शुगर क्रेविंग्स! जब यह शब्द आपके दिमाग में आता है तो सबसे पहले आपके मन में किस चीज़ का ख्याल आता है? हम बताते हैं चॉक्लेट्स? जी हां… पीरियड्स के दौरान या मूड स्विंग होने पर जब भी शुगर क्रेविंग्स होती हैं हमें सबसे पहले चॉक्लेट याद आती है खासकर डार्क चॉक्लेट (dark chocolate)। यह तुरंत हमारे मूड को सही कर देती हैं और हमें अच्छा महसूस कराती हैं।
लेकिन, हम डाइट पर हैं तो क्या चॉक्लेट खाना सही है (is eating chocolate healthy) ? क्या इसे खाने से हमारे वज़न बढ़ सकता है (chocolate and weight gain)? या इससे हमें वज़न कम करने में मदद मिल सकती है? यदि आपके मन में भी चॉक्लेट खाने से पहले ऐसे ही सवाल उठ रहे हैं तो क्या ऐसा करना सही है? चलिये पता करते हैं और साथ ही, यह भी जानने की कोशिश करते हैं कि एक दिन में कितनी चॉक्लेट खाना सही है?
एनसीबीआई द्वारा किए गए शोध बताते हैं कि डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोइड उच्च रक्तचाप वाले लोगों में रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए जाने जाते हैं। इस तरह डार्क चॉक्लेट आपके बीपी को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है।
डार्क चॉक्लेट में अच्छी मात्रा में एंटी – ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो हार्ट हेल्थ को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। इसलिए यह, रक्तचाप को नियंत्रित करने, में मदद कर सकती है। डार्क चॉकलेट मैग्नीशियम, मैंगनीज, कॉपर, जिंक और आयरन से भी भरपूर होती है।
डार्क चॉक्लेट का सेवन आपको अपने तनाव के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। यह आपके दिमाग के अंदर सेरोटोनिन और एंडोर्फिन छोड़ती है जो आपको रिलैक्स और शांत महसूस करने में मदद कर सकते हैं।
डार्क चॉक्लेट में फ्लेवनॉल्स मौजूद होते हैं जो फैट को कट करने में मदद करते हैं। साथ ही, इसमें फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है, जिसकी वजह से ज़्यादा भूख नहीं लगती है। इसके अलावा, बढ़ता हुआ स्ट्रेस लेवल भी वज़न बढ़ने में योगदान कर सकता है। मगर, इसका मतलब यह नहीं है कि आप पूरे दिन कितनी भी चॉक्लेट खा सकती हैं।
लाइव न्यूट्रीफिट एंड सेंटर फॉर ओबेसिटी एंड लॉन्गविटी की डायरेक्टर, एमबीबीएस और एमडी – डॉ अंजलि हुड्डा के मुताबिक – चॉक्लेट का सेवन करने से वज़न कम नहीं होता है। इसलिए, अपनी वेट लॉस जर्नी में आप इसका मॉडरेशन में सेवन कर सकती हैं। यदि आप वज़न घटाने के लिए पूरी तरह से इसपर निर्भर हो जाएगी, तो इससे आपको नुकसान पहुंच सकता है।
नोट : 70% डार्क चॉकलेट का एक बार जिसका वजन 3.5 औंस होता है, जो आपके रेगुलर मील का 16% है।
आपके लिए वही डार्क चॉक्लेट सही है जिसमें कोको की मात्रा ज़्यादा हो कम से कम 70%। अगर आप इसका मॉडरेशन में सेवन कर रही हैं तो आप बिना किसी साइड इफेक्ट की चिंता किए एक दिन में 20-30 ग्राम तक डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकती हैं। मगर, दिन में, रात के दौरान यह सही नहीं है।
डॉ अंजलि के अनुसार डार्क चॉकलेट की वजह से कुछ लोगों को माइग्रेन भी होने लगता है, क्योंकि इसमें कैफीन भी होता है। इसलिए, मॉडरेशन में खाना सबसे सही है।
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