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स्वास्थ्य के लिए कई जटिलताएं पैदा कर सकता है आपका जिद्दी बेली फैट, जानिए इसे कंट्रोल करने के टिप्स

बिगड़ती जीवनशैली के कारण आपका बढ़ता हुआ बेली फैट, कैंसर और हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है। जानिए इसे कंट्रोल करने के टिप्स
Published On: 5 Feb 2022, 04:00 pm IST
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fal ka jyada sewan karne se badh sakta hai motapa
तनाव कम करते हुए व्यायाम आपके मूड को बेहतर बना सकता है। चित्र : शटरस्टॉक

यदि आपने कभी वज़न घटाने की कोशिश की होगी, तो पाया होगा कि सबसे जिद्दी चर्बी पेट की होती है। बेली फैट आपके पूरे लुक को खराब कर सकता है। साथ ही आसानी से जाने का भी नाम नहीं लेता है। अब आप सोच रही होंगी कि आखिर पेट पर ही सबसे ज़्यादा चर्बी क्यों जमा होती है? हम बताते हैं –

लोगों के पेट की चर्बी बढ़ने के कई कारण हैं, जिनमें खराब आहार, व्यायाम की कमी और तनाव शामिल हैं। आपको बता दें कि बेली फैट का मतलब यहां पेट के आसपास की चर्बी से है। पेट की चर्बी दो प्रकार की होती है:

विसेरल (Visceral) : यह वसा व्यक्ति के अंगों को घेर लेती है।
सब्क्युटेनियस (Subcutaneous) : यह वसा त्वचा के नीचे जमा हो जाती है।

पेट की चर्बी खतरनाक क्यों है?

विसेरल वसा से स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं ज़्यादा होती हैं। यह सबसे खतरनाक प्रकार की वसा है क्योंकि जब यह उदर क्षेत्र में विकसित होती है और आंतरिक अंगों को घेर सकती है। यूटी साउथवेस्टर्न में शोध, ने दिखाया है कि इस तरह की वसा लोगों को हृदय रोग, मधुमेह, लिवर की समस्याओं, कुछ प्रकार के कैंसर सहित कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के विकास के लिए अधिक जोखिम में डालती है। इतना ही नहीं इससे अचानक मृत्यु का खतरा भी बढ़ जाता है।

बेली फैट कई अन्य बीमारियों के प्रमुख कारणों में से एक है जैसे

हार्ट अटैक
उच्च रक्त चाप
स्ट्रोक
दमा
डिमेंशिया

kam karein apna belly fat
जटिलताएं पैदा कर सकता है आपका जिद्दी बेली फैट. चित्र : शटरस्टॉक

अच्छी बात यह है कि पेट की चर्बी को कुछ आसान टिप्स से कम किया जा सकता है। तो जानिए इन टिप्स के बारे में –

आपको बता दें कि यही टिप्स बेली फैट बढ़ने का कारण भी हैं, इसलिए यदि आपने इन्हें संतुलित कर लिया, तो आप अपने बेली फैट को कम कर पाएंगी।

1. आहार में सुधार करें

एक स्वस्थ, संतुलित आहार एक व्यक्ति को अपना वजन कम करने में मदद कर सकता है, और उसके समग्र स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की भी संभावना है।अक्सर लोग चीनी, वसायुक्त खाद्य पदार्थ और रिफ़ाइन्ड कार्बोहाइड्रेट से बचते हैं जिनमें पोषक तत्व कम होते हैं। इसके बजाय, वे बहुत सारे फल और सब्जियां, लीन प्रोटीन और जटिल कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें।

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नवरात्रि उपवास वेट लॉस में मददगार हो सकते हैं?

2. शराब का सेवन कम करना

पेट की अतिरिक्त चर्बी कम करने की कोशिश करने वाला व्यक्ति अपने शराब के सेवन को संतुलित करें। एल्कोहोलिक ड्रिंक्स में अक्सर अतिरिक्त चीनी होती है, जो वजन बढ़ाने में योगदान कर सकती है।

3. व्यायाम करना

एक गतिहीन जीवन शैली वजन बढ़ाने सहित कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। वजन कम करने की कोशिश कर रहे लोगों को अपनी दिनचर्या में अच्छी मात्रा में व्यायाम शामिल करना चाहिए। एरोबिक व्यायाम और वेट ट्रेनिंग दोनों करने से लोगों को अपने पेट की चर्बी से निपटने में मदद मिल सकती है।

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एक्सरसाइज़ करना बहुत ज़रूरी है। चित्र : शटरस्टॉक

4. तनाव कम करना

तनाव के कारण व्यक्ति का वजन बढ़ सकता है। तनाव हार्मोन कोर्टिसोल की रिहाई एक व्यक्ति की भूख को प्रभावित करती है और उन्हें अधिक खाने के लिए प्रेरित कर सकती है। तनाव से राहत देने वाली रणनीति में माइंडफुलनेस और मेडिटेशन और योग जैसे व्यायाम शामिल हैं।

BMI

वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए

बीएमआई चेक करें

5. नींद के पैटर्न में सुधार करना

नींद लोगों के समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। नींद का प्राथमिक उद्देश्य शरीर को आराम करने, और ठीक होने देना है, लेकिन यह किसी व्यक्ति के वजन को भी प्रभावित कर सकता है। जब कोई व्यक्ति अपना वजन कम करने की कोशिश कर रहा हो, जिसमें पेट की चर्बी भी शामिल हो, तो अच्छी नींद लेना आवश्यक है।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

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