इम्यून सिस्टम को मजबूत कर रिकवरी में मदद करते हैं ये 5 पोस्ट कोविड योगासन
एक बार फिर कोविड संक्रमितों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हो रही है। हालांकि कोविड वैक्सीन और बूस्टर डोज के कारण लोग जल्दी रिकवर कर रहे हैं। एक सप्ताह बाद उनकी तबियत में सुधार हो जाता है। लेकिन इम्यून सिस्टम और रेस्पिरेट्री सिस्टम प्रभावित होने के कारण शारीरिक कमजोरी लंबे समय तक बनी रहती है। योग थेरेपिस्ट और डिवाइन सोल योग के डायरेक्टर डॉ. अमित खन्ना बताते हैं कि योग थेरेपी कोविड रिकवरी में सबसे अधिक मददगार होता है। यह न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) और सामान्य स्वास्थ्य को बढ़ाता है, बल्कि फिटनेस में भी सुधार करता है।
आसानी से होने वाले आसन करें
कोरोनावायरस मूल रूप से श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है। फर्स्ट स्टेज में यह ऊपरी श्वसन तंत्र की श्लेष्मा झिल्ली (mucous membrane) में फैल जाता है। इससे खांसी, बुखार, कमजोरी जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। कुछ दिनों बाद फेफड़े के ऊतक प्रभावित होने के कारण कम ऑक्सीजन मिल पाता है, जिससे सांस फूलने लगती है। संक्रमित होने के 10-15 दिन बाद ही किसी भी प्रकार के आसन करें। बहुत कठिन आसन समस्या को बढ़ा सकते हैं। इसलिए उन्हीं आसनों का चुनाव करें, जो आसानी से हो जाएं। ये चुनिंदा आसन शरीर और दिमाग को मजबूत करते हैं, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और थकान भी दूर करते हैं।
यहां हैं कोविड के बाद किये जाने वाले 5 योगासन
बिटिलासन (Cow Pose)
यह आसन धीरे-धीरे शरीर को फैलाता है। यह तनाव को दूर कर रीढ़ और पेट के अंगों की मालिश करता है। पीठ, कंधे और गर्दन में यह गतिशीलता बढ़ाने में मदद करता है।
कैसे करें
हाथों को कंधे की चौड़ाई से अलग रखें। घुटनों को सीधे हिप्स के नीचे रखें।
पीठ के निचले हिस्से को मोड़ते हुए और सिर को ऊपर लाते हुए, पेल्विक को गाय की तरह झुकाएं।
गहराई से सांस लें। सांस छोड़ें और पेट को अंदर लाएं। रीढ़ की हड्डी को मोड़ें। सिर और पेल्विक को बिल्ली की तरह नीचे लाएं। इसे कई बार दोहराएं।
मार्जार्यासन (Cat Pose)
पोस्ट कोविड कैट पोज़ जरूर करना चाहिए। यह आसन पूरे शरीर को खींचने में मदद करता है। मांसपेशियों के तनाव से छुटकारा पाने में मदद करता है।
कैसे करें
हाथों को कंधे की चौड़ाई से अलग रखें। घुटनों को सीधे कूल्हों के नीचे रखें।
पीठ के निचले हिस्से को मोड़ते हुए सिर को ऊपर लायें।
पेल्विक को झुकाते हुए सांस लें।
सांस छोड़ते हुए पेट को अंदर लाएं। रीढ़ की हड्डी को मोड़ें। सिर और श्रोणि को बिल्ली की तरह नीचे लाएं। कई बार दोहराएं।
तितली मुद्रा (Butterfly Pose)
तितली आसन आंतरिक जांघों, कमर और घुटनों को फैलाता है, लचीलेपन में सुधार करता है। लंबे समय तक खड़े रहने और चलने से थकान को दूर करता है।
कैसे करें
बैठकर पैरों के तलवों को आपस में मिला लें। रीढ़ की हड्डी को सीधा और एब्स को कस कर रखें।
प्रत्येक पैर को हाथों से पकड़ें और कोहनियों को भीतरी जांघों पर रखें।
दोनों पैरों को तितली के पंख की तरह बार-बार हिलाएं। 30 सेकंड या इससे अधिक के लिए रुकें।
कबूतर मुद्रा (Pigeon Pose)
यह योग आसन मांसपेशियों में खिंचाव के लिए सबसे बढ़िया काम करता है। यह आसन दिमाग को शांत करता है। यह बाहरी हिप्स को भी फैलाता है।
कैसे करें
बाएं घुटने को आगे और बाहर की तरफ ले जाएं।
दाहिने पैर को पीछे की ओर खिसकाएं और दाहिने पैर की उंगलियों को नीचे दबाएं।
बाएं पैर की उंगलियों को फैलाएं, रीढ़ को सीधा रखें और ऊपर की ओर देखें।
पिजन पोज में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें और फिर दूसरे पैर से दोहराएं।
शवासन (Corpse Pose)
शवासन सबसे आरामदायक मुद्रा है। इसे आमतौर पर योग सत्र के अंत में किया जाता है। यह कूल-डाउन आसन का कार्य करता है।
कैसे करें
पीठ के बल सीधे लेट जाएं।
हाथों और पैरों को शरीर से दूर फैलाएं।
आंखें बंद रखें।
समान रूप से सांस लें और आराम करने का प्रयास करें।
सुनिश्चित करें कि आपका शरीर पूरी तरह से शिथिल हो और दिमाग पर आपका ध्यान केंद्रित हो पाए।
विचारों को स्थिर करें।
अनुलोम विलोम (Anulom Vilom)
अनुलोम विलोम प्राणायाम शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। यह धैर्य और ध्यान में मदद करता है। इससे तनाव और चिंता से राहत मिलती है। यह ब्रेन, रेस्पिरेट्री और हार्ट हेल्थ में सुधार करता है।
कैसे करें
दोनों नासिका छिद्रों को बंद करें। 8 की गिनती तक सांस रोकें। दाहिने नथुने को बंद रखते हुए अपनी उंगलियों को बाएं नथुने से हटायें और 8 की गिनती तक पूरी तरह सांस छोड़ें। इस अभ्यास को 5-10 मिनट तक करें।