कम होने लगता है और शरीर रिलैक्स हो जाता है।

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4. ब्रीदिंग रेगुलेट करता है

डंडे की मदद से किए जाने वाले योगासनों से ब्रीदिंग की समस्या हल होने लगती है। दरअसल, इसका नियमित अभ्यास ब्रीदिंग को रेगुलेट कर शरीर में एनर्जी के फ्लो को बढ़ा देता है। साथ ही शरीर का संतुलन भी बना रहा है। इसके नियमित रूप से करने से सांस का प्रवाह बढ़ जाता है और नाक से सांस न ले पाने की समस्या हल हो जाती है।

दंड योग करते वक्त किन बातों का ख्याल रखें

योग के दौरान शरीर का बैलेंस मेंटेन रहें, इसके लिए डंडे की लंबाई का ध्यान रखें।

वे लोग जो बिगनर्स हैं, उन्हें किसी ट्रेनर की देखरेख में ही दंड योग का अभ्यास करना चाहिए।

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शारीरिक क्षमता के अनुसार ही स्टिक का प्रयोग करें अन्यथा बैक पेन और शोल्डर पेन का खतरा बढ़ सकता है।

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लेखक के बारे में

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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