वज़न का धीरे धीरे बढ़ना चिंता का कारण बनने लगता है। इसके चलते अधिकतर लोग फैंसी डाइट फॉलो करने लगते है या फिर कुछ लोग मील स्किप करके वजऩ का नियंत्रित करते हैं। मगर वेटगेन की समस्या ज्यों की त्यों बनी रहती है। दरअसल, वेटगेन से बचने के लिए केवल खान पान की नहीं बल्कि कुछ हेल्दी आदतों को दिनचर्या में शामिल करना भी आवश्यक है। ताकि हेल्दी वेट को मेंटेन करने में मदद मिल सके और स्वास्थ्य भी उचित बना रहे। जानते हैं कुछ ऐसी आदतें जिनकी मदद से वेटगेन से बचने में मिलती है मदद (How to avoid weight gain)।
न्यूट्रीशनिस्ट एंव डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि नियमित रूप से प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से शरीर में अतिरिक्त कैलोरीज़ का स्टोरेज बढ़ने लगता है। जबकि आहार में प्रोटीन की कमी भी वज़न बढने का कारण (causes of weight gain) है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, इसके साथ कुछ हॉर्मोनल बदलाव होने लगते हैं। ये हार्मोनल बदलाव और नींद की कमी वेटगेन को ट्रिगर करती है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार वेटगेन के कारण हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। वे लोग जिनका वज़न एक दिन में 2 से 3 पाउंड और सप्ताह भर में 5 पाउंड तक बढ़ जाता है। ऐसे लोगों को हृदय रोगों की समस्याएं बढ़ जाती हैं। अमेरिकन जर्नल ऑफ़ ऑब्सटेट्रिक्स की रिपोर्ट के मुताबिक वे महिलाएं, जिनकी उम्र 45 वर्ष से अधिक है। उनका मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है, जिससे कैलोरी स्टोरेज़ बढ़ने लगता है। इससे हेल्दी वेट को मेंटेन करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
इसके लिए आहार में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर और प्रोटीन शामिल करें। दरअसल, हेल्दी स्नैकिंग से इंस्टेंट वेटगेन का रोका जा सकता है। दूसरी ओर तनाव के चलते शरीर में कोर्टिसोल का रिलीज़ बढ़ जाता है, जिससे शरीर को डिप्रेशन और एंग्जाइटी से जूझना पड़ता है, जो वेटगेन का भी बढ़ाती है।
माइंडफुल इटिंग वेटगेन से बचाने में मदद करती है। हेल्दी और स्मॉल मील्स की मदद से शरीर में जमा होने वाली चर्बी से बचा जा सकता है। शरीर को हेल्दी बनाए रखने के लिए आहार में कॉप्लेक्स कार्ब्स, फलों, सब्जियों, लेग्यूम्स और साबुत अनाज को शामिल करें। इसके अलावा ट्रास फैट्स को सीमित करें और अतिरिक्त शुगर व नमक के सेवन से भी बचना चाहिए।
प्रोटीन रिच आहार लें, जिससे शरीर को वॉटर रिटेंशन की समस्या से बचाया जा सकता है। इसके अलावा सॉल्यूबल फाइबर का इनटेक बढ़ाएं। इससे मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद मिलती है।
दिनभर बैठकर घंटों काम करने से शरीर में कैलोरीज़ एकि़त्रत होने के अलावा मेंटल प्रैशर ब़ढ़ने लगता है। इसके चलते शरीर को हार्मोन इंबैलेंस का सामना करना पड़ता है। हेल्दी लाइफस्टाइल और हेल्दी वेट मेंटेन करने के लिए वॉक करें, रनिंग के लिए जाएं और नियमित रूप से एक्सरसाइज़ व योग करें।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार तीन महीने तक 317 लोगों पर किए रिसर्च में पाया गया है कि दिनभर में 1 घंटा खड़े होकर काम करने से पेट पर जमा चर्बी को बर्न करने में मदद मिलती है। ऐसे में दिनभर में 20 मिनट की ब्रिस्क वॉक शरीर को एक्टिव और हेल्दी वेट मेंटेन रखने में मदद करती है।
नींद की कमी मोटापे को बढ़ा देती है। ऐसे में उम्र के हिसाब से नींद लेना आवश्यक है। इसके लिए सबसे पहले सुबह उठने और रात को सोने का स्लीप पैटर्न तैयार कर लें। नेशनल इंस्टभ्ट्यूट आूफ िल्थ की रिपोर्ट के अनुसार कम नींद और रात में बार बार उठना ववज़न को बढ़ाता है। नींद की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए रात में सोने से पहले मोबाइल के इस्तेमाल को कम करें और कम से कम 7 घंटे की नींद अवश्य लें। इससे मानसिक स्वास्थ्य को भी मज़बूती मिलती है।
काम के दौरान देर तक बैठने के अलावा दिमाग तनाव का भी सामना करना है, जिससे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का रिलीज़ बढ़ जाता है। कोर्टिसोन के बढ़ने से भूख बढ़ जाती है, जिससे वेटगेन का सामना करना पड़ता है। एनआईएच की रिपोर्ट के मुताबिक 45 लोगों पर की गई एक रिसर्च के मुताबिक डाइटरी एडवाइज़ की तुलना में डीप ब्रीदिंग की मदद से वेटलॉस में मदद मिल जाती है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंकिसी भी वक्त का खाना खाने से आधा घंटा पहले पानी पीना वजन बढ़ने से रोकने में मददगार हो सकता है। इससे शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। इसके अलावा बार-बार भूख लगने की समस्या कम हो जाती है। इससे मेटाबॉलिज्म स्टीम्यूलेट होता है। जिससे शरीर में हेल्दी वेट मेंटेन करने में मदद मिलती है। पानी की उच्च मात्रा से कैलोरी काउंट को कम किया जा सकता है।