स्वस्थ रहने के लिए पहली शर्त है हेल्दी लाइफस्टाइल। हेल्दी लाइफस्टाइल का सीधा प्रभाव हमारे जीवन पड़ पड़ता है। यदि हमारी लाइफस्टाइल हेल्दी होगी, तो हम स्वस्थ रहेंगे। स्वस्थ रहने पर हमारी आयु भी बढ़ेगी। और हेल्दी लाइफस्टाइल की पहली शर्त है एक्टिव होना। यदि हम एक्टिव होंगे, तो हमारी उम्र भी बढ़ेगी। शरीर को एक्टिव रखने के लिए एक्सपर्ट एरोबिक पर जोड़ देते हैं। पर क्या एरोबिक एक्सरसाइज से हमारी उम्र बढ़ सकती है? आइये इस आलेख से जानते हैं।
क्या है एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic Exercise)
ऑक्सीजन के साथ जो एक्सरसाइज किया जाता है, एरोबिक एक्सरसाइज कहलाता है। एरोबिक एक्टिविटी से शरीर के ऑक्सीजन लेने और हृदय गति बढ़ जाती है। इससे दिल, फेफड़ों और ब्लड सर्कुलेशन में मदद मिलती है। एरोबिक एक्सरसाइज एन एरोबिक एक्सरसाइज से अलग है। एन एरोबिक एक्सरसाइज जैसे कि वेटलिफ्टिंग, स्प्रिंटिंग या अन्य भार वाले एक्सरसाइज हैं। यह एरोबिक व्यायाम के ठीक अपोजिट एक्सरसाइज है। कई रिसर्च बताते हैं कि एरोबिक एक्सरसाइज उम्र घटाने में मदद करते हैं। साइकिल चलाना, ब्रिस्क वाक आदि एरोबिक एक्सरसाइज हैं।
टेक्सास विश्वविद्यालय के साउथवेस्टर्न मेडिकल स्कूल में एक शोध अध्ययन किया गया। इसमें एक ओर ऐसे युवाओं (25 वर्ष) को शामिल किया गया, जो फिजिकल एक्टिविटी न के बराबर करते थे। वहीं शोध में कुछ ऐसे युवा भी शामिल थे, जो नियमित रूप से एरोबिक एक्सरसाइज करते थे। 50 वर्ष के बाद शोध में पाया गया कि जिन लोगों ने किसी प्रकार की फिजिकल एक्टिविटी नहीं की। उनमें हाई ब्लड प्रेशर, शरीर के वसा में वृद्धि और मांसपेशियों की ताकत में गिरावट जैसी समस्या देखी गई। साथ ही, उनमें डायबिटीज और हार्ट डिजीज के लक्षण भी पाए गये।
वहीं जिन लोगों ने नियमित रूप एरोबिक एक्सरसाइज किया, उन्हें लंबे समय तक दवा की आवश्यकता नहीं पड़ी। हालांकि उनमें वजन की वृद्धि देखी गई। लेकिन हार्ट बीट और ब्लड प्रेशर सामान्य रहा। कुछ लोगों में हार्ट की पम्पिंग क्षमता में गिरावट देखी गई। वे लंबे समय तक जीवित भी रहे।
डलास विश्वविद्यालय के एरोबिक एक्सरसाइज पर अध्ययन लंबी आयु के लिए रोगमुक्त होना जरूरी मानते हैं। शोधकर्ताओं ने माना कि कार्डियोवैस्कुलर फ़ंक्शन को बेहतर बनाने का सबसे अच्छा तरीका एरोबिक एक्सरसाइज है। यह हृदय की मांसपेशियों को कोमल और धमनियों को लचीला बनाए रखने में मदद करता है। हृदय गति को कम करता है। यह शरीर के ऊतकों को ऑक्सीजन युक्त रक्त पहुंचाने के लिए हृदय की क्षमता को भी बढ़ाता है।
जिंदल नेचरक्योर इंस्टिट्यूट, बंगलूरू की चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. बबीना एन एम बताती हैं, ‘तैरना, छलांग लगाना, चलना और साइकिल चलाना सभी एरोबिक वर्कआउट के उदाहरण हैं। यह साबित हो चुका है कि एरोबिक व्यायाम उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को कम करने में मदद करता है। ये वर्कआउट मूड, मेमोरी, इम्यून सिस्टम, कॉग्निटिव फंक्शन और फोकस को बेहतर बना कर भी उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करते हैं। ये मस्तिष्क में मौजूदा नर्वस कनेक्शन को बढ़ा सकते हैं।’
1. एरोबिक व्यायाम का प्राथमिक लाभ हृदय स्वास्थ्य में सुधार है।
2. एरोबिक व्यायाम फेफड़ों के माध्यम से शरीर, हृदय, ब्लड वेसल्स और मांसपेशियों तक ऑक्सीजन की पहुंच बढ़ाता है।
3. मध्यम-तीव्रता वाले एरोबिक व्यायाम एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं।
5. एरोबिक एक्टिविटी शरीर की ग्लूकोज की आवश्यकता और इंसुलिन के प्रति ग्रहणशीलता को बढ़ाने में मदद कर सकती है। यह ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद कर सकता है।
यहां हैं कुछ एरोबिक्स एक्सरसाइज जो उम्र के संकेतों को कम करने में मदद कर सकते हैं
यदि आपको किसी तरह की शारीरिक परेशानी है, तो कोई भी एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
एरोबिक डांस समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इससे हार्ट हेल्थ को बढ़ावा मिलता है, जो लंबी उम्र के लिए सबसे जरूरी है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंसायक्लिंग सबसे अच्छी प्रकार की एरोबिक गतिविधियों में से एक है। यह
पीठ, कूल्हों, घुटनों या टखनों को मजबूत बनाता है।
यह बुनियादी एरोबिक एक्सरसाइज में से एक है। यह कैलोरी बर्न करने का शानदार तरीका है।
ट्रेडमिल संपूर्ण शरीर को एक्टिव बनाता है। इससे कैलोरी बर्न होती है।
तैरना सबसे बढ़िया कार्डियो गतिविधि है। यह शरीर के जोड़ों पर कम तनाव या दबाव डालता है। अतिरिक्त कैलोरी बर्न करने का यह शानदार तरीका है।
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