ग्रीन टी, कॉफी समेत यहां वो 5 सुपरफूड्स हैं, जो आपके लिए फैट कटर का काम करेंगे 

शरीर में लगातार बढ़ती चर्बी के कारण वजन में वृद्धि, मोटापा और तमाम तरह की समस्याएं आपको घेर सकती हैं। अपने आहार में इन 5 सुपरफूड्स को शामिल करें और अनचाहे फैट से निजात पाएं। 
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वेट लॉस करना है तो अपना भोजन बुद्धिमानी से चुनें। चित्र: शटरस्टॉक्स
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आज के समय में हर कोई फिट दिखना चाहता है। लेकिन बढ़ती उम्र, अलग-अलग स्वास्थ्य स्थितियां और खराब लाइफस्टाइल के चलते ज्यादातर महिलाएं 30 के बाद मोटापे की शिकार हो जाती हैं। जिसका असर उनके समग्र स्वास्थ्य और दिनचर्या पर नजर आता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप समय रहते अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करें। साथ ही उन हेल्दी आदतों को भी दैनिक जीवन में शामिल करें, जो आपको मोटा होने से बचाती हैं। निश्चित रूप से हेल्दी डाइट एक अच्छी आदत है, जो आपको फिट रखने में मदद करती है। इसलिए यहां हम उन फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके लिए फैट कटर (Fat cutter foods) का काम करेंगे।

अनचाहे फैट से छुटकारा पाने के लिए आहार में शामिल करें ये 5 फैट बर्निंग फूड

1. वसा युक्त मछली (Fatty Fish)

वसा युक्त मछली (Fatty Fish) जैसे सेल्मन (Salmon), हेरिंग (Herring), सर्डिन (Sardines) और अन्य, स्वाद में अद्भुत होती हैं। दरअसल इस तरह की मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड (omega-3 fatty acids) होता है, जो सूजन और हृदय रोगों के खतरे को कम करने में मददगार है। इसके आलावा इन मछलियों में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड (omega-3 fatty acids) हमारे शरीर की वसा (body fat) को भी कम करने का काम करता है।

जर्नल ऑफ द इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ स्पोर्ट न्यूट्रीशन में छपे एक शोध के मुताबिक वसायुक्त मछली का सेवन फैट बर्न करने में मददगार है। इस अध्ययन में 6 सप्ताह तक लगातार 44 लोगों को वसायुक्त मछली का तेल खाने में दिया गया। जिसके परिणामस्वरूप उनकी वसा में कटौती दर्ज की गई।

fatty fish fat cut karne me madad karti hai
फैटी फिश मोटापा कम करने में मदद करती है चित्र : शटरस्टॉक

वसा युक्त मछलियों में प्रोटीन की मात्रा अच्छी होती है। इन मछलियों का सेवन करने के बाद उसमें मौजूद प्रोटीन मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। जिसके चलते इन्हें खाने वालों को काफी अच्छा महसूस होता है। और तो और ऐसे लोगों में मेटाबोलिक रेट अन्य भोजन जैसे वसा व कार्बोहाइड्रेट के पाचन की तुलना में अधिक होता है।

जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ न्यूट्रीशन में छपे एक शोध में सामने आया है कि शरीर की वसा में कटौती और हृदय की सेहत बनाए रखने के लिए सप्ताह में कम से कम 100 ग्राम मछली का तेल लिया जा सकता है।

2. कॉफी

जब आप थक जाती हैं, तो क्या काम करता है? जी हां, एक कप कॉफी। एक कप कॉफी पीने के बाद हमारी मनोदशा बिल्कुल दुरुस्त हो जाती है। इस बदलाव के लिए कैफीन जिम्मेदार है। ब्रिटिश न्यूट्रीशन फॉउंडेशन के न्यूट्रिशन बुलेटिन के अनुसार कैफीन का सेवन करने से लोगों के मानसिक (mental improvement) और शारीरिक स्वास्थ्य (Physical improvement) में काफी सुधार होती है। साथ ही यह शरीर में मौजूद वसा (burn fat) में कटौती करती है।

