आमतौर पर लोग वज़न घटाने के लिए साइकलिंग या स्वीमिंग को विकल्प के तौर पर चुनते हैं। बचपन से हम लोग साइकलिंग करते हैं, जो कुछ घंटे लगातार करने से कैलोरी को बर्न करने का काम करती है। वहीं स्विमिंग एक ऐसा विकल्प है, जिसमें हमारी पूरी बॉडी हिलती डुलती है और वज़न को घटाना और भी आसान हो जाता है। इसके अलावा गर्मी के मौसम में पानी में कुछ देर तक रहने से बॉडी टेमपरेचर भी नॉर्मल बना रहता है। आज के दौर में तैराकी बेहद डिमांड में हैं। बच्चों से लेकर युवा तक हर कोई इस ओर बढ़ रहा है। जानते हैं कि साइकलिंग और स्विमिंग में से कौन सा विकल्प है बेहतर (cycling vs swimming for weight loss)।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड वेलनेस के मुताबिक हर सप्ताह ढ़ाई घण्टे की गई साइकलिंग और स्विमिंग से डायबिटीज़, हृदय रोग और क्रानिक इलनेस जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा ये ज्वाइंट और मसल्स पेन का भी सर्वोत्तम इलाज है। ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्टस मेडिसिन के मुताबिक 80,000 युवाओं पर की गई एक स्टडी के अुनसार पाया गया कि जो लोग नियमित तौर पर स्विमिंग करते हैं, उनमें हार्ट डिजीज़ का खतरा 41 फीसदी कम हो जाता है। वहीं एक अन्य स्टडी के हिसाब से साइकलिंग करने वाले लोगों में अर्ली डेथ का जोखिम 10 फीसदी तक घट जाता है ।
स्विमिंग- सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड वेलनेस के मुताबिक पानी हमारे दिलो दिमाग को शांति प्रदान करता है। अधिकतर लोग अपने माइंड को रिलैक्स रखने के लिए समुद्र के नज़दीक जाते है। ऐसे में कुछ देर की जाने वाली स्मिंग आपको एनर्जी प्रोवाइड करवाती है। इससे आप तनाव की स्थिति से बाहर आ जाते हैं और मूड सि्ंवग की समस्या भी दूर हो जाती है।
साईकलिंग- बीएमजे जर्नल की एक स्टडी के मुताबिक साइकिल चलाने वाले लोग अन्य ट्रांसपोर्ट मोडस चलाने वाले यात्रियों के मुकाबले कम तनावग्रस्त रहते हैं। ऐसा पाया गया है कि प्रत्येक सप्ताह चार से पांच दिन साइकिल चलाने वाले लेग कम साइकिल चलाने वालों की तुलना में कम तनावग्रस्त होते हैं।
स्विमिंग- वेब एमडी के मुताबिक वे लोग जो अर्थराइटिस का शिकार है, तैराकी उनके लिए फायदेमंद है। इस एरोबिक एक्सरसाइज़ को कारने से ज्वाइंटस पर दबाव नहीं बनता है, जिससे दर्द की संभावना खत्म हो जाती है। साथ ही जोड़ों में रहने वाला दर्द भी धीरे धीरे समाप्त हेने लगता है। अगर आपको कमर या पीठ में भी दर्द की शिकायत है, तो स्विमिंग उसमें भी एक कारगर साबित होता है। वार्म वॉटर एक्सरसाइज़ करने से भी ओस्टियोपिरोसिस का खतरा कम हो जाता है।
साईकलिंग- अगर आप गठिया के मरीज़ है, तो साईकलिंग करने से आपको दर्द का अनुभव हो सकता है। ज्यादा देर तक साइकिल चलाने से उंगलियों के ज्वाइंटस सुन होने लगते हैं और दर्द महसूस करते हैं।
तैराकी की मदद से आप बहुत जल्द कैलोरीज़ को बर्न कर सकते हैं। मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक स्विमिंग करने से आप एक घंटे में 500 कैलोरीज़ तक बर्न कर सकते हैं। गर्मी के मौसम में स्विमिंग करने से आपका शरीर भी ठण्डा रहता है और आप अन्य प्रकार के रोगों से भी मुक्त हो जाते हैं।
साईकलिंग- साइकलिंग एक प्रकार की एक्सरसाइज़ है, जो वेटलॉस में मददगार साबित होती है। हार्वर्ड हेल्थ के मुताबिक 155 पाउंड यानि 70 किलोग्राम वज़न का व्यक्ति 30 मिनट तक साइकलिंग करने से करीबन 252 कैलोरी बर्न होता है।
तैराकी और साइकलिंग दोनों की चीजें अपने अपने स्थान पर खास महत्व रखती है। तैराकी आप किसी भी उम्र में सीख सकते हैं। वहीं साइकलिंग अगर आप बड़ी उम्र में सीखने का प्रयास करते हैं, तो चोटिल होने का खतरा रहता है। वे लोग जो बचपन से इसका पूर्ण रूप से अभयास कर रहे हैं। उनके लिए ये खुद को एक्टिव और फिट रखने का आसान माध्यम है।
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