क्या आपको शीर्षासन करने से डर लगता है? तो इन 8 फायदों को जानकर आप भी बना लेंगी से इपने फिटनेस रेजीम का हिस्सा
योगासन की विभिन्न मुद्राओं में शीर्षासन (headstand) को फायदेमंद और प्रभावी माना गया है। अगर आप भी लंबे समय तक जवान और चुस्त रहना चाहती हैं, तो यह आसन (yoga poses) एक बेहतरीन विकल्प है। चूंकि इसमें सिर के बल रहना पड़ता है, जिससे यह आपके कोर और पाचन तंत्र को मजबूत करता है। इतना ही नहीं शीर्षासन के बहुत सारे फायदे हैं। लेकिन अगर आप इसे करने से डरते हैं, तो हम बता रहें हैं शीर्षासन करने का आसान और सुरक्षित तरीका।
शीर्षासन आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है
- मन को शांत करना
- तनाव और अवसाद को कम करना
- पिट्यूटरी (pituitary) और पीनियल ग्रंथियों (pineal glands) को सक्रिय करना
- ऊपरी शरीर, रीढ़ और कोर को मजबूत करना
- फेफड़ों की क्षमता बढ़ाना
- पाचन को बढ़ावा देना
- रजोनिवृत्ति (menopause) के लक्षणों को कम करना
- सिरदर्द को रोकना
पर जरूरी है शीर्षासन करने से पहले इन सेफ़्टी मेजर का पालन करें
इतने स्वास्थ्य लाभों के बावजूद, शीर्षासन कुछ जोखिम भी पैदा करता है। यह गर्दन, कंधे और पीठ दर्द या चोट का कारण बन सकता है। लेकिन आप घबराएं नहीं! इसे सुरक्षित रूप से करने के लिए हम आपको कुछ सुरक्षा उपाय बता रहें हैं।
1. एक सहायक की मदद लें
शीर्षासन करने के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प है एक स्पॉटर या सहायक की मदद लेना। यह एक योग शिक्षक, फिटनेस विशेषज्ञ या जानकार मित्र हो सकता है। जब आप उल्टा होते हैं, तो अपने संरेखण के बारे में जांचना या सोचना मुश्किल होता है।
एक सहायक आपके शरीर को सही ढंग से संरेखित करने के लिए आपका मार्गदर्शन कर सकता है। आसन करते समय और उससे बाहर निकलने के लिए वह आपकी मदद करेंगे।
2. दीवार का प्रयोग करें
अगर आप शीर्षासन करना सीख रहें हैं, तो शुरुआती दौर में दीवार का प्रयोग करें। आप दीवार का पूरा सहारा या उस पर अधिक झुकने से बचें। लेकिन अगर आप घबराए हुए हैं या डरते हैं, तो भावनात्मक समर्थन के लिए वहां दीवार होना अच्छा है।
3. अपने चारों ओर कंबल या कुशन रखें
अभ्यास करते हुए, आप दीवार से धीरे-धीरे दूर हो सकते है। लेकिन फिर भी यदि आप घर पर स्वयं अभ्यास कर रहे हैं, तो अपने आस-पास फर्श पर कुछ कंबल या कुशन रखें। इस तरह यदि आप गिरते हैं तो आपके पास सॉफ्ट लैंडिंग होगी।
ये है शीर्षासन करने का सही तरीका!
शीर्षासन करने के लिए आपको इन तरीकों को बिना किसी जल्दबाजी के फॉलो करना होगा:
- वज्र मुद्रा में बैठें।
- अपनी कोहनी को सीधी लाइन में अपने योगा मैट पर रखें।
- अपने फोरआर्म्स के साथ एक त्रिकोण आकार बनाने के लिए अपने हाथों को एक साथ लाएं।
- हथेलियों और अंगूठों को खोलते हुए अपनी अंगुलियों को आपस में रखें।
- छोटी उंगलियों को एक साथ रखें ताकि आपके हाथों के नीचे का आधार अधिक स्थिर हो।
- अपने शीर्ष को अपने हाथों के अंदर चटाई पर रखें।
- कूल्हों को उठाएं और अपने पैरों को सीधा करें।
- अपने पैरों को अपने सिर की ओर ले जाएं।
- कूल्हों को अपने कंधों के ऊपर लाएं।
- धीरे से अपने घुटनों को अपनी छाती की ओर लाएं।
- इस पोजीशन में 5 सेकेंड तक रहें।
- धीरे-धीरे अपने पैरों को सीधा करें।
इन लोगों को शीर्षासन करने से बचना चाहिए
अगर आप इन स्वास्थ्य स्थितियों से गुजर रहें हैं तो आप शीर्षासन न करें।
- गर्दन, कंधे, या पीठ में दर्द।
- ऑस्टियोपोरोसिस।
- दिल से संबंधित गंभीर स्थिति।
- बहुत अधिक या कम रक्तचाप।
- ग्लूकोमा (glaucoma) सहित आंखों की परेशानी।
गर्भवती महिलाओं को भी शीर्षासन करने से बचना चाहिए, जब तक कि वे किसी योग शिक्षक की देखरेख में अभ्यास नहीं कर रही हों।
यदि आप मासिक धर्म का अनुभव कर रहें हैं तो आपको शीर्षासन और अन्य उलटे पोज (inversion yoga poses) करने से बचना चाहिए। मासिक धर्म के दौरान उलटा होने की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि यह शरीर में नीचे की ओर प्रवाह को कम करता है। यह आपके मासिक धर्म के प्राकृतिक प्रवाह को बाधित कर सकता है।
तो लेडीज, शीर्षासन के इतने स्वास्थ्य-लाभों को जानने के बाद आप इसे सावधानी से अपनी फिटनेस रूटीन का हिस्सा बनायें।
यह भी पढ़ें: हिप्स पर जमी जिद्दी चर्बी को कम कर सकती है स्पॉट रनिंग, जानिए इसे करने का सही तरीका