प्रत्येक दिन हमारे पैर प्रति कदम 60 किलो या उससे थोड़ा कम या उससे भी अधिक वजन उठाते हैं। ये कई तरह के दवाब भी सहन करते हैं। इसका नतीजा पैरों में दर्द के रूप में सामने आता है। योग विशेषज्ञ बताते हैं कि कई तरह के योग दर्द कम कर सकते हैं। प्रेशर को भी कम कर सकते हैं। बशर्ते कि व्यक्ति सही तरीके से योगाभ्यास करना जाने।
हील स्पर्स और प्लांटर फैसीसाइटिस पैर दर्द के दो सबसे आम प्रकार है।एड़ी की हड्डी पैर की सबसे बड़ी हड्डी होती है। यह सबसे अधिक मात्रा में झटके और दबाव को एब्जोर्ब करती है। हील स्पर एड़ी की हड्डी की असामान्य वृद्धि के रूप में विकसित होता है। यह पैर के पिछले हिस्से में अत्यधिक दर्द का कारण बनता है। दर्द आमतौर पर खड़े होने या चलने पर अधिक होता है।
प्लांटर फैसीसाइटिस पैर के निचले भाग के लिगामेंट में आई सूजन या टीयर होने के कारण होता है। यह एड़ी के दर्द का सबसे आम कारण है। अक्सर असामान्य मूवमेंट, कम गुणवत्ता वाले जूते और ऊंची हील के शूज, सैंडल के अत्यधिक उपयोग का परिणाम होता है।
चलते समय हमारे पैरों पर दवाब पड़ता है। दौड़ते समय हमारे शरीर के वजन का साढ़े तीन गुना तक बल पैर पर पड़ सकता है। 75 किलो वजन वाले व्यक्ति को प्रत्येक कदम पर 262 किलो से भी अधिक बल का अनुभव हो सकता है। योग पैरों में सही मूवमेंट लाता है। दवाब से राहत दिलाता है और पैरों के दर्द को काम करता है।
यह आसन शरीर के पिछले हिस्से में खिंचाव लाता है। इसमें हैमस्ट्रिंग, गैस्ट्रोकनेमियस (काफ मांसपेशी) और पैरों में एच्लीस टेंडन में खिंचाव लाता है। डाउनवर्ड-फेसिंग डॉग को पैरों के लिए और भी प्रभावी बनाने के लिए विपरीत एड़ी को जमीन पर धकेलते हुए एक घुटने को मोड़कर धीरे-धीरे एड़ी को ऊपर उठाएं। यदि आपकी एड़ियां जमीन को नहीं छूती हैं, तो स्पोर्ट के लिए एड़ियों के नीचे एक कंबल या योगा मैट रख लें।
ट्री पोज़ में एक ब्लॉक पर खड़े होने से स्टैडिंग लेग अस्थिर हो जाएंगे। इससे प्राइमरी और हेल्पिंग- दोनों तरह की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिलेगी। ब्लॉक पर खड़े होने से खड़े पैर के चारों कोनों के बीच वजन को समान रूप से वितरित करने में सक्षम हो पाती हैं। सुनिश्चित करें कि आप अपने पैर की उंगलियों को ब्लॉक के चारों ओर न पकड़ें या स्टैंडिंग हिप्स को नीचे न गिरने दें। कॉर्क ब्लॉक यहां अधिक स्थिरता प्रदान करेगा। उचित वेट डिस्ट्रीबीउशन महसूस करने में मदद करने के लिए फोम ब्लॉक बेहतर है। शुरुआत में दीवार से सहारा लेकर अभ्यास किया जा सकता है।
चौड़े वी-आकार में पैरों के साथ विपरीत करणी (दीवार के ऊपर पैर) में आने से मांसपेशियों को हल्का खिंचाव मिलता है। जांघ की इंटरनल टाइट मांसपेशियां पैर के आर्च पर भार डाल सकती हैं। इससे चलने के दौरान पैरों में दर्द या असंतुलन हो सकता है। लेग्स अप द वॉल निचले अंगों की सूजन से भी राहत दिलाता है। दिन के दौरान पैरों पर पड़ने वाले बल से राहत देता है।
घुटनों के बल बैठ जाएं। इस स्थिति से अपने आप को अपने पैरों के बीच में लाते हुए पैरों के आगे के भाग को मैट से दबाएं। वीरासन (Hero Pose) में घुटनों को उचित सीध में लाने के लिए आगे की ओर बढ़ना चाहिए। यदि कूल्हे घुटनों पर दबाव डाले बिना आराम से फर्श तक नहीं पहुंच सकते हैं, तो सीट की ऊंचाई बढ़ाने के लिए पैरों के बीच एक बोल्स्टर या कंबल रखें। यदि यह खिंचाव पैरों के लिए बहुत ज्यादा है, तो एंकल के नीचे कंबल लपेटने से राहत मिल सकती है।
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