जब भी हम वजन कम करने या मसल्स बिल्ड करने की बात करते हैं, तो प्रोटीन को सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व माना जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। यह हमारे पाचनतंत्र को बूस्ट करने में मदद करता है। पर क्या इसका सेवन कितना जरूरी है और कब यह आपकी सेहत को पहुंचाने लगता है नुकसान, यह जानना भी बहुत जरूरी है।
प्रोटीन के फायदों को ध्यान में रखते हुए, पोषण विशेषज्ञ इसे अपनी डाइट में शामिल करन की सलाह देते हैं। बेशक प्रोटीन का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन किसी भी चीज की अति स्वास्थ्य के लिए कभी भी फायदेमंद नहीं होती। अक्सर यह देखा गया है कि लोग प्रोटीन का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं। लेकिन अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना आपके स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाने के बजाए, नुकसान पहुंचा सकता है।
विशेषज्ञ दैनिक आहार में अनुशंसित स्तर से ऊपर प्रोटीन का सेवन बढ़ाने का सुझाव नहीं देते क्योंकि इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। हम आपको अधिक प्रोटीन के सेवन के शरीर पर 5 दुष्प्रभावों के बारे में बता रहे हैं।
प्रोटीन के लिए दैनिक अनुशंसित स्तर आयु, लिंग, शारीरिक गतिविधि स्तर, गर्भावस्था और स्तनपान जैसे कारकों पर निर्भर करता है। सामान्यत: एक सामान्य वयस्क को प्रति दिन अपने शरीर के वजन के अनुसार प्रति 1 किलो वजन पर 0.8 ग्राम प्रोटीन खाने की सलाह दी जाती है। यदि कोई व्यक्ति मध्यम से तीव्र शारीरिक स्तर तक सक्रिय रहता है, तो प्रोटीन की मात्रा 1.3 ग्राम से 1.6 ग्राम के बीच हो सकती है।
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किसी भी मामले में, प्रोटीन का सेवन प्रति दिन शरीर के वजन के 1.6 ग्राम प्रति किलो से अधिक नहीं होना चाहिए। इस सीमा को पार करने से स्वास्थ्य संबंधी कई जटिलताएं हो सकती हैं।
अपने कार्ब के सेवन को सीमित करने और प्रोटीन के सेवन को अधिक बढ़ाने से आपकी सांसों में दुर्गंध की समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कार्ब्स की कमी से आपका शरीर मेटाबॉलिक स्टेट केटोसिस में चला जाता है। यह अन्य स्रोतों से ऊर्जा बनाना शुरू करता है, जिससे रसायनों का उत्पादन होता है, जो एक अप्रिय गंध को छोड़ देता है।
प्रोटीन का सेवन उच्च मात्रा में और कम कार्ब वाले भोजन का मतलब यह है कि आप फाइबर का सेवन भी कम कर रही हैं। यह पोषक तत्व शरीर के माध्यम से गुजरता है जो आपके पाचन तंत्र को साफ और स्वस्थ रखता है और मल त्याग को आसान बनाता है। जबकि फाइबर का सेवन कम करने से पाचन संबंधी समस्याएं और कब्ज हो सकती हैं। यदि आप बहुत अधिक डेयरी उत्पाद खा रहे हैं तो इससे आपको दस्त भी हो सकते हैं।
अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करने वाले लोगों में ब्रेन फॉगिंग या चक्कर आना एक और सामान्य संकेत है। अधिक प्रोटीन खाने के लिए आपको अपने कैलोरी काउंट को बनाए रखने के लिए कार्ब का सेवन कम करना होगा। लाे कार्ब का मतलब है कि आपके मस्तिष्क को कम चीनी मिलती है, जिसके कारण यह वास्तव में सिकुड़ जाता है।
इससे आप फॉगिंग या चक्कर आना महसूस करती हैं। मस्तिष्क के लिए कार्ब ऊर्जा का मुख्य स्रोत है और शरीर में इस पोषक तत्व की कमी आपके एकाग्रता स्तर और मनोदशा को प्रभावित कर सकती है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करें2002 के एक अध्ययन के मुताबिक प्रोटीन का सेवन बढ़ाने से हाइड्रेशन का स्तर कम हो सकता है। डिहाइड्रेशन किडनी के कारण होता है, जिसे प्रोटीन को मेटाबोलाइज करने से प्रोटीन और नाइट्रोजन कचरे की अधिकता को हटाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है, आपको अधिक प्यास लगती है, साथ ही लंबे समय तक ऐसा रहने पर यह आपकी किडनी पर भी प्रभाव डालता है।
आप प्रोटीन का अधिक सेवन अपने वजन को कम करने के उद्देश्य के लिए करती हैं। लेकिन दुर्भाग्य से प्रोटीन का अधिक सेवन आपके वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। हालांकि यह समस्या शॉर्ट टर्म के लिए होगी। आपके द्वारा उपभोग किए जाने वाले अतिरिक्त प्रोटीन को आमतौर पर शरीर में संग्रहीत किया जाता है, जबकि अमीनो एसिड का अधिशेष उत्सर्जित होता है। इससे अस्थायी वजन बढ़ सकता है।
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