एक फेज़ ऐसा आता है जब हम बहुत सारा व्यायाम करते हैं और बहुत सोच-समझकर खाना खाते हैं। ये दोनों फिटनेस के लिए जरूरी काम हैं। इसके बावजूद हमारे पेट, जांघ और कूल्हों पर जमा चर्बी रत्ती भर भी कम नहीं होती। खासकर महिलाओं में अधिकांश वसा इन्हीं तीन जगहों पर जमा होती रहती है। एक्सपर्ट इसके लिए हमारी आदतों को ही जिम्मेदार बताते हैं। तो चलिए जानते हैं पेट, जांघ और कूल्हों पर फैट जमा (cause of stubborn fat of belly thighs and hips) होने के कारण और इन्हें घटाने के उपाय।
फिटनेस कोच, न्यूट्रिशनिस्ट और यश फिटनेस के फाउंडर यश अग्रवाल बताते हैं, ‘ कई बार हम भोजन लेने के समय यानी सुबह, दोपहर और शाम में तो हेल्दी फ़ूड लेते हैं। लेकिन बीच-बीच में अनहेल्दी स्नैक्स की मंचिंग करते रहते हैं। प्रोसेस्ड फ़ूड, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और एडेड शुगर से तैयार ड्रिंक इस दौरान हम ले लेते हैं। इस प्रकार के खाद्य पदार्थ इंसुलिन रेसिस्टेंस का कारण बनते हैं। इससे वसा का भंडारण बढ़ जाता है। इसके परिणामस्वरूप पेट, कूल्हों और नितंबों पर जिद्दी चर्बी जमा हो जाती है। फिर जमे हुए फैट को कम करना मुश्किल हो जाता है।’
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, विशेष रूप से शुगर और हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप जिद्दी फैट का कारण बन सकते हैं।
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और पेट की चर्बी बढ़ने के बीच सीधा संबंध है। सोडा वॉटर, कैन आइस्ड टी और कॉफ़ी जैसे मीठे पेय पदार्थ में चीनी और हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप की मात्रा अधिक होती है। ये मेटाबोलिक रेट स्लो कर देते हैं। इससे शरीर की वसा जलाने की क्षमता कम हो जाती है।
यश अग्रवाल बताते हैं, ‘ ट्रांस वसा खाने से पेट की चर्बी बढ़ सकती है। ये हाइड्रोजनीकृत तेल भी कहलाते हैं। ट्रांस वसा आर्टिफीशियल फैट होते हैं, जिनका उपयोग खाद्य कंपनियां पहले से पैक किए गए खाद्य पदार्थों के स्वाद और सेल्फ एज बढ़ाने के लिए करती हैं।’
जब तनाव का स्तर ऊंचा होता है, तो शरीर तनाव हार्मोन- कोर्टिसोल जारी करता है। कोर्टिसोल फ्लाइट या फाइट प्रतिक्रिया को उत्तेजित करके शरीर को तनाव से निपटने के लिए तैयार करता है। जब लगातार तनाव में रहा जाता है, तो ब्लड में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। इससे विसेरल फैट का विकास होता है। यह पेट के आसपास बनती है।
1 यश अग्रवाल के अनुसार, संपूर्ण और प्राकृतिक खाद्य पदार्थ जैसे लीन प्रोटीन, ताजी सब्जियां, फल और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद खाएं।
2 एक दिन में 500-1000 कैलोरी की कमी करके प्रति सप्ताह सुरक्षित रूप से लगभग 1-2 पाउंड वजन घटाने का लक्ष्य रखा जा सकता है।
.3 एडेड शुगर और सोडियम का सेवन सीमित करें।
4 यदि आप महिला हैं, तो 1,200 कैलोरी से कम और यदि आप पुरुष हैं, तो 1,800 कैलोरी से कम कभी नहीं करें।
5 खाने के समय सबसे पहले अपनी प्लेट का आधा हिस्सा सलाद से भरें, फिर एक चौथाई हिस्सा साबुत अनाज से और आखिरी चौथाई हिस्सा प्रोटीन से भरें।
6 हर सुबह और शाम 15-20 मिनट वॉकिंग ((cause of stubborn fat of belly thighs and hips) करें।
7 सप्ताह में तीन दिन पचास मिनट का पावर ट्रेनिंग, दो दिन कार्डियो, दो दिन हल्का वर्कआउट जिसमें सीढ़ियां चढ़ना, कूदना और 10,000 कदम चलना शामिल है।
8 घर का बना खाना, बाहर खाना खाते समय भी हाइजीन और हेल्थ का ध्यान रखते हुए खाएं ।
9 कभी भी तुरंत और आश्चर्यजनक परिणाम मिलने की आशा नहीं ((cause of stubborn fat of belly thighs and hips) करें। तुरंत भोजन में कटौती संभव नहीं है। कुल मिलाकर कैलोरी की कमी, वर्कआउट से मदद मिलती है।
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