देर तक बैठकर काम करने से न केवल शरीर का पोश्चर प्रभावित होता है बल्कि उससे शरीर में चर्बी एकत्रित होने लगती है। इसके चलते मोटापे की समस्या बनी रहती है। इसके अलावा उम्र के साथ शरीर में बढ़ने वाला हार्मोनल इंबैलेंस इस समस्या का मुख्य कारण साबित होता है। ऐसे में फैंसी डाइट को अपने आहार में शामिल करने के अलावा कार्डियो एक्सरसाइज़ की मदद ली जा सकती है। इससे न केवल मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है बल्कि शरीर दिनभर एक्टिव भी रहता है। वेटलॉस के लिए इन 7 कार्डियो एक्सरसाइज़ (Cardio exercise for belly fat) को अपने रूटीन में अवश्य शामिल करें।
कार्डियो व्यायाम पेट की चर्बी को कम करने में मददगार साबित होता हैं। सुबह उठकर दौड़ना, साइकिल चलाना, तैरना, जंपिंग जैक, बर्पीज़, माउंटेन क्लाइंबर्स, हाई इंटेसिटी वर्कआउट, डांस कार्डियो और तेज चलना इसमें शामिल है। इन सभी एक्सरसाइज़ से शरीर में जमा कैलोरीज़ को बर्न करने में मदद मिलती हैं। एक्सरसाइज़ के साथ हेल्दी डाइट लेने से शरीर में को फायदा मिलता है। इस बारे में फिजियोथेरेपिस्ट डॉ गरिमा भाटिया से जानते है कि किन कार्डियो एक्सरसाइज़ से करें बेली फैट को कम।
इस एक्सरसाइज को एक ही स्थान पर खड़े होकर किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले मैट पर खड़े हो जाएं और फिर एक के बाद एक टांगों को उपर उठाकर नीचे लेकर जाएं। एक जगह पर खड़े होकर भागने वाली इस कार्डियो एक्सरसाइज़ को हाई नीज़ एक्सरसाइज़ कहा जाता है। इस दौरान घुटनों को उपर तक लेकर आएं और साथ ही बाजूओं को भी दौड़ने के समान हिलाएं।
मैट पर खड़े हो जाएं और दोनों हाथों को सामने की ओर लाकर जोड़ लें। उसके बाद टांगों को घुटनों से मोड़ते हुए हुए एक के बाद एक पीछे की ओर लेकर जाएं। इस दौरान गहरी सांस लें और छोड़ें। एक्सरसाइज़ के दौरान एड़ियों से हिप्स को छूने का प्रयास करें।
जंपिंग जैक्स करने के लिए दोनों टांगों को आपस में जोड़कर रखें। उसके बाद टांगों को घुटनों से मोड़ लें। फिर घुटनों को अंदर की ओर मोड़ते हुए दोनों बाजूओं को उपर की ओर लेकर जाएं। अब कूदें और फिर रूक जाएं और फिर दोबारा से जंप करें। शरीर की क्षमता के अनुसार इस एक्सरसाइज़ का अभ्यास करें। इससे शरीर पर जमा अतिरिक्त चर्बी को बर्न करने में मदद मिलती है। इसके अलावा शरीर में लचीलापन बना रहता है।
वेटलॉस के लिए बीस्ट होल्ड एक्सरसाइज़ की मदद लें। इससे कोर मसल्स एगेंज हो जाते है और शरीर में बढ़ने वाली ऐंठन को कम किया जा सकता है। इसके लिए घुटनों के बल जमीन पर बैठें और फिर दोनों हाथों को आगे बढ़ाते हुए जमीन पर टिका लें। उसके बाद दोनों घुटनों को उपर की ओर उठाएं। इससे शरीर का बैलेंस मेंटेन रहता है और पेट की मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ने लगता है। नियमित रूप से इसका अभ्यास शरीर को फायदा पहुंचाता है।
पीठ के बल मैट पर लेट जाएं। अब दोनों हाथों को अपने हिप्स के नीचे टिका लें। कमर को सीधा कर लें। अब टांगों को घुटनों से मोड़ लें। एक के बाद एक टांग को मोड़ते हुए उपर की ओर लेकर आएं। 20 से 25 बार 2 सेट्स में इस एक्सरसाइज़ का अभ्यास करें। इस दौरान उपर की ओर देखें। एक एक कर टांगों को नीचे लेकर आएं।
इसकी गिनती हाई इंटैसिटी एक्सरसाइज़ में की जाती है। इससे लोअर बॉडी पर जमा फैट्स को बर्न किया जा सकता है। शरीर में की मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ने से ब्लड का फ्लोबढ़ने लगता है। इसके लिए पेट के बल मैट पर लेट जाएं और कंधों को पैरों जितना चौड़ा करके रखें। इसके बाद शरीर को स्क्वॉट पोजिशन में लाकर घुटनों को मोड़े और जम्प करते हुए आगे की ओर बढ़ें। अगर आप बिगनर हैं, तो किसी ट्रेनर की भी मदद ले सकते हैं। इसे रोज़ाना करने से बॉडी स्ट्रेंथ बढ़ने लगती है और मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है।
स्पीड स्केटर्स को प्लायोमेट्रिक एक्सरसाइज़ भी कहा जाता है। इस बॉउी वेट एक्सरसाइज़ को करने से शरीर के निचले हिस्से की ताकत बढ़ने लगती है। इस स्केटर जंप एक्सरसाइज़ को करने के लिए दाएं पैर को जमीन पर रखें और बाएं पैर को पीछे की ओर लेकर जाएं। उसके बाद बाएं हाथ को आगे की ओर लेकर आएं। अब दूसरी टांग से इस एक्सरसाइज़ को दोहराएं। 20 बाद 2 सेट्स में इस एक्सरसाइज़ का अभ्यास करें।
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