कई बार ऐसा होता है कि हमारे नियमित रूप से वर्कआउट करने के बाद भी बॉडी पर उसका असर नहीं दिखता। हम चाहे जितनी भी मेहनत कर लें, हमारा बॉडी वेट जरा भी कम नहीं होता और हर रोज हम निराश होते रहते हैं। क्या आपने कभी सोचा है ऐसा क्यों होता है, या इसके पीछे क्या वजह है! तो हम आपको बताएं की इसके पीछे कोई एक वजह जिम्मेदार नहीं होती, ऐसा कई कारणों से हो सकता है। वहीं अलग अलग लोगों के अलग अलग कारण भी हो सकते हैं, पर कुछ कॉमन बातें हैं जो सभी के वर्कआउट को प्रभावित करती हैं।
न्यूट्रीशनिस्ट इंटीग्रेटिव हेल्थ कोच नेहा रंगलानी ने ऐसे ही वर्कआउट मिस्टेक्स बताए हैं, जो आपके वर्कआउट के आउटपुट को सीमित कर देते हैं। तो चलिए जानते हैं आखिर वर्कआउट का असर हमारी बॉडी पर क्यों नहीं देखने को मिलता (exercise mistakes)।
बहुत से लोग ऐसे हैं जो वर्कआउट के लिए जिम जाते हैं, तो कुछ लोग घर पर ही वर्कआउट करते हैं। इनमें से बहुत से लोग या तो आवश्यकता से अधिक वर्कआउट करना शुरू कर देते हैं, या तो वे आवश्यकता अनुसार वर्कआउट नहीं करते हैं। यह दोनों तरफ की गलतियां आपकी वेट लॉस जर्नी को मुश्किल बना देती हैं। यदि आप कम एक्सरसाइज कर रही हैं, तो इसका मतलब है आपका शरीर पूरी तरह से एक्टिव नहीं हो रहा और कम कैलरी बर्न कर रहा है।
वहीं जैसे कि हम सब जानते हैं जरूरत से ज्यादा कोई भी चीज सेहत के लिए अच्छी नहीं होती, ठीक उसी प्रकार यदि आप अधिक वर्कआउट करती हैं, तो यह आपकी बॉडी के लिए हेल्दी नहीं है। ऐसे में अपनी ट्रेनर से उचित राय लें की आपकी बॉडी के अनुसार आपको कितने देर वर्कआउट करना चाहिए।
वर्कआउट के दौरान ज्यादातर लोग यह गलती जरूर करते हैं। किसी भी चीज को लगातार करते रहने से आपकी बॉडी उसे अडॉप्ट कर लेती है और फिर शरीर पर उसका असर कम हो जाता है। ठीक उसी प्रकार यदि आप नियमित रूप से सीमित समय के लिए एक ही एक्सरसाइज कर रही होती हैं, तो इससे आपके शरीर पर कुछ खास असर देखने को नहीं मिलेगा।
आपका शरीर उसे अडॉप्ट कर लेता है और फिर बॉडी पर उसका असर होना बंद हो जाता है। इसीलिए हफ्ते में अलग-अलग दिन अलग-अलग एक्सरसाइज कराई जाती है, या करने की सलाह दी जाती है। यदि आप यह गलती कर रहे हैं, तो अपने ट्रेनर से इस बारे में बात कर एक रूटीन सेट करें।
ज्यादातर लोग वेट लॉस के नाम पर डाइटिंग शुरू कर देते हैं और साथ में वर्कआउट भी कर रहे होते हैं। ऐसे में डाइट प्लान सही न होने पर वे कई जरूरी पोषक तत्वों से चूक जाते हैं और बॉडी में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। ऐसे में बॉडी फंक्शन खासकर मेटाबॉलिज्म पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, और वर्कआउट का असर शरीर पर नहीं नजर आता।
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वर्कआउट के दौरान वजन कम करने के लिए शरीर को कई पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, अगर वे न मिलें तो बॉडी का वजन असामान्य हो जाता है और एक्सरसाइज के बाद भी शरीर पर कोई खास प्रभाव नजर नहीं आता। ऐसे में व्यक्ति के लिए यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है, की वे क्या खाते हैं, और कौन कौन से पोषक तत्व ले रहे हैं।
वर्कआउट के साथ साथ पोस्ट और प्री वर्कआउट मील्स और रिचुअल्स पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी है। यदि इन्हे सही से इंप्लीमेंट किया जाए तो ये आपके वर्कआउट के रिजल्ट को अधिक प्रभावी बना सकते हैं। ठीक विपरित इन्हे नजरंदाज करना आपके वर्कआउट आउटपुट को कम कर सकता है। वर्कआउट के पहले जरूरी मील लें और बाद में भी इसका ध्यान रखें।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंवहीं वर्कआउट से पहले वार्मअप जरूरी है, ताकि बॉडी पूरी तरह प्रिपेयर हो जाए। इतना ही नहीं वर्कआउट के बाद दूसरे सेशन के शुरू होने से पहले खुदको पूरी रेस्ट दें, अगर आप बॉडी को रेस्ट नहीं देती तो ये आपके परफॉर्मेंस को खराब कर सकता है। यदि अपने किसी दिन लेग किया है तो अब 2 दोनों टीके लेग को रेस्ट देना जरूरी है। उन दिनों आप दूसरे बॉडी पार्ट्स को अपने वर्कआउट में इंवॉल्व कर सकती हैं।
यदि आप वर्कआउट के दौरान पर्याप्त पानी नहीं पी रही हैं, तो ये आपके आउटपुट को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। पानी आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है साथ ही आपकी बॉडी को एक्टिव रहने में मदद करता है। वहीं वेट मैनेजमेंट में भी इसका एक बड़ा रोल है।
बॉडी के हाइड्रेटेड होने पर मेटाबॉलिज्म को सही से कार्य करता है और आप पूरी तरह से फिट रहती हैं। पानी आपकी हड्डियों को ल्यूब्रिकेट करता है, आपके शरीर से वेस्ट मटेरियल को बाहर निकालता है साथ ही शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और बॉडी टेंपरेचर को भी मेंटेन रखता है। ये सभी फैक्टर आपके वर्कआउट को अधिक प्रभावी बना देते हैं।
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