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कॉफी का प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग अलग पड़ता है। लेकिन कॉफी में मौजूद रसायन कैफीन लोगों की मेटाबोलिक रेट में बढ़ोतरी भी करता है। खास बात ये भी है कि शरीर की मेटाबोलिक रेट, कॉफी सेवन करने की मात्रा पर निर्भर करता है।

द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन में छपे एक शोध में बताया गया कि कैफीन का सेवन करने से कई बार शरीर की वसा का पाचन बढ़ (increment in lipids oxidation) जाता है। जिस कारण मेटाबोलिक रेट (metabolic rate increases) भी बढ़ जाती है।

3 अंडा (Eggs)

अंडा, एक ऐसा आहार जिसे पोषण का पावरहॉउस बताया जाता है। यह हमारे शरीर का वजन घटाने के लिए सबसे कारगर आहार है। यदि इसे नाश्ते में रोजाना खाएं, तो हमें जल्दी भूख का एहसास नहीं हो पाता। इसलिए ज्यादातर शरीर से मोटे व भारी वजन वाले लोगों को इसे अपने नाश्ते में जरुर शामिल करना चाहिए।

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इसके पीले भाग को खाने से बचना चाहिए, लेकिन इसके सफेद वाले भाग जिसे विज्ञान की भाषा में एल्ब्युमिन कहते हैं उसे जरुर खाना चाहिए। वह पूरी तरह से अमीनो एसिड से बना प्रोटीन है। प्रोटीन का सेवन करने से हमारे शरीर का मेटाबोलिक रेट बढ़ता है। जिस कारण हमें खुशी का आभास होता है।

जर्नल ऑफ द अमेरीकन कॉलेज ऑफ न्यूट्रीशन में छपे शोध में यह भी बताया गया है कि अधिक वजन वाले लोग यानी मोटे लोग भोजन व नाश्ते में अंडे का सेवन करें, तो वे कम खाते हैं। कम खाने का संबंध वेट लॉस और वसा के कम होने से भी है।

4 दही (Yogurt)

अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (US Department of Agriculture) के फूड डाटा सेंट्रल (food data central) के मुताबिक, दही (yogurt) में प्रोटीन की प्रचुर मात्रा होती है। यही कारण है कि इसका सेवन करने से शरीर का मेटाबोलिक रेट बढ़ जाता है।

दही में मौजूद लिनोलिक एसिड (conjugated Linoleic Acid) शरीर की वसा में कटौती करने के साथ-साथ वजन में कमी लाने का भी काम करता है। इसका दावा द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन के शोध में किया गया है। दही का सेवन करने से पाचन क्रिया भी दुरुस्त होती है। द जर्नल्स ऑफ पेडियाट्रिक्स के मुताबिक, एंटीबॉयोटिक्स के कारण बच्चों में होने वाली दस्त की शिकायत को दही कम करने का काम करता है।

5 ग्रीन टी (Green Tea)

यह एक और हेल्दी पेय है, जिसे पीने के बाद शरीर में ताज़गी बनी रहती है। द ओबेसिटी सोसायटी के शोध में सामने आया है कि लाइफस्टाइल में बिना बदलाव किए रोजाना जो भी महिला व पुरुष ग्रीन टी का सेवन करते हैं, उनमें वसा का स्टोरेज कम हो जाता है। यह शरीर के जिद्दी हिस्सों पर फैट जमने से भी बचाती है।

green tea fat cut karne me madad karti hai
ग्रीन टी फैट कट करने में मददगार है । चित्र : शटरस्टॉक

दरअसल यह सब ग्रीन टी में मौजूद रसायन कैटेचिन पालीफेनाल्स (catechins polyphenols) की वजह से होता है। इसी जर्नल के एक अन्य शोध से यह भी पता चला कि ग्रीन टी वसा के पाचन को बढ़ाती है। जिस कारण शरीर में वसा में कमी देखने को मिलती है।

बेशक ये आहार हमारी सेहत के लिए काफी कारगर हैं। शरीर में वसा कम करने के साथ बाकी जरुरतों को पूरा करने में मददगार हैं। इनमें से कुुछ आहार फिजिकल हेल्थ के साथ आपकी मेंटल हेल्थ को भी बूस्ट करने में मददगार हैं। इसके बावजूद फैट बर्न करने के लिए किसी भी आहार को शामिल करने से पहले आहार विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श कर लें।

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