इसमें कोई संदेह नहीं है कि सुबह योग का अभ्यास करना सबसे बढ़िया विचार है। न केवल फिजिकल हेल्थ, बल्कि मेंटल हेल्थ और ओवरआल वेलनेस के लिए भी। अक्सर योगासन का अभ्यास करते समय हम कुछ ऐसी गलतियां करते रहते हैं, जिनके बारे में हमें पता तक नहीं होता है। शरीर को और अधिक लचीला बनाने, दिमाग और मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए इसका ज्ञान होना बहुत जरूरी है। योग विशेषज्ञ ऐसी ही कुछ गलतियों (Common Mistakes in Yoga) की तरफ हमारा ध्यान दिलाते हैं, जिन्हें दूर करने से हम और अधिक बढ़िया परिणाम पा सकते हैं।
इन दिनों बाज़ार में कई तरह के योगा पैंट और ड्रेसेज मिलते हैं। ये नायलॉन, पोलिसटर आदि जैसे सिंथेटिक धागे से बने होते हैं। योग टीचर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर डॉ. स्मृति अपने इन्स्टाग्राम पोस्ट में बताती हैं कि कभी भी सिंथेटिक और टाइट कपड़े पहनकर योग नहीं करना चाहिए। इसकी बजाय सूती कपड़े पहनें। ऐसे कपड़े जिनसे हवा आसानी से आती-जाती रहे। इससे पसीन ट्रैप नहीं करेगा और आप आराम से योग-आसन कर पाएंगी।
सांस के प्रति जागरूकता सुरक्षित रखती है। कभी भी मुंह से सांस लेना और छोड़ना नहीं करें। इन्हेल और एक्सहेल (Inhale and Exhale) दोनों नाक से होना चाहिए।
सांसें गतिविधियों पर प्रतिक्रिया करती हैं। आराम से सांस लेकर और छोड़कर आसन का अभ्यास करें। योग में सांसों पर ध्यान केंद्रित करने से कई फायदे होते हैं। यह मन को सतर्क और वर्तमान में रखता है।
योग का अभ्यास करते समय किसी भी प्रकार का मंत्र, उनका उच्चारण सही नहीं है। योग करते हुए गाना गाना भी सही नहीं है। हमेशा शांति में अभ्यास करें। मंत्र और उच्चारण से शान्ति भंग होती है। योगाभ्यास करने में कठिनाई होती है। योग करते समय हमेशा फोन दूर रखें।
योग करते समय बार-बार पीठ को आगे- पीछे करना (Hunching Back) गलत है। आराम से शरीर को पीछे की ओर स्ट्रेच करते हुए झुकें। यदि बैठकर नाक को पैर के अंगूठे से सटाना है, तो बैठे हुए पैर को थोडा ऊपर करें। हाथ से अंगूठे को पकड़ें और धीरे धीरे आगे की ओर झुकती जायें।
कभी भी योग को पसीने बहाने वाला साधन नहीं समझें। हाई इंटेंसिटी वर्कआउट की तरह योगासन को लेना (common mistakes in yoga) गलत है। यह ध्यान रखें मन और तन को शांत करने और निरोग रहने का अभ्यास है योग। इसलिए अपने आप को बहुत अधिक और बहुत तेज़ी से नहीं धकेलें।
योगाभ्यास की एक सीमा है। धीरे से उसकी ओर झुकें, लेकिन उसे धक्का न दें। जब आप अपने शरीर को थोड़ा अधिक धक्का देती हैं, तो आपका शरीर सीमा की रक्षा करके प्रतिक्रिया करेगा।
योगाभ्यास में नाड़ी शोधन प्राणायाम शामिल करना सबसे अधिक जरूरी है। इसके बिना कभी यह पूर्ण नहीं होगा, क्योंकि इससे शरीर से टोक्सिंस बाहर निकलते हैं। यह 1 :1:1 के अनुपात में शुरू करें। बाईं नाक से सांस लें, रूकें और फिर छोड़ें।
योग के अभ्यास के लिए प्लास्टिक मैट का प्रयोग कभी नहीं करें। हमेशा कॉटन मैट का प्रयोग करें। इससे अभ्यास करने में सहूलियत मिलेगी। अकसर हम हिप्स या घुटनों के नीचे एक मोटा कपड़ा या सपोर्ट लेकर बैठते हैं। घुटने के दर्द से बचने के लिए सपोर्ट लेकर आसन करना सही नहीं होता है। इससे बाद में और तकलीफ बढ़ जाती है।
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