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आपकी वेट लाॅस जर्नी को आसान बना सकता है देर तक और धीरे-धीरे चबाकर खाना

ऐसा कहा जाता है कि भोजन को कम से कम 32 बार चबाना चाहिए! मगर हम में से कितने लोग इस बात पर अमल करते हैं, यह सोचने वाली बात है।
Published On: 26 Sep 2021, 12:00 pm IST
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chabane ki aadat se perfect jawline milti hai
मुंह में जितना ज्यादा चबाने का प्रयास करेगें, उतनी ही जॉलाइन शार्प होने लगती है। चित्र : शटरस्टॉक

एक्स्पर्ट्स के मुताबिक आप जितनी तेजी से चाबाएंगे, उतना ही आप अधिक खाएंगे। भोजन को धीरे-धीरे चबाने से समग्र भोजन का सेवन कम करने में मदद मिलती है। भोजन को चबाने से शरीर में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाने में मदद मिलती है। यह भूख को दबाता है और शरीर में पोषक तत्व भी अच्छी तरह पहुंचते हैं।

भोजन न चबाने या जल्दी चबाने के क्या नुकसान हैं?

जब भोजन को ठीक से चबाया नहीं जाता है, तो पाचन तंत्र गतिविधियों को पहचानने में विफल हो जाता है और भ्रम पैदा करता है। यह पर्याप्त एंजाइमों का उत्पादन भी नहीं कर पाता, क्योंकि उसके लिए भोजन को पूरी तरह से तोड़ा जाना चाहिए। इससे पाचन संबंधी समस्याएं भी होती हैं जैसे:

सूजन
दस्त
पेट में जलन
एसिड रिफ्लक्स
कुपोषण

jaldi chabane ke nuksaan
भोजन न चबाने या जल्दी चबाने के क्या नुकसान हैं?। चित्र-शटरस्टॉक।

स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद है भोजन को अच्छे से धीरे – धीरे चबाना

अपने मुंह में भोजन चबाने का सरल कार्य भोजन के बड़े कणों को छोटे कणों में तोड़ने में मदद करता है। यह अन्नप्रणाली पर तनाव को कम करने में मदद करता है और इस तरह पेट को आपके भोजन को चयापचय करने में मदद करता है।

जब भोजन को अच्छी तरह से चबाया जाता है, तो आप बहुत अधिक लार भी छोड़ते हैं। जिसमें पाचक एंजाइम होते हैं। जैसे ही आप इन एंजाइमों को गले और पेट में छोड़ते हैं, यह पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है।

इतना ही नहीं चबाने पर ध्यान केंद्रित करके, यह धीमी गति से खाने और कम खाना खाने में मदद करता है। यह पाचन में भी मदद करता है और खाने के समग्र अनुभव को बढ़ाता है।

जानिए इससे जुड़े एक अध्ययन में क्या सामने आया

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार 30 महिलाओं ने अलग-अलग गति से भोजन किया। जो महिलाएं धीरे-धीरे चबाती थीं, वे कम खाना खाती थीं और जल्दी खाने वालों की तुलना में पेट भरा हुआ महसूस करती थीं।

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नवरात्रि उपवास वेट लॉस में मददगार हो सकते हैं?

एक अन्य अध्ययन के अनुसार, जब लोग भोजन को आराम से चबाते हैं, तो वे दिन में स्नैक्स कम खाते हैं। इस प्रकार, अनहेल्दी स्नैक्स के सेवन में कटौती होती है। इन सबके परिणामस्वरूप आप कहीं न कहीं अपना वज़न भी कम कर सकते हैं!

यह भी पढ़ें : क्या वाकई सोते-सोते वजन कम किया जा सकता है? क्या है नींद और आपके वजन का संबंध

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लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

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