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इन 3 एक्सरसाइज को करें अपने वर्कआउट रुटीन में शामिल और घर पर ही करें वेट लॉस

वेट लॉस के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता। अगर आप हेल्दी तरीके से वजन कम करना चाहती हैं, तो यह घर पर सही वर्कआउट के द्वारा भी संभव है।
वेट लॉस के लिए जरूरी है प्रभावी वेट ट्रेनिंग। चित्र: शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 2 Sep 2021, 09:30 am IST
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शरीर के किसी भी भाग में अगर मोटापा जमा हो जाता है तो वह देखने में भद्दा लगता है। साथ ही वह अपने साथ बहुत सारी बीमारियां भी लेकर आता है। इसलिए हम शेप में रहने ज्यादा फिट और हेल्दी रहने की सिफारिश करते हैं। इसलिए हम हमेशा ऐसी डाइट और वर्कआउट रुटीन आपके लिए लेकर आते हैं, जो आपको मोटापे और एक्स्ट्रा फैट दोनों से छुटकारा दिलाए। इसी श्रृंखला में आज हम लेकर आए हैं, ऐसे तीन इफैक्टिव वर्कआउट जो वेट लॉस में आपकी मदद कर सकते हैं। 

जिद्दी मोटापा और वर्कआउट की जरूरत 

मोटापा कई बार बहुत जिद्दी साबित होता है। और उसे कंट्रोल करने के लिए नियमित और सही वर्कआउट की जरूरत होती है। 

NCBI की एक रिसर्च के अनुसार वर्कआउट एथलीटों, वृद्ध या वयस्कों, महिलाओं और बच्चों सभी के लिए बहुत जरूरी गतिविधि है। यह स्वस्थ मेटाबॉलिज्म, एक्स्ट्रा कैलोरी जलाने और सक्रिय रहने मदद करता है। यह आपकी मांसपेशियों को मजबूत करने और वजन घटाने का सबसे अच्छा तरीका है। 

यहां हैं वे तीन इफैक्टिव वर्कआउट जो आपको मजबूत शरीर देने के साथ ही वेट लॉस में भी मदद करते हैं 

1 कार्डियो

जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट के उप मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनोदा कुमारी के मुताबिक कार्डियो वर्क आउट के अंदर कुछ ऐसी एक्सरसाइज शामिल होती हैं, जो आपकी हार्ट रेट को बढ़ा देती हैं। इस कारण आपके फेफड़ों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है।

आप घर पर रहकर भी वेट लॉस कर सकती हैं। चित्र-शटरस्टॉक.

सेल्स तक एनर्जी प्रदान करने के लिए आपका ब्रीदिंग रेट बढ़ जाता है और कैलोरीज भी बर्न होती हैं। इस प्रकार का वर्क आउट न केवल आपके वजन को कम करने में मदद करता है, बल्कि यह आपके फेफड़ों की क्षमता को भी बढ़ाता है।

आपको हर सप्ताह 150 से 300 मिनट तक मीडियम इंटेंसिटी का वर्कआउट जरूर करना चाहिए। 

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2 स्ट्रेंथ ट्रेनिंग : 

बहुत से लोगों का यह मानना है कि स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वजन कम करने के लिए उपयुक्त एक्सरसाइज नहीं। असल में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपके शरीर में हेल्दी टिश्यू और मसल्स बनाने में मदद करती है। जिससे फैट बर्न की प्रक्रिया भी तेज हो जाती है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का केवल यह मतलब नहीं होता है कि आपको बस वेट लिफ्टिंग करना है। बल्कि इसका मतलब है आप अपने शरीर को मजबूत बनाने के लिए लंज और प्लैंक आदि एक्सरसाइज भी कर सकती हैं। इसलिए यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार की एक्सरसाइज करना चाहती हैं।

किसी भी वर्क आउट रूटीन का स्ट्रेचिंग एक बहुत आवश्यक पार्ट होता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

3 स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

किसी भी वर्क आउट रूटीन का स्ट्रेचिंग एक बहुत आवश्यक पार्ट होता है। यह आपके वर्क आउट को और अधिक प्रभावी बना देता है। जिससे आप मैन एक्सरसाइज को और अधिक अच्छे से परफॉर्म कर सकती हैं। स्ट्रेचिंग आपके शरीर की लचक भी बढ़ाती है। इनसे आप चोट से भी बचती हैं।

वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए

बीएमआई चेक करें

आप को हर वर्क आउट से पहले और बाद में थोड़ी बहुत स्ट्रेचिंग जरूर कर लेनी चाहिए। ताकि यह आप के लिए वार्म अप और कूल डाउन का काम कर सके और आपकी किसी मसल्स को इंजरी न हो।

टीम हेल्‍थ शॉट्स

ये हेल्‍थ शॉट्स के विविध लेखकों का समूह हैं, जो आपकी सेहत, सौंदर्य और तंदुरुस्ती के लिए हर बार कुछ खास लेकर आते हैं। ...और पढ़ें

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