डैंड्रफ सर्दियों में होने वाली आम समस्याओं में से एक है। जिस से छुटकारा पाने के लिए हम कई कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स और घरेलू नुस्खे आजमा लेते हैं। इससे कुछ वक्त के लिए राहत तो मिलती है लेकिन थोड़े समय बाद फिर से रूसी सर से कंधों तक झड़ने लगती है। ऐसे में इसका परमानेंट इलाज खोजना जरूरी है! रूसी की परेशानी से निजात पाने का समय आ गया है।
अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए आपने योग को जरूर अपनाया होगा। इसलिए योग की मदद से ही हम डैंड्रफ की परेशानी का हल बता रहें हैं। आज हम आपको दो योगासन के बारे में जानकारी दे रहें हैं जिसे फिटनेस रूटीन में शामिल करने से डैंड्रफ जैसी समस्याओं से भी निजात पाया जा सकता है।
डैंड्रफ सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस (seborrheic dermatitis) से संबंधित है, जो खुजली और परतदार त्वचा का कारण बनता है। लेकिन यह केवल सर पर होता है। एनसीबीआई (NCBI) के अनुसार यह इतना सामान्य है कि यह वैश्विक वयस्क आबादी के लगभग आधे हिस्से को प्रभावित करता है। कारण की बात करें तो स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन कमजोर पड़ने पर डैंड्रफ की समस्या उत्पन्न होने लगती है।
जब स्कैल्प को पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं पहुंच पाता है तो उसमें कमजोरी आने लगती है। ऐसे में जड़ों से बाल रूखे होकर झड़ने लगते हैं। डैंड्रफ की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए योगासन काफी फायदेमंद है। यह शरीर के सात स्कैल्प में भी रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है।
योग में इस आसन को करने से बालों की जड़ों तक उचित मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचता है। इस मुद्रा को रोजाना 15 मिनट करने से बाल झड़ने की समस्या से निजात मिलता है। साथ ही डैंड्रफ की समस्याएं भी दूर होने लगती है। इस आसन को करने से आपके कोर भी मजबूत होते हैं और शरीर का संतुलन बेहतर होता है।
सबसे पहले मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
अब शरीर को कमर से मोड़ते हुए आगे की ओर झुके।
अपने दोनों हाथों से धरती को छुएं।
इस बात का ध्यान रखें कि आपके हाथों और पैरों के बीच में करीब 2 फीट की दूरी होना आवश्यक है।
अब अपने हाथों को आगे बढ़ाते हुए जमीन के पास ले जाएं।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंकोहनी और घुटने को मोड़ने नहीं और 30 से 40 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहे और सीधे खड़े हो जाएं।
दोबारा अपनी वापस मुद्रा में आते समय एकदम से शरीर को सीधा ना करें इसे धीरे-धीरे करें।
यह आसन आपकी डैंड्रफ की समस्या को जड़ से खत्म करने में सहायता कर सकता है। इसके साथ ही यह पैरों में दर्द और जकड़न की समस्या में भी फायदेमंद है। यह आसन घुटनों और रीढ़ की हड्डी को भी ताकत देता है। ब्लड सर्कुलेशन की प्रक्रिया में सुधार करता है उत्तानासन। जिसकी वजह से आपके जड़ मजबूत और बाल स्वस्थ रहेंगे।
थोड़ा सा वार्म अप करने के बाद मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
पैरों को आपस में जोड़ कर रखें और शरीर को नीचे की तरफ मोड़ें।
घुटनों को सीधा रखें और दोनों हाथों को नीचे की तरफ ले जाएं।
इतना नीचे जाए कि आपका पेट घुटनों से छुए।
अब अपनी हथेलियों को जमीन पर या एड़ी के पास रखने की कोशिश करें।
इस अवस्था में कुछ सेकेंड तक रहें।
शुरू में आप ज्यादा देर तक इस अवस्था में नहीं रह पाएंगे।
हालांकि अभ्यास के साथ यह आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।