पानी पीना आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सिर्फ हाइड्रेटेड रहने से आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में वृद्धि हो सकती है। नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, इंजीनियरिंग और मेडिसिन की सिफारिश है कि 19 और उससे अधिक उम्र के पुरुष प्रतिदिन 3.7 लीटर पानी (15.5 कप) और 19 और उससे अधिक उम्र की महिलाएं रोजाना 2.7 लीटर (11.5 कप) पानी पीना चाहिए।
मगर क्या आपने कभी सोचा है कि यही पानी आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। जी हां.. आप सोचते होंगे कि गर्मियों में ठंडा पानी पीने से आपको राहत मिलेगी और प्यास भी बुझ जाएगी, परन्तु ऐसा नहीं है। ठंडा पानी पीने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार ठंडा पानी पीना एक बुरी आदत है, जो वास्तव में आपके दीर्घकालिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है। ठंडा पानी पीने के संभावित जोखिमों को जानने के लिए आगे पढ़ें।
जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म का कहना है कि ठंडा पानी पीने से वास्तव में आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है। वास्तव में, पानी में शून्य कैलोरी होती है। इसलिए विज्ञान के अनुसार यह असंभव है कि पीने का पानी – वजन बढ़ने का कारण बने। इसलिए, पानी बेफिक्र होकर पीना चाहिए! मगर ठंडा पानी पीने के कुछ अन्य नुकसान हैं।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन द्वारा किये गये एक अध्ययन में सामने आया कि ठंडा पानी पीने से नाक की श्लेष्मा मोटी हो जाती है और श्वसन पथ से गुजरना अधिक कठिन हो जाता है। यह अध्ययन 15 लोगों पर किया गया था, जिसमें शोधकर्ताओं ने पाया कि गर्म पानी ने लोगों को अधिक आसानी से सांस लेने में मदद की।
ठंडा पानी और यहां तक कि ठंडे पेय पदार्थ भी आपकी रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ते हैं, जिससे पाचन क्रिया बाधित होती है। यह पाचन के दौरान पोषक तत्वों को अवशोषित करने की प्राकृतिक प्रक्रिया में भी बाधा डालता है। शरीर का ध्यान पाचन से हट जाता है, क्योंकि यह आपके शरीर के तापमान और पानी के तापमान को नियंत्रित करने की कोशिश करता है, जिससे वास्तव में पानी की कमी हो सकती है और आप डिहाइड्रेट महसूस कर सकते हैं।
शरीर का सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है और जब आप बहुत कम तापमान वाली किसी चीज का सेवन करते हैं, तो आपका शरीर इस तापमान को नियंत्रित करने के लिए ऊर्जा खर्च करके क्षतिपूर्ति करता है।
यह अतिरिक्त ऊर्जा जो अब तापमान को नियंत्रित करने के लिए उपयोग की जाती है, मूल रूप से पाचन और पोषक तत्वों को अवशोषित करने की प्रक्रिया में उपयोग की जाती। इसलिए हमेशा सदा पानी पीने की सलाह दी जाती है। पीयर जर्नल के अनुसार सादा पानी आपको ज्यादा ऊर्जा प्रदान करता है।
एक और बहुत ही स्पष्ट कारण, जिसके लिए आपके बुजुर्ग भी आपको ठंडा पानी पीने से रोकते रहे हैं, वह है आपके गले में खराश और भरी हुई नाक होने की संभावना बढ़ जाती है। विशेष रूप से भोजन के बाद ठंडा पानी पीने से अतिरिक्त बलगम (श्वसन श्लेष्मा) का निर्माण होता है, जो श्वसन पथ की सुरक्षात्मक परत बनाता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंइसके अलावा, अगर आप सर्दी या फ्लू का इलाज करने की कोशिश कर रहे हैं, तो ठंडा पानी पीने से आपका कंजेशन खराब हो सकता है। कुछ स्वास्थ्य स्थितियां ऐसी होती हैं कि ठंडा पानी पीने से परेशानी बढ़ सकती है।
इसलिए, गर्मियों में अगर आपको ठंडा पानी पानी पीना है तो, घड़े का पानी पिएं! यह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
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