क्या आपको लगता है कि घुटनों के बल चलना बच्चों का काम है? इस धारणा से आपको बाहर निकालते हैं और बताते हैं वजन घटाने के लिए यह कितना सहायक है। जब आप क्रॉल करती हैं तो आपकी मांसपेशियों की स्ट्रेन्थ और लचक बढ़ती है। इसका कारण यह है कि क्रॉल करना आपके पूरे शरीर की मांसपेशियों पर एक साथ फोकस करता है।
क्रॉलिंग एक्सरसाइज बच्चों के घुटनों पर चलने से बहुत अलग नहीं है। बस इसमें तकनीक और पॉस्चर सही होना चाहिए, तभी वेट लॉस सम्भव है।
यह एक्सरसाइज सबसे आसान है और उन लोगों के लिए है जो क्रॉलिंग एक्सरसाइज पहली बार ट्राइ कर रहे हैं। इसमें आपको सिर्फ बच्चों की तरह घुटनों के बल चलने को कॉपी करना है। बेबी क्रॉल आपकी मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और वर्क आउट से पहले बहुत बेहतरीन स्ट्रेच होता है।
जब एक बार आपकी मांसपेशियां बेबी क्रॉल से वार्म अप हो जाएं, यह एक्सरसाइज करें। इस एक्सरसाइज के लिये अपने हिप्स को पुश अप की पोजीशन से थोड़ा ऊपर ही रखें। घुटनों को हल्के से मोड़ लें।
इस एक्सरसाइज में आपके हाथ और पैर साथ मे ही चलेंगे। अगर आपको अपने अपर आर्म्स और हैमस्ट्रिंग की एक्सरसाइज करनी है तो यह क्रॉल आपके लिए बहुत फायदेमंद है।
हम हमेशा ही बस आगे और पीछे के मूवमेंट पर ध्यान देते हैं। यही कारण है कि हमारे साइड्स बिल्कुल नजरअंदाज हो जाते हैं और फैट जमा होने लगता है। इसलिए साइड वेज क्रॉल जरूरी है।
इसमें फर्क सिर्फ इतना है कि आप एक बार लेफ्ट तो एक बार राइट बढ़ती हैं। यह क्रॉल आपका मफिन टॉप कम करेगा और आपके बट को शेप करेगा। यह आपकी इनर थाइस से भी फैट कम करेगा।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंयह क्रॉल थोड़ा जटिल है। यह दो तरह से काम करता है। एक, यह आपका फैट बर्न करता है और दूसरा यह आपकी मांसपेशियां मजबूत करता है।
इस क्रॉल के लिए, आप बियर क्रॉल की पोजीशन में आएं। इसके बाद अपना पैर आगे ले जाएं, अपने सीने को नीचे ड्राप करें और हिप्स को नीचे ले आएं, लगभग लो-प्लांक की पोजीशन में। इसमें हाथ और पैर साथ में चलाने की जगह पैर पहले आगे बढ़ाएं और फिर हाथ बढ़ाएं।
यह बिल्कुल वैसा है जैसा आपने आर्मी कैडेट्स को करते देखा होगा।
यह क्रॉल सुनने में आसान लग सकता है, लेकिन पीछे की ओर क्रॉल करना बहुत मुश्किल है। आगे क्रॉल करने पर बहुत सी मांसपेशियां रह जाती हैं। आपके क्वाड्स, काफ, फोरआर्म और ट्राइसेप्स इस दौरान इस्तेमाल नहीं होते। इन्हें मूव करने के लिए आपको बैकवार्ड क्रॉल करना चाहिए।
आप को बस बेबी क्रॉल या बियर क्रॉल को उल्टे दिशा में करना है।
30 मिनट क्रॉल हर दिन रोजाना करने से आप अपने शरीर को अच्छे से वार्म अप कर सकती हैं। अच्छे वार्म अप से आपको चोट लगने की संभावना कम हो जाती है। यह आपके घुटनों और जोड़ों के लिए बहुत अच्छा होता है।
इसलिए अपनी कार्डियो एक्सरसाइज में इन क्रॉलिंग एक्सरसाइज को शामिल करें।