वेटलॉस की जब बात आती है, तो अधिकतर लोग बैली फैट को बर्न करने की कोशश में जुट जाते हैं। मगर टांगों की मज़बूती और उस पर जमा फैट्स को बर्न करना पूरी तरह से भूल जाते हैं। दरअसल, स्वस्थ शरीर की नींव टांगों पर टिकी हुई है। टांगों की मासंपेशियां ओवरऑल शरीर को संचालित करती है। ऐसे में टांगों को हेल्दी और टोंड बनाए रखना ज़रूरी है। टांगों की मज़बूत मांसपेशियां चलते, दौड़ते और कूदते में मदद करती हैं। जानते है टांगों को टोंड बनाने के लिए 4 एक्सरसाइज़।
इस बारे में फिटनेस एक्सपर्ट रंधावा का कहना है कि शरीर की फिटनेस को बनाए रखने के लिए टांगों का टोंड होना आवश्यक है। इसके लिए व्यायाम एक बेहतरीन विकल्प है। इसकी मदद से मसल्स बिल्ड होते हैं और शरीर में जमा अतिरिक्त कैलोरीज़ को बर्न करने में भी मदद मिलती है। नियमित रूप से एक्सरसाइज़ करने से पैरों में बढ़ने वाले दर्द, ऐंठन, फैट्स और बार बार चोटिल होने की समस्या दूर हो जाती है।
टांगों पर जमा फैट्स को बर्न करने से लिए स्क्वाट का अभ्यास करना चाहिए। इससे हिप्स, पेट और इनर थाइज़ में मौजूद फैट्स बर्न होते हैं और मसल्स मज़बूत बनती है। इसके निरतंर अभ्यास से शरीर के पोश्चर में सुधार आने लगता है और बैक पेन से राहत मिलती है।
शरीर में स्टेमिना बिल्ड करने और काफ मसल्स, ग्लूटस और हैमस्ट्रिंग को हेल्दी बनाए रखने के लिए बॉक्स जंप करना आवश्यक है। बॉक्स जंप एक ऐसे प्लायोमेट्रिक मूव को कहा जाता है जहां व्यक्ति फर्श से एक बॉक्स की तरह हाई जंप करता है। खिलाड़ियों के लिए बॉक्स जंप बेहद फायदेमंद है।
शरीर के पोश्चर में सुधार लाने के लिए लेग किकबैक को एक्सरसाइज़ रूटीन में शामिल करें। इसे करने से टांगों की मांसपेशियों में बढ़ने वाली स्टिफनेस को दूर किया जा सकता है और टांगों पर जमा फैट्स को बर्न करने में भी मदद मिलती है।
टांगों पर जमा चर्बी को दूर करने के लिए लेग रेज़ एक्सरसाइज़ को करें। मैट पर लेटकर की जाने वाली इस एक्सरसाइज़ से शरीर संतुलित और फिट बना रहता है। इसे करने से चेस्ट पर प्रैशर आता है और कंधों व पीठ की मांसपेशियां मज़बूत बनती है।
एक्सपर्ट के अनुसार टांगों टोंड रखने के लिए एक्सरसाइज़ को करने के लिए सुबह का समय चुनें। खाली पेअ इन एक्सरसाइज़ को करें । इसके अलावा दिन में किसी भी वक्त खाना खाने से पहले इस एक्सरसाइज़ की प्रैक्टिस करें। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और शरीर में में जमा फैट्स को बर्न करने में भी मदद मिलती है।
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