नमक कम ही खाएं, लेकिन अच्छा खाएं! क्योंकि शरीर में इसकी कमी और अति दोनों से बीमारियां आपको घेर सकती है। खाने में नमक का इस्तेमाल हम सभी करते हैं, लेकिन आपको यह जानकारी नहीं होगी कि आपको कौन सा नमक, कितनी मात्रा में खाना चाहिए। हम खाना पकाने में ज्यादातर टेबल सॉल्ट इस्तेमाल करते हैं। मगर हिमालयन सॉल्ट आपकी सेहत के लिए बेहतर साबित हो सकता है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
ये पाकिस्तान के एक क्षेत्र में हिमालय की तलहटी के पास पाया जाता है। हिमालयी नमक को सबसे कम रिफाइन किया जाता है। इसका रंग गुलाबी होता है, जिसकी वजह से इसे पिंक हिमालयन सॉल्ट के नाम से भी जाना जाता है।
यह नमक मैग्नीशियम और पोटेशियम सहित 84 तरह के खनिजों में उच्च होता है। स्कॉट्सडेल, में रॉकवुड नेचुरल मेडिसिन क्लिनिक में प्राकृतिक चिकित्सक एलिजाबेथ टैडडिकेन, एनडी के अनुसार, हिमालय का नमक आपकी त्वचा को बेहतर बना सकता है और कई बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है।
इसमें कैलोरी, प्रोटीन, फैट, कार्ब्स, फाइबर, शुगर बिल्कुल नहीं होते। ये प्योर सोडियम है और इसमें पोटेशियम – 2.8 , मैग्नीशियम – 1.06, आयरन – 0.0369, सोडियम – 368 होता है।
भोजन में ज्यादा मात्रा में सोडियम होने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे आपका वजन बढ़ने लगता है। रेगुलर टेबल सॉल्ट में सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, एक व्यक्ति के दैनिक नमक का सेवन 5 ग्राम से कम होना चाहिए, जो एक चम्मच के बराबर है। बारीक पिसे हुए रेगुलर टेबल सॉल्ट के 1 चम्मच में लगभग 2,300 मिलीग्राम सोडियम हो सकता है। जबकि 1 चम्मच हिमालयन सॉल्ट जो कि क्रिस्टल में होता है, उसमें 2,000 मिलीग्राम से भी कम सोडियम होता है।
हालांकि, जब आप पिंक हिमालयन सॉल्ट का उपयोग कर रहे हैं, तो इनग्रेडिएंट लेबल की जांच करना सबसे अच्छा है। ब्रांड के आधार पर सोडियम की मात्रा भिन्न हो सकती है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के अनुसार हिमालयन सॉल्ट आपको निम्नलिखित स्वास्थ्य लाभ देता है-
हिमालयन सॉल्ट आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता। आपने अक्सर देखा होगा कि वर्कआउट करने के बाद लोग कई ड्रिंक्स पीते हैं। क्योंकि पसीना बहाने के बाद शरीर मिनरल्स को खो देता है, जो शरीर के लिए ज़रूरी हैं। बाज़ार में मिलने वाले पोस्ट वर्कआउट ड्रिंक्स यही मिनरल्स पहुंचाते हैं। मगर आप इसकी जगह पानी में एक छोटा चम्मच हिमालयन सॉल्ट डालकर भी इन कमियों को पूरा कर सकती हैं।
हिमालयन सॉल्ट में बड़ी मात्रा में एनर्जी बूस्ट करने वाले मिनरल्स होते हैं। पानी के साथ हिमालयन सॉल्ट लेने से ये मिनरल्स तेजी से शरीर में अब्जॉर्ब होते हैं। जिसकी वजह से आपको काफी एनर्जी मिलती है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंये सॉल्ट डाइजेशन में मदद करने वाले एंजाइम को स्टिम्युलेट करता है। साथ ही हाइड्रोक्लोरिक एसिड के उत्पादन को बढ़ाता है। इसका सेवन करने से खाना पचाने में मदद मिलती है। हिमालयन सॉल्ट भोजन और पानी का अवशोषण भी बढ़ाता है। जिससे शरीर को बेहतर पोषण मिलता है।
हिमालयन सॉल्ट के सेवन से आप स्ट्रेस को कम कर सकते हैं। दरअसल इसके रेग्यूलर प्रयोग से सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन्स नियंत्रित रहते हैं। जिस वजह से हमारे ऊपर स्ट्रेस हावी नहीं होता। स्ट्रेस को कम करना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि इसकी वजह से हमें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
यह आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। हिमालयन सॉल्ट हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम कम हो जाता है। यह हर मामले में हार्ट का ख्याल रखता है।
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