खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण मोटापा एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। यंगस्टर्स हो या बच्चे आजकल सभी इस समस्या से परेशान हैं। मोटापा कम करने के लिए लोग डाइटिंग, जिमिंग के साथ तरह-तरह के नुस्खे आजमाते हैं। परंतु कुछ भी करने से पहले उसकी पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है। अन्यथा आपकी समस्या पर उल्टा असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो गर्मियों के मौसम में मोटापे की समस्या को कंट्रोल करना ज्यादा आसान होता है। ऐसे में अपनी समर डाइट में कुछ महत्वपूर्ण सुपरफूड्स को शामिल करके मोटापे को हमेशा के लिए अलविदा कह सकती हैं।
मोटापे के कारण हार्ट डिजीज, अस्थमा, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और स्ट्रेस जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। मोटापा न केवल आपकी सेहत को बल्कि आपके रोजमर्रा की जिंदगी को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। मोटापा आपके ब्रेन, ब्लड वेसल, हार्ट, लीवर, गॉलब्लैडर, हड्डियों और जोड़ो को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। जिसके कारण जोड़ों में दर्द लिवर फैलियर जैसी समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है।
आजकल के खानपान और वातावरण के कारण बच्चों में मोटापे की समस्या बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। जिसकी वजह से बच्चों को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं कई बच्चे डिप्रेशन और स्ट्रेस के शिकार हो जाते हैं। पब मेड द्वारा किए गए अध्ययन में देखा गया कि मोटापे के कारण ज्यादातर बच्चे अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते साथ ही उनके आत्मविश्वास में भी कमी नजर आती है। जो कि एक साइक्लोजिकल डिसऑर्डर की निशानी है। ऐसे में आहार में कुछ जरुरी परिवर्तन करने से आपको इन समस्यायों से दूर रहने में मदद मिलेगी।
हमने इस पर विशेषज्ञ से बातचीत की, उनके अनुसार इन सुपरफूड्स के साथ मोटापे से रह सकती है दूर। जानते है इन खास सुपरफूड्स के नाम-
न्यूट्रीफाईबाईपूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड एकेडमी की डायरेक्टर डॉ पूनम दुनेजा के अनुसार गर्मियों का मौसम शरीर से एक्स्ट्रा फैट को कम करने के लिए सबसे अच्छा होता है। ऐसे में गर्मियों में होने वाले एंटीऑक्सीडेंट और अनेकों पोषक तत्वों से भरपूर फल और सब्जियों को अपने समय डाइट में शामिल कर सकती हैं। ये सभी सुपरफूडस आपकी इस समस्या में कारगर रहेंगे। साथ ही इस गर्मी अपने बच्चों को लंच में ये फूड्स दे सकती हैं। जो उन्हें हाइड्रेटेड रखने के साथ फिट रहने में भी मदद करेंगे।
डॉक्टर पूनम दुनेजा के अनुसार इस सुपरफूड में 92 प्रतिशत पानी मौजूद होता है, जो गर्मियों के मौसम में हमारे शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखता है। तरबूज खाने से शरीर में जितनी कैलोरीज बनती है, उनसे ज्यादा यह डाइजेशन के दौरान बर्न करता है। विटामिन ए, बी6, सी, एंटीऑक्सीडेंट और अमीनो एसिड जैसे पोषक तत्वों से भरपूर यह फल शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने के साथ आर्टेरिअल प्लाक को भी कम करता है।
कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन से भरपूर योगर्ट गर्मियों में आपकी सेहत के लिए अधिक फायदेमंद होता है। यह आंतों तक पर्याप्त प्रोबायोटिक्स पहुंचाता है, जो वेट लॉस में हमारी मदद करता है।
विशेषज्ञ के अनुसार चुकंदर डाइट्री फाइबर का एक अच्छा स्रोत होता है। डाइट्री फाइबर पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने के साथ शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने का काम करता हैं, जो वेट लॉस मे फायदेमंद हो सकता है। चुकंदर में मौजूद बीटाइन, माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की तरह काम करके मोटापा पैदा करने वाले जीन को कम करने में मदद करता हैं।
अनानास में मौजूद ब्रोमलेन, एंटी इन्फ्लेमेटरी एंजाइम होता हैं, जो मोटापा और सूजन पैदा करने वाले प्रोटीन को पूरी तरह पचाने में आंतों की मदद करता हैं। विशेषज्ञ की माने तो, यदि आप मोटापे की समस्या से ग्रसित है, तो इस सुपरफूड के साथ अपने शरीर की चर्बी को कम कर सकती हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट्स कहती हैं कि टमाटर में 90 प्रतिशत तक पानी मौजूद होता है, जो गर्मियों में शरीर को हाइड्रेटेड रहने में मदद करता है। वजन कम करने में सॉल्युबल और इनसोल्युबल फाइबर का एक महत्वपूर्ण रोल होता है। टमाटर इन दोनों का एक अच्छा स्राेत है। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बॉडी वॉटर वेट को कम करने में मददगार होते हैं। टमाटर में कैलोरी की मात्रा भी कम होती है, इसलिए मोटापे की समस्या में इसका सेवन कर सकती हैं।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंइस सुपरफूड में कैलोरी बहुत कम मात्रा में पाई जाती है। एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर जुकिनी इन्फ्लेमेशन से लड़ने में मदद करता है। साथ ही हाइपरटेंशन को भी कम करता है। हाइपरटेंशन मोटापे का एक बड़ा कारण बन सकता है। वहीं जुकिनी में मौजूद राइबोफ्लेविन और विटामिन बी शरीर में रेड ब्लड सेलस को तेजी से बनने में मदद करते हैं। रेड ब्लड सेलस कार्बोहाइड्रेट को एनर्जी में परिवर्तित करता है, जिसके कारण कैलरीज आसानी से और जल्दी बर्न हो जाती हैं।
इस गर्मी शुगर से युक्त बेवरेज की जगह हैल्दी ग्रीन टी को अपने डाइट में शामिल कर सकती हैं। डॉक्टर पूनम दुनेजा की माने तो ग्रीन टी में मौजूद कैफीन और कैटेचिन नामक फ्लेवोनॉयड, एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं। यह दोनों कंपाउंड शरीर में मेटाबॉलिज्म को बढ़ा सकते हैं। कैटेचिन शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा फैट को कम करने में मदद करता है। साथ ही कैफ़ीन शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करता है।
नाशपाती में पर्याप्त मात्रा में पेक्टिन पाया जाता है। जो वेट लॉस में हमारी मदद कर सकता है। इस सुपरफूड में बहुत कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। साथ ही पानी से युक्त यह फल फाइबर का एक अच्छा स्रोत होता है। इन पोषक तत्वों का कॉन्बिनेशन नाशपाती को वेट लॉस फ्रेंडली फूड बनाता है। इसमें सेव के मुकाबले 30% ज्यादा पोटैशियम मौजूद होते हैं जो शरीर में एनर्जी बूस्ट करने का काम करते हैं।
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