आपके दिल और मांसपेशियों को कमजोर कर देती है एक्सरसाइज न करने की आपकी आदत, यहां हैं एक्सरसाइज न करने के नुकसान
कोविड-19 लॉकडाउन के कारण कई लोगों को रुकना पड़ा क्योंकि वे अपने जिम नहीं जा सकते थे। बाहर खेल नहीं सकते थे या वॉक नहीं कर सकते थे। मगर, कहीं हालातों की वजह से एक्सरसाइज़ न करना आपकी आदत तो नहीं बन गई है? यदि हां… तो आपको इसका हर्जाना भुगतना पड़ सकता है।
मेयो क्लीनिक के अनुसार नियमित व्यायाम कई स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद करता है, जिनमें शामिल हैं: स्ट्रोक, उच्च रक्त चाप, मधुमेह, अवसाद, एंग्जाइटी, कई प्रकार के कैंसर, गठिया आदि।
एक्सरसाइज़ न करना, न सिर्फ आपको इन उपरोक्त समस्याओं के जोखिम में डाल सकता है बल्कि कई अन्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। जैसे –
1. स्टेमिना और एंड्यूरेंस की कमी
व्यायाम सहनशक्ति का निर्माण करता है और आपका स्टेमिना बढ़ता है। इसलिए, जब आप व्यायाम नहीं करती हैं, तो आपके शरीर की सारी शक्ति और स्टेमिना चला जाता है। आपने देखा होगा अगर आप इतना ज़्यादा एक्सरसाइज़ नहीं करती हैं, तो आपको घर के छोटे – छोटे काम करने में तकलीफ होगी। सीढ़ियां चढ़ना, पानी की बाल्टी उठाना जैसे काम आपको बहुत थका देंगे।
2. मांसपेशियां कमजोर होना
मांसपेशियों की कोशिकाओं को अच्छे आकार में रखने और उन्हें मजबूत करने के लिए व्यायाम की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब आप व्यायाम नहीं करती हैं, तो आप बहुत कमजोर महसूस कर सकती हैं। सीधे शब्दों में कहें तो, आपकी मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और फिर आप अपनी अधिकांश मांसपेशियों को खो देते हैं। जो सांस लेने के लिए आवश्यक होती हैं और मूवमेंट को सुविधाजनक बनाती हैं। इतना ही नहीं, कमजोर मांसपेशियां आपके लिए रोजमर्रा के कार्यों और गतिविधियों को करना मुश्किल बना सकती हैं।
3. हृदय कमजोर पड़ना
एनसीबीआई के अनुसार नियमित रूप से किए जाने वाले एरोबिक और कार्डियो व्यायाम एक अच्छी हृदय गति और हृदय रोगों के कम जोखिम से जुड़े होते हैं। हालांकि, यदि आप किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि के नहीं करती हैं, तो आपका हृदय कमजोर पड़ सकता है।
इससे आपकी हृदय गति बाधित हो सकती है, आप सांस की तकलीफ का सामना कर सकती हैं और इससे आपके हृदय रोग का जोखिम भी बढ़ जाता है।
4. रातों को नींद नहीं आती है
अच्छी नींद और एक्सरसाइज़ दोनों आपस में जुड़े हुये हैं। आपने देखा होगा जिस दिन आप बहुत शारीरिक मेहनत करती हैं उस दिन आपको जल्दी नींद आ जाती है और आपकी आंख भी नहीं खुलती है। इसके विपरीत जिस दिन आप छुट्टी पर होते हैं तो आपको नींद नहीं आती है। एक गतिशील जीवनशैली अच्छी नींद को बढ़ावा देने में मदद करती है और तनाव को कम करती है।
5. डायबिटीज का बढ़ता जोखिम
टाइप -2 मधुमेह एक बड़ा जोखिम कारक है और दुख की बात है कि हमारे देश में यह बहुत आम है। हालांकि यह एक चयापचय विकार है जिसमें बहुत सारे लक्षण होते हैं, लेकिन एक्सरसाइज़ की कमी ब्लड शुगर लेवेल को अनियंत्रित कर सकती है।
चूंकि व्यायाम यह निर्धारित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाता है कि आपका शरीर कार्बोहाइड्रेट को कैसे संसाधित करता है, व्यायाम न करने से रक्त शर्करा में वृद्धि हो सकती है, सूजन के स्तर में वृद्धि हो सकती है और आप मोटापे से ग्रस्त हो सकती हैं।
यह भी पढ़ें : बिना डाइटिंग या एक्सरसाइज के भी कम किया जा सकता है बेली फैट, हम बता रहे हैं कैसे